राज्यसभा में नागरिकता संसोधन विधेयक बिल पास होने पर भले ही पूरे देश में सरकार के खिलाफ विरोध के सुर बज रहें हो लेकिन इस बिल से पाकिस्तान से भारत आया एक परिवार काफी खुश है। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।
पाकिस्तान से भारत आये इस परिवार के एक सदस्य का दावा है कि वह वहाँ की बेनजीर भुट्टों की सरकार में सांसद रह चुके हैं। इस सदस्य का नाम डिवायाराम है। डिवायाराम बिल के पास हो जाने से इसलिए खुश हैं कि इन्हे अब भारत की नागरिकता मिल जाएगी।यह परिवार फतेहाबाद में है जो साल 2000 में वीजा लेकर पाकिस्तान से भारत आया और फिर वीजा अवधि खत्म होने के बाद यहीं बस गया।
डिवायाराम फतेहाबाद जिले के गांव रतनगढ़ में मजदूरी करके अपना और परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। खबरों के अनुसार, वह सर्दियों में मूंगफली और गर्मियों में कुल्फी बेचकर अपने परिवार का जीवन यापन करते हैं।
डिवायाराम पाकिस्तान मे बेनजीर भुट्टो के शासनकाल में पाकिस्तान के सांसद रहे थे। उनके अनुसार पाकिस्तान की संसद में अल्यसंख्यकों के लिए कुछ पद आरक्षित होते हैं, इसी के तहत उन्हें सांसद बनाया गया।
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डिवायाराम अपने परिवार के साथ जनवरी 2000 में एक महीने के वीजा पर भारत आए थे। वीजा खत्म होने के बाद उन्होंने तत्कालीन रोहतक डिप्टी कमिश्नर से गुहार लगाई कि वह अपने परिवार के साथ किसी भी हाल में पाकिस्तान नहीं जाना चाहते. उस दौरान कुछ हिंदू संगठनों ने उनकी मदद की. उपायुक्त ने भी उन्हें वहां रहने की छूट दे दी।
इसके बाद वह साल 2006 में रोहतक से फतेहाबाद के रतिया कस्बे के निकट गांव रतनगढ़ में आकर रहने लगे। 13 साल बीत चुके हैं और वह 13 साल से यही रह रहे हैं।