23 मई को चुनाव के नतीजे आने पर ये साफ़ हो जाएगा कि देश में किस पार्टी की सरकार बनेगी और कौन प्रधानमंत्री बनेगा। फ़िलहाल, उससे पहले ही पीएम बनने की महत्वकांक्षाएं राजनेताओं पर सवार है। बसपा प्रमुख मायावती ने संकेत देते हुए प्रधानमंत्री बनने की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि ‘अगर अवसर मिलता है तो मैं केंद्र में सबसे बढ़िया सरकार देने में उत्तर प्रदेश के सीएम के रूप में मिले अनुभव का प्रयोग करूंगी’।
मायावती जनसंख्या के हिसाब देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की चार बार मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। एक कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मुझे बहुत अधिक अनुभव है। मैं इस तजुर्बे का इस्तेमाल केन्द्र में और लोगों के कल्याण के लिए करूंगी। अगर, हमें अवसर मिलता है तो हम यूपी के तरीक़े को अपनाएंगे और सभी दृष्टिकोणों से सबसे बढ़िया सरकार देंगे। सभी स्तरों पर एक अच्छी सरकार। ये पूछे जाने पर कि क्या वह प्रधानमंत्री बनना चाहेंगी? तो उन्होंने जवाब दिया कि स्थिति 23 मई को आम चुनावों के नतीजे आने के बाद स्पष्ट होंगी।