जानें परासरण के बारे में जो आज पूरे देश में ‘श्रीराम के हनुमान’ के तौर पर विख्यात?

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देशभर में श्री राम मंदिर के भूमि पूजन के बाद देशभर में उल्लास के लहर है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा श्री राम मंदिर की शिला रखी गई। 500 साल के लम्बे संघर्ष के बाद 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर की नीव रखी गयी और काफी भव्य तरीके से राम लल्ला का भूमि -पूजन हुआ लेकिन यह वर्षों पुराना सपना पूरा होने के पीछे वरिष्ठ वकील केशव अय्यंगार परासरण ने एक एहम भूमिका निभाई जिन्हे आज पूरा देश श्रीराम के हनुमान’ के तौर पर जान रहा है।

सुप्रीम कोर्ट में राम जन्‍मभूमि‍ का मुकदमा जोरों शोरों से लड़ने और उसकी साथ जिताने वाले वरिष्ठ वकील के परासरण की अध्यक्षता में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया गया था। ‘श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र’ ट्रस्ट के कार्यालय का पता ग्रेटर कैलाश स्थित परासरण का दफ्तर ही है।

परासरण वही वकील हैं जो 92 साल की उम्र में भी सुप्रीम कोर्ट में घंटों खड़े रहकर राम मंदिर के लिए बहस करते और तमाम ऐसे दलीले पेश की जिनके कारण 500 साल से चल रहा लम्बी लड़ाई खत्म हुई और अयोध्या में राम मंदिर की नींव राखी गई। आज पूरा देश उन्‍हें जानता है और उनकी प्रति अपना अभिनन्दन व्यक्त कर रहा है। जहां इस उम्र में आकर लोग अपनी आस छोड़ देती है वही 92 साल की उम्र में भी वरिष्ठ वकील के परासरण ने रामजन्म भूमि में राम मंदिर का गठन करवाने में एक एहम भूमिका निभाई।

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