Bihar : नीतीश कैबिनेट में भोजपुर को नहीं मिली जगह, सात में से पांच महागठबंधन के विधायक h3>
आरा : सत्ता बदलने के साथ ही भोजपुर जिला मंत्री विहीन हो गया। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की पिछली सरकार में भोजपुर को मंत्री पद मिला था। आरा के भाजपा विधायक अमरेंद्र प्रताप सिंह को कृषि जैसा महत्वपूर्ण मंत्रालय मिला था। लेकिन सत्ता बदलते ही अमरेंद्र प्रताप सिंह पैदल हो गए। ऐसे में महागठबंधन सरकार बनने पर भी भोजपुर को प्रतिनिधित्व मिलने की संभावना जताई जा रही थी, लेकिन महागठबंधन की पिछली सरकार की तरह इस बार भी निराशा ही हाथ लगी है।
सात में पांच MLA महागठबंधन के, फिर मंत्री नहीं
भोजपुर के सात विधायकों में तीन शाहपुर, संदेश और जगदीशपुर से राजद के विधायक चुनाव जीते हैं। दो भाकपा माले के विधायक अगिआंव और तरारी से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं। जबकि दो विधायक भाजपा के हैं। इस तरह महागठबंधन के कुल पांच विधायक होने के बाद भी यहां के किसी विधायक को नई सरकार में शामिल होने का मौका नहीं मिला। जिसको लेकर भोजपुर जिले के लोगों को काफी निराशा हुई है। इस नए मंत्रिमंडल में जिलेवासियों को उम्मीद थी कि महागठबंधन के पांच विधायक हैं, जिसमें किसी न किसी को मंत्रिमंडल में जरूर शामिल किया जाएगा। दो नाम भोजपुर जिले में चर्चा में रही, जिसमें एक जगदीशपुर के वर्तमान विधायक रामविष्णु सिंह लोहिया और शाहपुर विधानसभा से राहुल तिवारी।
JDU MLC राधाचरण सेठ भी रेस में पिछड़े
साल 2015 में भी जब महागठबंधन की सरकार राज्य में बनी थी तो राजद के पांच विधायकों समेत छह सीटों (जदयू के एक विधायक) पर जीत मिली थी। मगर किसी विधायक को सरकार में प्रतिनिधित्व का अवसर नहीं मिला। आरा-बक्सर निकाय क्षेत्र के एमएलसी राधाचरण सेठ भी जदयू से हैं, मगर जदयू ने भी इस इलाके को प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया। स्थानीय भोजपुर और बक्सर स्थानीय निकाय के विधान पार्षद राधाचरण सेठ का भी नाम मंत्री बनने की रेस में शामिल था लेकिन उनको भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।
शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल भी नहीं बने मंत्री
महागठबंधन सरकार में राजद कोटे से ब्राह्मण चेहरे के रूप में राजद के वरीय नेता शिवानंद तिवारी के विधायक बेटे राहुल तिवारी के नाम की चर्चा चल रही थी। वे जिले के शाहपुर से लगातार दूसरी बार राजद के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए हैं। लेकिन राजद ने किसी ब्राह्मण को जगह नहीं दी है और ऐसे में भोजपुर भी प्रतिनिधित्व से वंचित रह गया। वहीं पूरे शाहाबाद की अगर बात करें तो कुल 4 लोगों को मंत्री बनाया गया है। जिसमें कैमूर जिले से दो जमा खान और सुधाकर सिंह, रोहतास जिले के दो विधायक मुरारी गौतम और अनीता देवी को मंत्रिमंडल में जगह दिया गया। कुल मिलाकर भोजपुर जिले के किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर जिलेवासी काफी मायूस हैं।
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सात में पांच MLA महागठबंधन के, फिर मंत्री नहीं
भोजपुर के सात विधायकों में तीन शाहपुर, संदेश और जगदीशपुर से राजद के विधायक चुनाव जीते हैं। दो भाकपा माले के विधायक अगिआंव और तरारी से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे हैं। जबकि दो विधायक भाजपा के हैं। इस तरह महागठबंधन के कुल पांच विधायक होने के बाद भी यहां के किसी विधायक को नई सरकार में शामिल होने का मौका नहीं मिला। जिसको लेकर भोजपुर जिले के लोगों को काफी निराशा हुई है। इस नए मंत्रिमंडल में जिलेवासियों को उम्मीद थी कि महागठबंधन के पांच विधायक हैं, जिसमें किसी न किसी को मंत्रिमंडल में जरूर शामिल किया जाएगा। दो नाम भोजपुर जिले में चर्चा में रही, जिसमें एक जगदीशपुर के वर्तमान विधायक रामविष्णु सिंह लोहिया और शाहपुर विधानसभा से राहुल तिवारी।
JDU MLC राधाचरण सेठ भी रेस में पिछड़े
साल 2015 में भी जब महागठबंधन की सरकार राज्य में बनी थी तो राजद के पांच विधायकों समेत छह सीटों (जदयू के एक विधायक) पर जीत मिली थी। मगर किसी विधायक को सरकार में प्रतिनिधित्व का अवसर नहीं मिला। आरा-बक्सर निकाय क्षेत्र के एमएलसी राधाचरण सेठ भी जदयू से हैं, मगर जदयू ने भी इस इलाके को प्रतिनिधित्व का मौका नहीं दिया। स्थानीय भोजपुर और बक्सर स्थानीय निकाय के विधान पार्षद राधाचरण सेठ का भी नाम मंत्री बनने की रेस में शामिल था लेकिन उनको भी मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया।
शिवानंद तिवारी के बेटे राहुल भी नहीं बने मंत्री
महागठबंधन सरकार में राजद कोटे से ब्राह्मण चेहरे के रूप में राजद के वरीय नेता शिवानंद तिवारी के विधायक बेटे राहुल तिवारी के नाम की चर्चा चल रही थी। वे जिले के शाहपुर से लगातार दूसरी बार राजद के टिकट पर विधायक निर्वाचित हुए हैं। लेकिन राजद ने किसी ब्राह्मण को जगह नहीं दी है और ऐसे में भोजपुर भी प्रतिनिधित्व से वंचित रह गया। वहीं पूरे शाहाबाद की अगर बात करें तो कुल 4 लोगों को मंत्री बनाया गया है। जिसमें कैमूर जिले से दो जमा खान और सुधाकर सिंह, रोहतास जिले के दो विधायक मुरारी गौतम और अनीता देवी को मंत्रिमंडल में जगह दिया गया। कुल मिलाकर भोजपुर जिले के किसी भी विधायक को मंत्री नहीं बनाए जाने को लेकर जिलेवासी काफी मायूस हैं।