क्या राहुल गांधी के बिना कांग्रेस आगे बढ़ सकती है

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राहुल गांधी
राहुल गांधी

राहुल गांधी का जन्म 19 जून , 1970 को हुआ. ये गांधी-नेहरू परिवार से संबंध रखते हैं. राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. अगर इनकी शिक्षा की बात करें तो इन्होनें 1995 में कैंम्ब्रिज विश्वविद्यालय के ट्रिनिटी काँलेज से एम.फिल. की उपाधि प्राप्त की.

राहुल गांधी के बिना कांग्रेस पार्टी क्या आगे बढ़ सकती है. अगर इस सवाल की बात करें, तो इस पर विभिन्न लोगों के अनेंक मत होगें तथा सबके पास अपनी बात को सही साबित करने के लिए अनेंक तर्क भी होगें. अगर भारतीय जनता पार्टी की बात करें तो उनके द्वारा राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं. अगर वहीं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की बात करें तो उनके द्वारा राहुल गांधी के नेतृत्व पर पूर्ण रूप से विश्वास जताया जा रहा है.

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राहुल गांधी

ऐसा नहीं है पूरी पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व को लेकर एकमत है. समय समय पर कांग्रेस पार्टी के कई दिग्गज नेताओं द्वारा भी राहुल गांधी के नेतृत्व पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल उठाया जा चुका है. इसके साथ ही लगातार नेतृत्व परिवर्तन की मांग समय समय पर कांग्रेस पार्टी के नेताओं द्वारा की गई है. लेकिन राहुल की नेतृत्व क्षमता पर खुले तौर पर कोई भी कांग्रेस का नेता सवाल उठाने का जोखिम नहीं लेता.

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राहुल गांधी

अगर हम बात करते हैं कि क्या राहुल गांधी के बिना कांग्रेस आगे बढ़ सकती है तो इस सवाल का जवाब बिल्कुल भी मुश्किल नहीं होगा. कांग्रेस पार्टी में अनेंक ऐसे नेता हैं जिनके पास नेतृत्व की क्षमता है, अगर उनको मौका मिलता है. कई बार तो लोग राहुल गांधी के नेतृत्व पर इस हद तक आरोप लगाते हैं कि यदि राहुल गांधी कांग्रेस में नहीं होते तो शायद कांग्रेस की हालात इतनी नाजुक नहीं होती.

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राहुल गांधी के नेतृत्व पर परिवार-वाद के आरोप भी लगते रहे हैं. यहां हम राहुल गांधी के नेतृत्व पर सवाल नहीं उठा रहे. लेकिन अगर हम इस सवाल का जवाब ढूँढना है कि क्या राहुल गांधी के बिना कांग्रेस पार्टी आगे बढ सकती है, तो बिल्कुल बढ़ सकती है. अनेंक नेताओं के पास नेतृत्व की क्षमता है. लेकिन यह फैसला तो पार्टी को ही करना है. क्या वह राहुल गांधी के बिना आगे बढ़ने का साहसिक फैसला लेती है या राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर ही आगे भी विश्वास दिखाती है.