जानिए कैसे हुआ रेलवे में करोड़ों रूपये का घोटला

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नई दिल्ली: रेल विभाग द्वारा पिछले वित्त वर्ष में करोड़ों रुपये के बेड-रोल चोरी होने का दावा किया था. उस दौरान गायब हुए सामना का शक आम जनता पर लगाया गया था.

बता दें कि अब एक ऐसी चीज सामने आई है जिसने रेलवे द्वारा लगाए गए दावों को पूरी तरह से बदल दिया है. अब जो असलियत देखने को मिली है उसमें यह पता चला है कि असल आरोपी कोच अटेंडेंट हैं. दैनिक भास्कर के एक रिपोर्ट के तहत एसी कोच में मिलने वाला कंबल उसी कोच के अटेंडेंट चोरी करते है. एक कंबल चार सौ रूपये में खुले आम बेचा जा रहा है.

एक कंबल चार सौ रूपये में खुले आम बेचा जा रहा है

हाल ही में रेल महकमा ने बताया था कि कोच से 14 करोड़ रुपये के चादर, कंबल और तकिया जैसे सामान चोरी हो गए है. भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, उसने से 12 दिसंबर के बीच सरयू-यमुना, रांची- जयनगर और टाटा-छपरा एक्सप्रेस में जांच पड़ताल की थी. उस दौरान एसी कोच के अटेंडेंट महज 400 रूपये में कंबल बेचते दिखाई दिए है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, सरयू-यमुना एक्सप्रेस के कोच अटेंडेंट ने आठ सौ रूपये में दो कंबल दे दिए है. वहीं टाटा-छपरा के अटेंडेंट ने 1000 रुपये में तीन कंबल बेचे है. दूसरी ओर रांची-जयनगर एक्सप्रेस के अटेंडेंट ने 2400 रुपये में 6 कंबल दिए.

इससे पहले रेलवे ने साल 2017-18 के समय ट्रेनों के एसी कोचों से लाखों तालियों, कंबल और चादर गायब होने का दावा किया था. जिनमें 46,515 कंबल, 4,71,007 चादर और 2,14,952 तकिया गायब होने का दावा किया गया है. ये ही नहीं रेलवे प्रशासन द्वारा शौचालयों के मग, शीशे और यहां तक कि फ्लश-पाइप गायब होने की बात भी कहीं गई थी. उस दौरान रेल अधिकारियों ने यह आरोप आम जनता पर लगाया था. मीडिया रिपोर्ट्स के तहत अधिकारियों ने यह आरोप कोच अटेंडेंट्स के हवाले से लगाए थे.