Bihar Politics: रणनीतिकार प्रशांत किशोर के लिए आगे क्या? h3>
पटना: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने सोमवार को अपने गृह राज्य में सक्रिय राजनीति में उतरने का संकेत देकर बिहार की सियासत में गरमी बढ़ा दी। प्रशांत किशोर ने अपने ट्विटर हैंडर से एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा, ‘लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जनहितैषी नीति को आकार देने के प्रयास में मैंने 10 साल तक उतार-चढ़ाव देखे! अब मैं उस अध्याय को पलट रहा हूं, मुद्दों को बेहतर तरीके से समझने और जन सुराज के पथ पर बढ़ने के लिए असली मालिकों-लोगों के पास जाने के वक्त आ गया है।’ इसी ट्वीट में उन्होंने यह भी कहा कि शुरुआत बिहार से होगी।
पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर फिलहाल पटना में हैं और बिहार में हर तबके के लोगों से मिलने की योजना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि शिक्षकों, वकीलों, किसानों और व्यापारियों, विभिन्न व्यवसायों सहित विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 1,500 लोगों से पीके मुलाकात करेंगे।
प्रशांत किशोर की यह यात्रा बिहार से शुरू होगी क्योंकि वो इसी राज्य से ताल्लुक रखते हैं। प्रशांत किशोर, नीतीश कुमार के पिछले कार्यकाल में वहीं रहे थे। माना जा रहा है कि बिहार के बाद प्रशांत किशोर की इस तरह की बैठकें अन्य राज्यों में भी होंगी।
इनाम जीतने का सुनहरा मौका, यहां क्लिक कर इस आसान सर्वे के सवालों का दें जवाब
‘गांधीवादी राजनीतिक दर्शन का अनुसरण करेंगे पीके’
प्रशांत किशोर के जानने वाले परिचित लोगों का कहना है कि भविष्य में इस कदम को उनके राजनीतिक पतन के रूप में नहीं देखा जा सकता है। वे लोगों से मिलने वाले विचारों और सुझावों के आधार पर किसी भी क्षेत्र में काम कर सकते हैं। जैसा कि उनके ट्वीट से पता चलता है, लोगों को मुद्दों और ‘जन सुराज’ के रास्ते की बेहतर समझ है। पीके का ट्वीट में ‘जन सुराज’ शब्द का उल्लेख यह दर्शाता है कि वे गांधीवादी राजनीतिक दर्शन का अनुसरण करेंगे और उनका ध्यान लोगों को जागरूक करने पर होगा। यह जनमत संग्रह नहीं बल्कि आने वाले दिनों में जिन लोगों से वह मिलेंगे, उन्हें समझने की पहल होगी।
5 मई को प्रशांत किशोर के प्रेस कॉन्फ्रेंस करन की संभावना
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर के 5 मई को संवाददाता सम्मेलन करने की संभावना है, जिसमें वह इन अटकलों के बीच अपने अगले कदम के बारे में बताएंगे कि क्या वह एक राजनीतिक पार्टी गठित करेंगे या महज एक जनसंपर्क अभियान शुरू करेंगे, जैसा कि वह पहले भी कर चुके हैं। बता दें, प्रशांत किशोर बीते दिनों कांग्रेस से जुड़ने वाले थे लेकिन बात बनते-बनते रह गई। अब प्रशांत किशोर ने नई पार्टी बनाने का संकेत दिया है। उनके लिए आगे क्या रहेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
पीके के नाम से मशहूर प्रशांत किशोर फिलहाल पटना में हैं और बिहार में हर तबके के लोगों से मिलने की योजना बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि शिक्षकों, वकीलों, किसानों और व्यापारियों, विभिन्न व्यवसायों सहित विभिन्न क्षेत्रों से लगभग 1,500 लोगों से पीके मुलाकात करेंगे।
प्रशांत किशोर की यह यात्रा बिहार से शुरू होगी क्योंकि वो इसी राज्य से ताल्लुक रखते हैं। प्रशांत किशोर, नीतीश कुमार के पिछले कार्यकाल में वहीं रहे थे। माना जा रहा है कि बिहार के बाद प्रशांत किशोर की इस तरह की बैठकें अन्य राज्यों में भी होंगी।
इनाम जीतने का सुनहरा मौका, यहां क्लिक कर इस आसान सर्वे के सवालों का दें जवाब
‘गांधीवादी राजनीतिक दर्शन का अनुसरण करेंगे पीके’
प्रशांत किशोर के जानने वाले परिचित लोगों का कहना है कि भविष्य में इस कदम को उनके राजनीतिक पतन के रूप में नहीं देखा जा सकता है। वे लोगों से मिलने वाले विचारों और सुझावों के आधार पर किसी भी क्षेत्र में काम कर सकते हैं। जैसा कि उनके ट्वीट से पता चलता है, लोगों को मुद्दों और ‘जन सुराज’ के रास्ते की बेहतर समझ है। पीके का ट्वीट में ‘जन सुराज’ शब्द का उल्लेख यह दर्शाता है कि वे गांधीवादी राजनीतिक दर्शन का अनुसरण करेंगे और उनका ध्यान लोगों को जागरूक करने पर होगा। यह जनमत संग्रह नहीं बल्कि आने वाले दिनों में जिन लोगों से वह मिलेंगे, उन्हें समझने की पहल होगी।
5 मई को प्रशांत किशोर के प्रेस कॉन्फ्रेंस करन की संभावना
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशांत किशोर के 5 मई को संवाददाता सम्मेलन करने की संभावना है, जिसमें वह इन अटकलों के बीच अपने अगले कदम के बारे में बताएंगे कि क्या वह एक राजनीतिक पार्टी गठित करेंगे या महज एक जनसंपर्क अभियान शुरू करेंगे, जैसा कि वह पहले भी कर चुके हैं। बता दें, प्रशांत किशोर बीते दिनों कांग्रेस से जुड़ने वाले थे लेकिन बात बनते-बनते रह गई। अब प्रशांत किशोर ने नई पार्टी बनाने का संकेत दिया है। उनके लिए आगे क्या रहेगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।