प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लेकर दिए गए बयान पर काफी दिनों से हंगामा चल रहा था. पिछले हफ्ते से लगातार संसद में हंगामा हो रहा था और विपक्ष मोदी जी से माफी की मांग कर रहा था. लेकिन आखिरकार आज इस हंगामे का अंजाम पूरा हो गया.
जेटली ने दी सफाई
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में बयान देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ऐसी कोई मंशा नहीं थी जिससे मनमोहन सिंह को ठेस पहुंचे. वो ऐसा कोई बयान नहीं देना चाहते थे जिससे कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह या पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की देशभक्ति पर कोई भी सवाल खड़ा हो. हालांकि, दिलचस्प बात ये थी कि इस दौरान पीएम मोदी सदन में मौजूद नहीं थे, वो हिमाचल के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए गए हुए थे.
विपक्ष के तेवर हुए ठंडे
जेटली के इस बयान के बाद विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने भी कहा कि हम ये विश्वास दिलाते हैं कि अब सदन को चलाने में विपक्ष की ओर से सरकार को पूरा सहयोग दिया जाएगा.
कुलभूषण जाधव के मुद्दे पर हुई तीखी बहस
इससे पहले आज फिर से कुलभूषण जाधव के मुद्दे की वजह से संसद की शुरुआत काफी हंगामेदार रही. केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली राज्यसभा में इस मुद्दे पर बयान दे सकते हैं. राज्यसभा चेयरमैन ने विपक्ष और सरकार के साथ इस मुद्दे पर बात कराई. वहीँ जाधव के अलावा राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े के मुद्दे पर विपक्ष ने हंगामा किया है.
कुलभूषण जाधव से की गयी बदसुलूकी
लोकसभा में कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ की गई बदसलूकी का मसला भी उठाया गया. विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना पर पाकिस्तान की निंदा की. उनके अलावा विपक्षी पार्टियों ने सुषमा स्वराज के बयान की मांग की. उम्मीद की जा रही है कि गुरुवार को सुषमा स्वराज इस मामले पर बयान देंगी. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गुरुवार को सुबह 11 बजे राज्यसभा और 12 बजे लोकसभा संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे पर बयान देंगी.
कांग्रेस ने कुलभूषण जाधव मुद्दे पर पाकिस्तान से माफी की मांग की है, इसके अलावा भारत सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ कड़े एक्शन की मांग की है. आपको बता दें कि सोमवार को कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी ने इस्लामाबाद जाकर उनसे मुलाकात की थी. जिसके बाद उनसे बदसलूकी की बात आई थी. इस्लामाबाद में कुलभूषण के परिवार के साथ की गई बदसलूकी पर भारत ने पाकिस्तान को कड़ी लताड़ लगाई है. पाकिस्तानी अधिकारियों की तरफ से कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी के कपड़े बदलवाए गए, प्रेस को उनके करीब आने दिया. साथ ही कुलभूषण जाधव को उनके परिवार के साथ मराठी में बात भी नहीं करने दी गई.