मॉर्गन स्टेनली ने सेंसेक्स में तेजी का अनुमान 12% घटाया: दिसंबर 2025 तक 82,000 पहुंचेगा; अमेरिका में मंदी आने पर 63,000 तक गिरेगा h3>
मुंबई11 घंटे पहले
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अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स का टारगेट 12% घटाकर 82,000 कर दिया है। इससे पहले ये टारगेट 93,000 था। हालांकि, यह लक्ष्य वर्तमान स्तर से अभी भी लगभग 7% ज्यादा है, और मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि सेंसेक्स के दिसंबर 2025 तक इस लक्ष्य तक पहुंचने की 50% संभावना है।
इसके साथ ही फर्म ने कहा कि कच्चे तेल के दाम लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रहने और अमेरिका में मंदी आने पर सेंसेक्स गिरकर 63,000 तक आ सकता है। तेल के दाम बढ़ने पर महंगाई में वृद्धि होगी और RBI ब्याज दरों में उम्मीद से कम कटौती करेगा।
- बेस केस : ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 82,000 पहुंचने की उम्मीद है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि तेल कीमतें स्थिर रहेंगी और इकोनॉमी में निजी निवेश बढ़ेगा। इसके साथ ही RBI ब्याज दरों में 0.5% की कटौती करेगा।
- बुल केस: तेजी की स्थिति में, मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 91,000 के स्तर पर पहुंच जाएगा और इसकी संभावना 30% है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि सरकारी जीएसटी दरों में कटौती करेगी और फार्म लॉ में भी प्रगति होगी।
- बेयर केस: मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि कच्चे तेल के दाम लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रहे और अमेरिका में मंदी आती है तो सेंसेक्स मौजूदा स्तर से 22% घटकर 63,000 तक जा सकता है। ब्रोकरेज फर्म के अनुसार ऐसा होने की संभावना 20% है।
मार्च में 28.5% तेजी का अनुमान जताया था
अमेरिकी फर्म ने इससे पहले मार्च में जारी किए अपने अनुमान में कहा था कि घरेलू निवेश के चलते 2025 में भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले उभरते बाजारों में से एक हो सकता है।
- बेस केस: ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि अगले एक साल में सामान्य रुझान की स्थिति (बेस केस) में भी सेंसेक्स 93,000 का लेवल छू सकता है। यह 13.8% तेजी दर्शाता है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि सरकारी घाटा कम होने से इकोनॉमी में स्थिरता बनी रहेगी, निजी निवेश बढ़ेगा और रियल ग्रोथ व रियल रेट्स के बीच अंतर बढ़ेगा।
- बुल केस: तेजी की स्थिति में, मॉर्गन स्टेनली का मानना था कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 1,05,000 तक का स्तर छू सकता है। यह मौजूदा स्तर से 28.5% तेजी दर्शाता है।
- बेयर केस: मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि बाजार में यदि मंदी आती है तो सेंसेक्स एक साल में मौजूदा स्तर से 14.3% गिरकर 70 हजार तक के लेवल पर आ सकता है। ऐसा तब होगा, जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएं और अमेरिका की अर्थव्यवस्था मंदी की गिरफ्त में आ जाए।
भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान भी घटाया था
मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर में वित्त वर्ष 25 के लिए भारत की ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को रिवाइज कर 6.3% कर दिया था। मल्टीनेशनल इन्वेस्टमेंट बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी ने पहले यह अनुमान 6.7% बताया था।
मॉर्गन स्टेनली ने इससे पहले भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान वित्त वर्ष 25 के लिए 6.7% बताया था। सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में ग्रोथ स्लोडाउन के बाद मॉर्गन स्टेनली ने यह डाउनग्रेड किया है।
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अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स का टारगेट 12% घटाकर 82,000 कर दिया है। इससे पहले ये टारगेट 93,000 था। हालांकि, यह लक्ष्य वर्तमान स्तर से अभी भी लगभग 7% ज्यादा है, और मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि सेंसेक्स के दिसंबर 2025 तक इस लक्ष्य तक पहुंचने की 50% संभावना है।
इसके साथ ही फर्म ने कहा कि कच्चे तेल के दाम लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रहने और अमेरिका में मंदी आने पर सेंसेक्स गिरकर 63,000 तक आ सकता है। तेल के दाम बढ़ने पर महंगाई में वृद्धि होगी और RBI ब्याज दरों में उम्मीद से कम कटौती करेगा।
- बेस केस : ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 82,000 पहुंचने की उम्मीद है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि तेल कीमतें स्थिर रहेंगी और इकोनॉमी में निजी निवेश बढ़ेगा। इसके साथ ही RBI ब्याज दरों में 0.5% की कटौती करेगा।
- बुल केस: तेजी की स्थिति में, मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 91,000 के स्तर पर पहुंच जाएगा और इसकी संभावना 30% है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि सरकारी जीएसटी दरों में कटौती करेगी और फार्म लॉ में भी प्रगति होगी।
- बेयर केस: मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि कच्चे तेल के दाम लगातार 100 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर रहे और अमेरिका में मंदी आती है तो सेंसेक्स मौजूदा स्तर से 22% घटकर 63,000 तक जा सकता है। ब्रोकरेज फर्म के अनुसार ऐसा होने की संभावना 20% है।
मार्च में 28.5% तेजी का अनुमान जताया था
अमेरिकी फर्म ने इससे पहले मार्च में जारी किए अपने अनुमान में कहा था कि घरेलू निवेश के चलते 2025 में भारत सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले उभरते बाजारों में से एक हो सकता है।
- बेस केस: ब्रोकरेज फर्म ने कहा कि अगले एक साल में सामान्य रुझान की स्थिति (बेस केस) में भी सेंसेक्स 93,000 का लेवल छू सकता है। यह 13.8% तेजी दर्शाता है। यह अनुमान यह मानकर लगाया गया है कि सरकारी घाटा कम होने से इकोनॉमी में स्थिरता बनी रहेगी, निजी निवेश बढ़ेगा और रियल ग्रोथ व रियल रेट्स के बीच अंतर बढ़ेगा।
- बुल केस: तेजी की स्थिति में, मॉर्गन स्टेनली का मानना था कि दिसंबर 2025 तक सेंसेक्स 1,05,000 तक का स्तर छू सकता है। यह मौजूदा स्तर से 28.5% तेजी दर्शाता है।
- बेयर केस: मॉर्गन स्टेनली का मानना है कि बाजार में यदि मंदी आती है तो सेंसेक्स एक साल में मौजूदा स्तर से 14.3% गिरकर 70 हजार तक के लेवल पर आ सकता है। ऐसा तब होगा, जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़कर 110 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाएं और अमेरिका की अर्थव्यवस्था मंदी की गिरफ्त में आ जाए।
भारत की GDP ग्रोथ का अनुमान भी घटाया था
मॉर्गन स्टेनली ने दिसंबर में वित्त वर्ष 25 के लिए भारत की ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को रिवाइज कर 6.3% कर दिया था। मल्टीनेशनल इन्वेस्टमेंट बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी ने पहले यह अनुमान 6.7% बताया था।
मॉर्गन स्टेनली ने इससे पहले भारत की ग्रोथ रेट का अनुमान वित्त वर्ष 25 के लिए 6.7% बताया था। सितंबर 2024 को समाप्त तिमाही में ग्रोथ स्लोडाउन के बाद मॉर्गन स्टेनली ने यह डाउनग्रेड किया है।
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