Amarinder Singh News: पंजाब कांग्रेस में बगावत के बीच आज पैनल के सामने कैप्टन रखेंगे अपनी बात, क्या खुल जाएंगे सुलह के रास्ते?
हाइलाइट्स:
- पंजाब कांग्रेस में जारी गृहयुद्ध के बीच सीएम अमरिंदर सिंह आज दिल्ली में पैनल मीटिंग में शामिल हो सकते हैं
- पंजाब कांग्रेस में घमासान को सुलझाने के लिए सोमवार से दिल्ली में तीन सदस्यीय पैनल से मंथन चल रहा है
- पिछले तीन दिन में 60 नेताओं ने रखी अपनी बात, बेअदबी मामला, ड्रग्स तस्करी और रेत खनन के मुद्दे उठे
चंडीगढ़
पंजाब कांग्रेस में जारी गृहयुद्ध के बीच सीएम अमरिंदर सिंह आज दिल्ली में पैनल मीटिंग में शामिल हो सकते हैं। पंजाब कांग्रेस में घमासान को सुलझाने के लिए सोमवार से दिल्ली में मंथन चल रहा है जिसमें करीब 80 नेता पैनल के सामने अपनी बात रख चुके हैं। इस दौरान नवजोत सिंह सिद्धू से लेकर परगट सिंह तक कैप्टन के खिलाफ आक्रामक दिखे। सिद्धू को कमेटी ने सबसे अधिक करीब दो घंटे का समय दिया था।
सूत्रों के अनुसार, तीन दिन तक हुई बैठक में अमरिंदर खेमे और विरोधी दोनों ही गुट के नेताओं ने सीएम को जनता से किए अपने वादों पर अमल करने की सलाह दी। अधिकतर का कहना था कि कैप्टन को पंजाब के लोगों को मनाना होगा कि सरकार वास्तव में 2017 चुनाव में जनता से किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में काम कर रही है।
विधायकों की बेअदबी मामले में कार्रवाई की मांग
इसी के साथ विधायकों ने 2015 बेअदबी मामले और पुलिस फायरिंग के गुनहगारों के खिलाफ कड़ा ऐक्शन लेने की मांग की। इस मामले में बादल परिवार और अकाली दल के नेताओं से कहां चूक हुई, इस पर भी कार्रवाई करने को कहा। बता दें कि गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के बाद हुए कोटकपूरा गोलीकांड की जांच और एसआइटी को हाई कोर्ट की ओर से रद किए जाने के बाद पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है।
सिद्धू का कैप्टन पर आरोप
मीटिंग में ड्रग्स तस्करी और आर्थिक स्थिति जैसे अन्य मुद्दे भी उठाए गए और विधायकों ने सख्त लहजे में कहा कि अगर इन पर कुछ नहीं हुआ तो सीएम और कांग्रेस को अगले साल होने वाले चुनाव में नुकसान उठाना पड़ सकता है। मंगलवार को नवजोत सिद्धू की तीन सदस्यीय कमिटी के साथ करीब दो घंटे तक बैठक चली।
सिद्धू ने कैप्टन पर गुरुग्रंथ साहिब बेअदबी और पुलिस फायरिंग केस में बादल परिवार को बचाने का आरोप लगाया। साथ ही कोटकापुरा फायरिंग केस की जांच को उलझाने का दोष भी मढ़ा। कांग्रेस के इस तीन सदस्यीय पैनल में मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा, पंजाब के प्रभारी हरीश रावत और पूर्व सांसद जय प्रकाश शामिल थे।
परगट सिंह ने उठाए ड्रग्स और खनन के मुद्दे
सिद्धू के अलावा जालंधर कैंट से विधायक परगट सिंह ने आक्रामक रुख बरकरार रखा। परगट सिंह ने मीटिंग के बाद कहा, ‘बेअदबी के अलावा ड्रग्स और रेत खनन जैसे कई मुद्दे हैं। मैंने इस पर सीएम को पत्र भी लिखा है। यह सब सीएम पर निर्भर करता है, दूसरे भी अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते।’ परगट ने कहा कि उन्होंने मीटिंग में पंजाब की आर्थिक स्थिति को लेकर भी चिंता जाहिर की।
तीन दिन में 80 नेताओं ने की मुलाकात
पिछले तीन दिनों में राज्य के करीब 80 कांग्रेस नेता इस समिति के समक्ष पेश होकर अपनी बात रख चुके हैं। इनमें से अधिकतर विधायक हैं। सूत्रों ने बताया कि बुधवार को समिति से मुलाकात करने वाले कुछ नेताओं ने सरकार से जुड़े मुद्दे उठाए तो कुछ नेताओं ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले संगठन को दुरुस्त करने की मांग उठाई।
विधायकों का सीएम के खिलाफ मोर्चा
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी की पूर्व अध्यक्ष रजिंदर कौर भट्टल, प्रताप सिंह बाजवा, शमशेर सिंह ढुलो, मोहिंदर सिंह कायपी और एच एस हंसपाल ने समिति से मुलाकात की। खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं।
हाल के कुछ सप्ताह में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है। विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है।