तीन दिन की जगह एक दिन में सिमटा पुस्तक मेला: भिंड विधायक ने जताई नाराजगी, 40 दुकानदारों को भेजा था आमंत्रण, 10 ही आए – Bhind News h3>
भिंड में पुस्तक मेला का आयोजन रस्म अदायगी के साथ समापन किया गया। बिना किसी प्रचार-प्रसार के अचानक मेला लगाया गया। इस मेला के लिए 40 दुकानदारों को आमंत्रण पत्र भेजे गए थे, परंतु मेला में दस दुकानदारों ने ही हिस्सा लिया। यहीं कारण है कि ये तीन दिवस का
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बता दें की नए सत्र में एक मंच के नीचे सभी स्कूलों की पाठ्यपुस्तक सामग्री का बेचे जाने का निर्णय प्रदेश सरकार द्वारा लिया गया। इससे स्कूलों की दुकान विशेष को लेकर चलने वाली मोनो पाली समाप्त की जा सके। इसी मंशा के साथ ये पुस्तक मेले प्रदेशभर में लगाए गए। परंतु भिंड शहर में नये सत्र के शुभारंभ के बीस दिन बाद पुस्तक मेला लगाया गया।
स्कूल खुलने के बीस दिन बाद पुस्तक मेला लगाए जाने से पहले ही ज्यादातर अभिभावकों द्वारा पाठयपुस्तक सामग्री खरीदी जा चुकी थी। इधर शिक्षा विभाग द्वारा शहर के चालीस पाठय पुस्तक सामग्री विक्रेताओं को हिस्सेदारी निभाने के लिए आमंत्रित किया गया था। ये पुस्तक मेला बीस अप्रेल की शाम को शुरू हुआ। 21 अप्रैल को कई दुकानदार सामान समेटकर चले गए। 22 अप्रैल की शाम तक यहां लगाये जाना था, परंतु ऐसा नहीं हुआ। पुस्तक मेला में अभिभावकों के ना आने से दुकानदारों ने अपना समय बर्बाद होना समझा और वे समय से पहले ही रवाना हो गए।
तीन दिवसीय पुस्तक मेला एक दिन में ही समाप्त हो गया।
प्रचार-प्रसार का रहा अभाव ये पुस्तक मेला लगाए जाने को लेकर शिक्षा विभाग रूचि नहीं दिखा रहा था। इस कारण से लगाए जाने में देरी की गई। इधर ज्यादातर अभिभावक बच्चों के पाठय पुस्तक सामग्री खरीद चुके थे। जब ये मेला लगाया गया तो इसका प्रचार प्रसार भी उचित प्लेट फार्म के माध्यमों से नहीं कराया गया। इस वजह से लोगों को इस मेले के आयोजन तक की जानकारी नहीं लगी। इसी तरह से पुस्तक मेला को जल्दबाजी में लगाया गया। अतिथि चयन को लेकर भी नाराजगी इधर पुस्तक मेला लगाए जाने में इतनी जल्दबाजी की गई कि बिना किसी को सूचना दिए मेला का आयोजन किया गया। यहां तक कि किसी अतिथि के चयन को लेकर भी विचार विमर्श विभाग द्वारा नही किया गया। बिना किसी जनप्रतिनिधि को आमंत्रित किए बगैर ही जिला शिक्षा अधिकारी आरडी मित्तल ने पुस्तक मेला का फीता काटते हुए शुभारंभ कराया था। इस बात को लेकर भिंड विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए शिकायत पत्र भी लिखा है।