जनसुराज यात्रा के तहत प्रशांत किशोर शुक्रवार को नवादा पहुंचे। हिसुआ प्रखंड के जीवन पब्लिक स्कूल मैदान में उन्होंने जनसभा को संबोधित किया। जनसभा में हजारों लोग जुटे। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम वोट मांगने नहीं आए हैं। हमने जिस पार्टी जिस नेता के लिए काम किया, अपना कंधा लगाया वह सब आज बड़े नेता बन चुके हैं। देश में 10 राज्यों में मुख्यमंत्री बनाया।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीतीश कुमार इन सभी के लिए अपना कंधा लगाया। मेरे दादा जी मजदूरी करते थे और मेरे पिताजी सरकारी डॉक्टर थे। मैं भी सरकारी स्कूल में वहीं बोरा वाला स्कूल में पढ़कर यहां तक पहुंचा हूं। मैं अपनी सुख सुविधा छोड़कर बिहार के बच्चों के भलाई के लिए, बिहार में बदलाव के लिए गांव-गांव घूम रहा हूं। उन्होंने कहा कि आप इतने दिनों से वोट कर रहे हैं, आपके बच्चे का आज तक नहीं बदला। आपने 15 साल लालू और 19 साल से नीतीश कुमार और भाजपा को वोट किया। बिहार के बच्चों को क्या मिला है। आप सभी अपने बच्चों के खुशहाली के लिए अपने लिए वोट करें।
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उन्होंने कहा कि बिहार में अधिकारी और नेता राशन कार्ड बनवाने से लेकर जमीन की रसीद कटवाने तक के लिए रिश्वत लेते हैं। आम लोग परेशान हैं। अगली बार वोट लालू, नीतीश और मोदी के चेहरे पर नहीं, अपने बच्चों का चेहरा देखकर दें। प्रशांत किशोर ने कहा कि हिसुआ की जनता को अब ऐसे नेताओं को वोट नहीं देना चाहिए जो उन्हें और उनके बच्चों को लूटते हैं। उन्होंने कहा कि अगली बार वोट देकर बिहार में जनता का राज स्थापित करें।
सभा में उन्होंने रोजगार और शिक्षा को लेकर बड़े ऐलान किए। कहा कि इस साल छठ के बाद नवादा के युवाओं को 10-12 हजार रुपये की नौकरी के लिए घर-परिवार छोड़कर बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्हें बिहार में ही रोजगार मिलेगा।
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उन्होंने कहा कि दिसंबर 2025 से 60 साल से अधिक उम्र के हर पुरुष और महिला को 2000 रुपये मासिक पेंशन दी जाएगी। साथ ही कहा कि जब तक सरकारी स्कूलों में सुधार नहीं होता, तब तक 15 साल से कम उम्र के बच्चों को निजी स्कूलों में पढ़ाएं। उनकी फीस सरकार भरेगी। ताकि गरीब का बच्चा भी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़ सके। प्रशांत किशोर के नवादा पहुंचने पर पकरीबराबां चौक, बाघी बरडीहा मोड़, रोह मोड़, प्रजातंत्र चौक, भगत सिंह चौक, धर्मशिला मोड़, सद्भावना चौक और हिसुआ मोड़ पर लोगों ने उनका स्वागत किया।