भारत के लिए शहीद हुये कैप्टेन कुंडू ने लिखा था ‘जिंदगी लम्बी नहीं बड़ी होनी चाहिये’

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पड़ोसी देश पाकिस्तान की ओर से भारतीयों के लिए खतरा टलने का नाम ही नहीं ले रहा. आये दिन हमारे देश की सीमा पर पाकिस्तानी फायरिंग का सामना करते हुये भारतीय जवान शहीद हो जाते हैं. पिछ्ले साल २२ जून 2017 को जम्मू-कश्मीर के पुंछ में पाकिस्तान की बॉर्डर ऐक्शन टीम के हमले से दो भारतीय जवानों की मौत हो गई थी. जवाबी कार्रवाई में बॉर्डर एक्शन टीम का एक रेंजर भी घायल हो गया था. इस घटना के ८ महीने के बाद एक बार फिर पाकिस्तान ने भारतीय सीमा पर घुसपैठ करने की कोशिश की. इसकी जवाबी कार्यवाही में भारतीय सेना के एक कप्तान को अपनी जवान गंवानी पड़ी.

पूरी तैयारी के साथ किया था हमला

रविवार को जम्मूकश्मीर में पाकिस्तान ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया. पुंछ सेक्टर के शाहपुर और भिंबर गली में रविवार सुबह से गोलीबारी की जा रही थी. पाकिस्तानी सेना की ओर से छोटे हथियारों, ऑटोमैटिक हथियारों, एंटी गाइडेड मिसाइल और मोर्टार से गोलीबारी की गई थी. बता दें कि पाकिस्तान की नापाक फायरिंग का मुंहतोड़ जवाब देते हुये भारतीय सेना के जवान कैप्टन कुंडू शहीद हो गए. उनके साथ देश के तीन और जवानों के घायल होने की सूचना है. इस बार की गोलीबारी में दो मासूम बच्चे भी शिकार हुए.

जन्मदिन से कुछ दिन पहले हुए शहीद

बताया जा रहा है कि कैप्टेन कुंडू की उम्र २३ साल से भी कम है. कैप्टन कपिल कुंडू 6 दिन के बाद ही अपना 23वां बर्थडे मनाने वाले थे. 10 फरवरी को उनका 23वां जन्मदिन था. गुरुग्राम के रहने वाले कैप्टन के सिर से पिता का साया उठने के बाद भी उनकी मां सुनीता ने उन्हें देश सेवा के लिए फौज में भेजने का साहसिक फैसला किया था.
बचपन से ही जीवन संघर्ष में गुजरा

शहीद कपिल कुंडु के दोस्‍त रामया थोलिया ने कहा कि कपिल की जिंदगी बचपन से ही संघर्ष भरी रही. 2012 में कपिल के जन्‍मदिन वाले दिन ही उसके पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. उसके बाद उसने बोर्ड एग्‍जाम में 80 प्रतिशत अंक हासिल किए. गौरतलब है कि कैप्टेन कुंडू ने अपने फेसबुक के आखिरी स्टेटस में जिंदगी को लेकर राजेश खन्ना की प्रसिद्ध फिल्म “आनंद” का मशहूर डायलॉग लिखा था. उन्होंने लिखा था “ज़िन्दगी लम्बी नहीं बड़ी होनी चाहिये.”