सागर में छाता और गमछा लेकर निकल रहे लोग: 43 डिग्री पहुंचा तापमान; पानी पीने; खाली पेट न रहने की सलाह – Sagar News

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सागर में छाता और गमछा लेकर निकल रहे लोग:  43 डिग्री पहुंचा तापमान; पानी पीने; खाली पेट न रहने की सलाह – Sagar News

सागर में छाता और गमछा लेकर निकल रहे लोग: 43 डिग्री पहुंचा तापमान; पानी पीने; खाली पेट न रहने की सलाह – Sagar News

सागर में बादलों के बीच धूप-छांव का दौर जारी।

सागर में दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी होने से गर्मी का असर बढ़ा है। पारे में लगातार उछाल से दिन के साथ रातें भी गर्म होने लगी हैं। दिन का तापमान जहां 43.8 डिग्री के पार पहुंच गया है। वहीं न्यूनतम पारा 26.6 डिग्री सेल्सियस पर है।

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शुक्रवार सुबह से तेज धूप खिली। जैसे-जैसे दिन चढ़ा धूप में चुभन बढ़ती गई। दोपहर के समय अचानक आसमान में बादल छाए। धूप-छांव का दौर जारी रहा। हालांकि लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिली।

इस दौरान गर्म हवाओं के थपेड़ों से लोगों के हाल-बेहाल रहे। दोपहर के समय बाजार की सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। आम दिनों की अपेक्षा कम लोग ही घरों से बाहर निकले। गर्मी से बचाओ के लिए लोग छाता और गमछों का उपयोग कर रहे हैं।

गर्मी को देखते हुए मौसम विभाग ने दोपहर के समय लोगों को 12 बजे से शाम 4 बजे तक जरूरत पड़ने पर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी है। क्योंकि इन्हीं चार घंटों में तेज धूप होती है। मौसम विभाग के अनुसार दिन के तापमान में बढ़ोतरी हुई है। रात में भी गर्मी बढ़ी है। अगले पांच दिन तक मौसम ऐसा ही रहेगा।

सागर में बादलों के बीच धूप-छांव का दौर जारी।

गर्मी और लू से बचाओ के लिए यह करें गर्मी के बढ़ते असर को देखते हुए सीएमएचओ डॉ. ममता तिमोरे ने लू से बचाओ के संबंध में एडवाइजरी जारी की है। उन्होंने लू के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में संपर्क करने और आवश्यक दवा का उपयोग करने की सलाह दी है।

उन्होंने बताया कि गर्मी में लू लगने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है। वृद्ध, बच्चे, खिलाड़ी, धूप में काम करने वाले श्रमिक सर्वाधिक खतरे में रहते हैं। पसीना न आना, गर्म-लाल और शुष्क त्वचा, मतली, सिरदर्द, थकान, चक्कर आना, उल्टियां होना, बेहोश हो जाना और पुतलियां छोटी हो जाना लू के प्रमुख लक्षण हैं।

दोपहर के 4 घंटे धूप में निकलने से बचें गर्मी व लू से बचाओ के लिए खूब पानी पीएं और खाली पेट न रहें। शराब व चाय-कॉफी के अधिक सेवन से बचें। ठंडे पानी से नहाएं, सर ढके व हल्के रंग के ढीले व पूरी बांह के कपड़े पहने, बच्चों को बंद वाहनों में अकेला न छोड़े, दिन में 12 से 4 के मध्य बाहर जाने से बचें, धूप में नंगे पांव न चलें, बहुत अधिक भारी कार्य न करें।

बाहर निकलना आवश्यक हो तो छतरी व धूप के चश्मे का उपयोग करें, धूप में निकलने से पहले कम से कम दो गिलास पानी जरूर पीए, बुखार व लू लगने पर निकट के अस्पताल में संपर्क कर आवश्यक दवा का उपयोग करें। ओआरएस का घोल, नारियल पानी, छाछ, नींबू पानी, फलों के रस आदि का सेवन करें।

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