अखिलेश ने चुनाव से पहले किया इतना बड़ा ऐलान, तमाम पार्टियों के उड़े होश

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नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के प्रमुख और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद को यूपी की राजनीती में ज्यादा समय देना चाहते है. इस वक्त उनका पीएम बनाने का कोई इरादा नहीं है.

प्रधानमंत्री बनने का कोई इरादा नहीं है- अखिलेश 

बता दें कि दिल्ली में अखिलेश ने पत्रकार प्रिया सहगल की किताब विमोचन समारोह के दौरान इस बात का जिक्र किया है. बहरहाल, उनका प्रधानमंत्री बनने का कोई इरादा नहीं है. इसके बजाय वह अपने राज्य उत्तर प्रदेश को ओर बेहतर करने के इच्छा रखते है. इस कार्यक्रम में भाजपा नेता राम माधव, नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला, कांग्रेस के सचिन पायलट और रालोद के जयंत चौधरी भी मौजूद थे.

वार्ता के दौरान, महागठबंधन की बात आने पर संचालक पत्रकार वीर सांघवी ने पूछा कि जब विपक्षी नेताओं की प्रधानमंत्री बनने की हसरत है, ऐसे में कोई गठबंधन कैसे काम करेगा? इस पर सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि उनकी ऐसी कोई महत्वाकांक्षा नहीं है. अखिलेश ने कहा कि इसके जगह वह अपने राज्य में सुधार उसको और बेहतर करने में कार्य करेंगे.

कांग्रेस नेता सचिन पायलट का बयान 

बता दें कि अखिलेश के प्रधानमंत्री न बनने की इच्छा को दूसरे रूप से बसपा प्रमुख मायावती की पीएम पद की महत्वाकांक्षा को शांत करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, विपक्षी दल आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी का मुकाबला करने के लिए महागठबंधन का सहारा ले रहीं है. ताकी आगामी चुनावों में भाजपा को मात दी जा सकें. इस दौरान कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि किसी को भी अपना जीवन पीएम बनने की महत्वाकांक्षा के साथ प्रारंभ नहीं करना चाहिए क्योंकि एक राजनीतिक करियर को रुपरेखा देने के लिए कई चीजें भूमिका निभाती हैं और राजनीति में कुछ भी कहीं से भी स्थायी नहीं है.

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आपको बता दें कि पिछले साल फरवरी में भी अखिलेश ने कहा था कि प्रधानमंत्री बनने में उन्हें कोई रुची नहीं है. लेकिन अब उनके द्वारा दिया यह बयान भाजपा के लिए काफी मुश्किलें बढ़ा सकता है क्योंकि बीजेपी के खिलाफ तमाम विपक्षी पार्टियों का गठबंधन बनाने की कोशिश तेज देखी जा सकती है.