CM ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग, बाढ़ से निपटने के लिए किए कई फैसले h3>
सीएम ने मंत्रियों और अधिकारियों से भारी बारिश के कारण दिल्ली में पैदा हुए हालात की विस्तार से जानकारी ली और लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के निर्देश दिए। बैठक के बाद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार हर स्थिति से निपटने को तैयार है। सीएम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जलभराव और यमुना के बढ़ते जलस्तर को लेकर अहम जानकारियां भी साझा कीं।
उन्होंने कहा कि पिछले 40 वर्षों में पहली बार दिल्ली में इतनी बारिश हुई है। दिल्ली का सिस्टम कई बार 100-125 एमएम बारिश तक संभाल चुका है, लेकिन 153 एमएम बारिश संभालने के लिए सिस्टम तैयार नहीं था। इसी वजह से लोगों को परेशानी हुई। जलभराव और सड़कों में बने गड्ढों को ठीक करने के लिए कई फैसले लिए गए हैं। सभी गड्ढों को पत्थर डालकर भरने का निर्देश दिया गया है। सड़कों पर भरा पानी निकालने के लिए पीडब्ल्यूडी के 680 पंप लगातार काम कर रहे हैं। साथ ही, 100 मोबाइल पंप भी काम कर रहे हैं। इनके अलावा 326 पंप और लगाए गए हैं।
सीएम ने कहा कि दिल्ली में अभी बाढ़ का खतरा नहीं है। सोमवार दोपहर तक यमुना का जलस्तर 203.58 मीटर तक पहुंचा था। मंगलवार सुबह तक इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की संभावना है। अगर यमुना का जलस्तर 206 मीटर को पार करता है, तो नदी के आस-पास रह रहे लोगों को राहत केंद्रों में शिफ्ट करने का काम शुरू कर दिया जाएगा। पूरे उत्तर भारत में अप्रत्याशित बारिश हुई है। दिल्ली के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब समेत आस-पास के अन्य राज्यों से भी भारी बारिश की खबरें आ रही हैं। इससे लोग काफी परेशान हैं। यह वक्त एक-दूसरे पर उंगली उठाने का नहीं है। हम सबको मिलकर एक-दूसरे की मदद करनी है। सभी सरकारों और पार्टियों को मिलकर जनता को राहत पहुंचाने की जरूरत है।
सीएम ने जलभराव से निपटने के लिए सभी राजनीतिक दलों के विधायकों और पार्षदों द्वारा किए गए साझा प्रयासों की भी सराहना की। साथ ही, लगातार काम कर रहे अधिकारियों की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि यह जितनी बड़ी समस्या है, उसे देखते हुए जितने भी प्रयास किए जाएं, वो कम साबित होंगे। लुटियंस दिल्ली में जलभराव को देखते हुए सीएम ने एनडीएमसी से कहा है कि वह स्टडी करके इसके कारणों का पता लगाए और उन्हें दूर करने के लिए प्लान तैयार करे। दिल्ली में तीन जगहों पर सड़कें धंस गई थीं और बड़े गड्ढे बन गए थे। सीएम ने इन घटनाओं की भी जांच के आदेश दिए हैं।