Bihar Crime: बिहटा अपरहण-हत्या सदन और सड़क पर एक साथ बवाल, हत्यारे को फांसी देने की मांग
ऐप पर पढ़ें
पटना के बिहटा में शिक्षक पुत्र तुषार अपहरण-हत्या कांड को लेकर सदन के साथ साथ सड़क पर भी भारी बवाल हुआ। बिहार विधानसभा में हंगामा के साथ साथ घटना को लेकर दानापुर में जबरदस्त आक्रोश का माहौल बन गया है। वारदात के विरोध में और अपराधियों पर कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए कन्हौली गांव के और अन्य स्थानीय लोग सड़क पर उतर आए सैकड़ों की संख्या में महिला और पुरुषों ने मिलकर बिहटा पटना मुख्य पथ को जाम कर दिया। सड़क पर टायर जलाकर आक्रोशित लोग धरना पर बैठ गए। इस दौरान बड़ी संख्या में आने जाने वाले वाहनों की की कतार लग गई।
छात्र तुषार के परिजन सड़क पर रोते चिल्लाते नजर आए। वहीं, आक्रोशित लोगों ने कांड के अपराधी को फांसी की सजा दिलाने की मांग की। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हमें पुलिस पर भरोसा नहीं है। जिसे गिरफ्तार किया गया है वह सही अभियुक्त है या पुलिस ने किसी को पकड़ कर खानापूर्ति कर दी है। इसका पता लगाना जरूरी है। लोग घटनास्थल पर डीएम और एसपी को बुलाने की मांग पर डटे रहे।
तुषार हत्या कांड में बीजेपी का हाथ, राजद ने लगाया गंभीर आरोप, बिहार विधानसभा में हंगामा
उधर बिहार विधानसभा में बजट सत्र की कार्यवाही शुरू होते ही तो सर हत्याकांड को लेकर हंगामा हुआ। विपक्षी दल बीजेपी के सदस्यों ने बिहार में फिर अपहरण उद्योग वापस लौट आने का आरोप सरकार पर लगाया। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा और भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने इस मामले को जोर-शोर से उठाया। पवन जायसवाल ने कहा कि पहले ट्रेलर दिख रहा था, अब पूरी फिल्म देख रही है। राज्य में विधि व्यवस्था पूरी तरीके से ध्वस्त हो गई है। तुषार हत्याकांड और बिहार में कानून व्यवस्था की खराब स्थिति का आरोप लगाते हुए विपक्षी भाजपा के सदस्यों ने सदन के बिल में जाकर हंगामा किया।
बीते गुरुवार की शाम बिहटा के कन्हौली गांव के निवासी शिक्षक राजकिशोर पंडित के 12 साल के बेटे तुषार को अगवा कर लिया गया था। उसकी गला दबाकर हत्या कर शव को पेट्रोल खींचकर जला दिया गया। अपहर्ताओं ने फिरौती के 40 लाख रुपए की मांग की थी। लेकिन शनिवार को तुषार का शव बरामद कर लिया गया। हत्या के आरोप में पुलिस ने एक स्कूल संचालक मुकेश कुमार को गिरफ्तार किया है। कहा जा रहा है कि मुकेश ने अपनी वारदात को स्वीकार किया है। अपना 20 लाख का कर्ज उतारने के लिए मुकेश ने इस अपहरण अंजाम दिया था।