कोरोनावायरस के डर के बीच, उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव 2021 के पहले चरण के लिए मतदान गुरुवार को 18 जिलों में हुआ । मतदान सुबह 7 से शाम 6 बजे तक चला।2021 यूपी पंचायत चुनावों को राज्य के 2022 विधानसभा चुनावों के सेमीफाइनल के रूप में देखा जा रहा है।इसके साथ हीं कोरोना वायरस को लेकर चल रहे पंचायत चुनाव के रद्द होने के कयास पर विराम लग गया है। अब आगे की क्या स्थिति होती है और कोरोना का रूप कितना भयावह होगा उसके बाद ही सरकार अब कुछ निर्णय ले सकती है।
पहले चरण में, 3.33 लाख से अधिक उम्मीदवार जिला पंचायत (जिला परिषद) के सदस्यों, क्षेत्र (ब्लॉक) के पंचायत सदस्यों, ग्राम पंचायत प्रमुखों और वार्डों के लिए 2.21 लाख से अधिक सीटों के लिए मैदान में हैं।कल होने वाले चुनावों के जिले इलाहाबाद, आगरा, अयोध्या, बरेली, भदोही, गाजियाबाद, गोरखपुर, हरदोई, हाथरस जौनपुर, झाँसी, कानपुर, महोबा, रामपुर, रायबरेली, श्रावस्ती, संत कबीर नगर और सहारनपुर हैं।जिला पंचायत सदस्यों के पद के लिए 779 वार्डों में 11,442 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और 81,747 उम्मीदवार 19,313 वार्डों से चुनाव लड़ रहे हैं।
ग्राम पंचायत में 14,789 पदों के लिए 1,14,142 उम्मीदवार हैं, जबकि 1,26,613 उम्मीदवार ग्राम पंचायत वार्डों के लिए 1,86,583 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं।दौड़ में प्रमुख दल भाजपा, समाजवादी पार्टी, बसपा, कांग्रेस, एआईएमआईएम, आम आदमी पार्टी और आजाद समाज पार्टी हैं। AIMIM ने यूपी पंचायत चुनव के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से हाथ मिलाया है।
हालांकि, उम्मीदवार चुनाव आयोग द्वारा दिए गए ‘मुफ्त प्रतीकों’ पर चुनाव लड़ेंगे।वहीं अगर बात करें बिहार में होने वाले पंचायत चुनाव की तो दो-तीन दिनों में पंचायत चुनाव की तिथियों की घोषणा किए जाने की संभावना जताई जा रही है। जिला प्रशासन कोरोना संक्रमण से बचाव के साथ-साथ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारी में भी युद्ध स्तर पर लगा है। प्रशासनिक सूत्रों की मानें तो भारत निर्वाचन आयोग व राज्य निर्वाचन आयोग के बीच पंचायत चुनाव को लेकर आपस में सहमति बन गई है।
अब मात्र चुनावी तिथियों की घोषणा होना बाकी रह गया है।अभी तक के खबर के अनुसार कोरोना वायरस के कहर के बाद भी बिहार में पंचायत चुनाव होने के आसार दिख रहें हैं। तो अभी ये कहना जल्दबाजी होगी की कोरोना की वजह से उत्तरप्रदेश और बिहार मे पंचायत चुनाव पर रोक लग
सकती है या नहीं अब इसपर बिहार सरकार को फैसला लेना है।