AFC Asian Cup Qualifiers: अफगानिस्तान के खिलाफ एक बार फिर सुनील छेत्री पर होगी भारत की उम्मीदें h3>
नई दिल्ली: दिग्गज भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी सुनील छेत्री कंबोडिया के खिलाफ मिली लय शनिवार को अफगानिस्तान के खिलाफ एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर के अपने दूसरे मैच में भी जारी रखना चाहेंगे। कंबोडिया के खिलाफ भारतीय टीम गोल करने के कई मौकों पर चूक गयी थी लेकिन 37 साल के इस खिलाड़ी ने मध्यांतर के दोनों ओर एक-एक गोल कर टीम को जीत दिलाकर ग्रुप डी में शुरुआती मुकाबले के बाद शीर्ष स्थान सुनिश्चित किया था।
हांगकांग ने भी अपने पहले मैच में अफगानिस्तान के खिलाफ 2-1 से जीत दर्ज कर तीन अंक हासिल किये थे लेकिन भारत बेहतर गोल अंतर के कारण कोच जॉन एंडरसन की टीम के आगे है। लगातार दूसरे एशियाई कप फाइनल्स में जगह बनाने की कोशिश करने में लगी छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय टीम मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहेगी।
लिस्टन कोलाको, मनवीर सिंह, उदांता सिंह, आशिक कुरुनियन और रोशन सिंह जैसे खिलाड़ियों को अपनी फिनिशिंग क्षमताओं में सुधार करना होगा। इन सभी खिलाड़ियों को हाल-फिलहाल में पर्याप्त अवसर मिले, लेकिन जहां तक गोल करने का सवाल है , वे प्रभाव डालने में विफल रहे जिससे छेत्री पर काफी दबाव बढ़ जाता है। छेत्री अंतरराष्ट्रीय मैच में 82 गोल के साथ सक्रिय खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो (117) और लियोनेल मेस्सी (86) के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
कोच इगोर स्टिमक से जब छेत्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस सवाल का जवाब देते-देते थक गया हूं। जब वह (सुनील) हमारे साथ है, तो मुझे परवाह नहीं है कि दूसरे गोल नहीं कर रहे हैं। अगर वह नहीं होगा तो दूसरे खिलाड़ी गोल करना शुरू कर देंगे। जब वह हर मैच में दो गोल कर रहा है तो किसी और की तलाश क्यों करें?’
अफगानिस्तान के दृष्टिकोण से यह ‘करो या मरो’ का मैच होगा और शारीरिक रूप से मजबूत इस टीम को रोकने की जिम्मेदारी रोशन सिंह, संदेश झिंगन, अनवर अली और आकाश मिश्रा की भारतीय रक्षापंक्ति पर होगी। कंबोडिया के खिलाफ रक्षापंक्ति का खेल शानदार रहा था। स्टिमक ने कहा, ‘यह मैच काफी मुश्किल होगा। उन्होंने हांगकांग के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था। वे लगातार अपने स्थान को बदल कर गोल के मौके बना रहे थे।’
अफगानिस्तान के खिलाफ 10 मैचों में भारत ने छह जीत और एक हार का सामना किया है। टीम ने आखिरी बार अफगानिस्तान को सैफ चैम्पियनशिप में तीन जनवरी 2016 को हराया था। इसके बाद अफगानिस्तान की टीम दो बार भारत को 1-1 की बराबरी पर रोकने में सफल रही है। अफगानिस्तान की आक्रमण पंक्ति की अगुवाई फैसल शायेस्टेह पर टिकी होगी जो देश के सर्वकालिक शीर्ष स्कोरर बनने से सिर्फ एक गोल दूर हैं।
लिस्टन कोलाको, मनवीर सिंह, उदांता सिंह, आशिक कुरुनियन और रोशन सिंह जैसे खिलाड़ियों को अपनी फिनिशिंग क्षमताओं में सुधार करना होगा। इन सभी खिलाड़ियों को हाल-फिलहाल में पर्याप्त अवसर मिले, लेकिन जहां तक गोल करने का सवाल है , वे प्रभाव डालने में विफल रहे जिससे छेत्री पर काफी दबाव बढ़ जाता है। छेत्री अंतरराष्ट्रीय मैच में 82 गोल के साथ सक्रिय खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो (117) और लियोनेल मेस्सी (86) के बाद तीसरे स्थान पर हैं।
कोच इगोर स्टिमक से जब छेत्री के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं इस सवाल का जवाब देते-देते थक गया हूं। जब वह (सुनील) हमारे साथ है, तो मुझे परवाह नहीं है कि दूसरे गोल नहीं कर रहे हैं। अगर वह नहीं होगा तो दूसरे खिलाड़ी गोल करना शुरू कर देंगे। जब वह हर मैच में दो गोल कर रहा है तो किसी और की तलाश क्यों करें?’
अफगानिस्तान के दृष्टिकोण से यह ‘करो या मरो’ का मैच होगा और शारीरिक रूप से मजबूत इस टीम को रोकने की जिम्मेदारी रोशन सिंह, संदेश झिंगन, अनवर अली और आकाश मिश्रा की भारतीय रक्षापंक्ति पर होगी। कंबोडिया के खिलाफ रक्षापंक्ति का खेल शानदार रहा था। स्टिमक ने कहा, ‘यह मैच काफी मुश्किल होगा। उन्होंने हांगकांग के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया था। वे लगातार अपने स्थान को बदल कर गोल के मौके बना रहे थे।’
अफगानिस्तान के खिलाफ 10 मैचों में भारत ने छह जीत और एक हार का सामना किया है। टीम ने आखिरी बार अफगानिस्तान को सैफ चैम्पियनशिप में तीन जनवरी 2016 को हराया था। इसके बाद अफगानिस्तान की टीम दो बार भारत को 1-1 की बराबरी पर रोकने में सफल रही है। अफगानिस्तान की आक्रमण पंक्ति की अगुवाई फैसल शायेस्टेह पर टिकी होगी जो देश के सर्वकालिक शीर्ष स्कोरर बनने से सिर्फ एक गोल दूर हैं।