मधेपुरा के सिंहेश्वर में आयोजित शिव महापुराण कथा के दौरान कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की तुलना भगवान शिव से की। 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने 24 अप्रैल को अपने फेसबुक पेज पर एक वीडियो पोस्ट किया है। उन्होंने इस आतंकी हमले की निंदा की।
साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कलयुग में शंकर का स्वरूप बताया। पंडित मिश्रा ने कहा कि हमारे भारत के गृह मंत्री अमित शाह जी शिव का एक रूप हैं। उनकी मौनता और शांति के बाद उनका तांडव जरूर देखने को मिलेगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि इन आतंकियों का अंत होगा।
आतंकियों ने धर्म देखकर मारी गोली
उन्होंने आतंकी हमले का जिक्र करते हुए कहा कि आतंकियों ने जाति नहीं देखी, बल्कि हिंदू होने के आधार पर लोगों को निशाना बनाया। उन्होंने एक नवविवाहित युवक का उदाहरण दिया, जिसकी शादी को मात्र आठ दिन हुए थे और कश्मीर घूमने गए इस युवक को गोली मार दी गई। उन्होंने कहा, उसकी पत्नी आज रोती-बिलखती दिख रही है। पंडित मिश्रा ने कथा में मौजूद श्रोताओं से आह्वान किया कि अब समय आ गया है कि हर घर के बेटे-बेटियों को शस्त्र चलाना सीखना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें इस बात से मतलब नहीं कि तुम्हारे घर में शास्त्र है या नहीं, लेकिन अब तुम्हारे बच्चों को शस्त्र चलाने आना चाहिए। इस बयान पर कथा स्थल पर मौजूद लोगों ने तालियों से समर्थन जताया।
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सोशल मीडिया पर बयान को लेकर विवाद
हालांकि, पंडित मिश्रा का यह बयान सोशल मीडिया पर विवाद का विषय बन गया है। कई यूजर्स ने एक जीवित राजनेता की तुलना भगवान शिव से करने को अनुचित और महादेव का अपमान करार दिया। कुछ लोगों ने पंडित मिश्रा पर भाजपा का प्रचारक होने का आरोप लगाया। एक यूजर ने लिखा कि यह कथावाचन नहीं, राजनीतिक प्रचार है। भगवान शिव की तुलना किसी राजनेता से करना अपमानजनक है।
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वहीं, कुछ अन्य यूजर्स ने इस बयान को धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताया। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कई लोगों की जान गई थी, जिसमें पर्यटक भी शामिल थे। इस घटना ने देशभर में आक्रोश पैदा किया है।