जांच में खरपतवार नाशक दवा के सेंपल फेल,FIR के आदेश: रहली ब्लाक में दवा के छिड़काव से 32 किसानों की फसल खराब हुई थी – Sagar News

19
जांच में खरपतवार नाशक दवा के सेंपल फेल,FIR के आदेश:  रहली ब्लाक में दवा के छिड़काव से 32 किसानों की फसल खराब हुई थी – Sagar News

जांच में खरपतवार नाशक दवा के सेंपल फेल,FIR के आदेश: रहली ब्लाक में दवा के छिड़काव से 32 किसानों की फसल खराब हुई थी – Sagar News

दवा का छिड़काव करने से पीली पड़कर नष्ट हुई थी फसल।

सागर के रहली ब्लाक में खरपतवार नाशक दवा के छिड़काव से खराब हुई फसलों के मामले में दवा की सेंपल रिपोर्ट आ गई है। जिसमें खरपतवार नाशक दवा अमानक पाई गई है। रिपोर्ट आने के बाद कलेक्टर संदीप जीआर ने दवा विक्रेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए है।

.

दरअसल, जनवरी-फरवरी माह में रहली ब्लाक में खरपतवार नाशक दवा का छिड़काव करने से अलग-अलग गांवों के 32 किसानों की फसलें नष्ट हुई थी। इस दौरान 60 एकड़ से अधिक की गेहूं, प्याज समेत अन्य फसल को दवा के छिड़काव से नुकसान हुआ था।

मामले में किसानों ने प्रशासन से शिकायत की। जिसमें कहा कि मेसर्स श्री-आदि एग्रो केमिकल एण्ड फर्टिलाइजर रहली के प्रो. अभय जैन ने निर्माता कंपनी क्रिस्टल क्रॉप प्रोटेक्शन लिमिटेड विपणन कर्ता सफायर क्रॉप साइंस प्रा.लि. द्वारा किसानों को गेहूं में खरपतवार नाशक दवा विक्रय की थी।

जिससे रहली विकासखंड के 32 किसानों की फसल नष्ट हुई है। उक्त शिकायत के आधार पर कृषि विभाग की संयुक्त टीम टीम गठित कर मामले की जांच कराई गई। जांच में किसानों के उक्त दवा छिड़काव से 80-90 प्रतिशत फसल में नुकसान होना पाया गया।

विक्रेता ‌द्वारा किसानों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रारूप में देयक नहीं देना पाया गया है जो कीटनाशक के अधिनियम का उल्लंघन है। साथ ही संबंधित संस्था की दवा का नमूना प्रयोगशाला भेजा गया था। लैब से आई रिपोर्ट में नमूना अमानक स्तर का पाया गया है।

जिस पर कलेक्टर ने अनुविभागीय कृषि अधिकारी रहली और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी रहली को संबंधित संस्था व कंपनी पर कीटनाशक औषधि में भारत सरकार द्वारा निर्धारित तत्वों का कम या अधिक होने पर कीटनाशी अधिनियम 1968 और नियम 1971 का स्पष्ट उल्लंघन होने पर तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए है।

दवा डालने से पीली पड़कर सूख गई फसल

किसान रामबाबू घोषी ने बताया कि 13 एकड़ खेत में गेहूं की फसल लगाई थी। रहली के आदिनाथ एग्रो केमिकल एंड फर्टिलाइजर दुकान पर खरपतवार नाशक दवाई लेने गया था। उन्होंने दवाई दी। जिसका छिड़काव फसल पर किया। छिड़काव करने के कुछ दिन बाद फसल पीली पड़ने लगी। जिसके बाद फसल सूखकर काली पड़ गई। करीब 13 एकड़ की गेहूं फसल पूरी तरह नष्ट हो गई है।

छेवला निवासी किसान रामकुमार पटेल ने कहा कि खरपतवार नाशक दवाई का छिड़काव करने से 4 एकड़ की गेहूं फसल खराब हुई है। प्याज की पौध भी खराब हुई है। मामले में तहसीलदार, सीएम हेल्प लाइन और कृषि विभाग में शिकायत की थी। खरपतवार नाशक दवाई का छिड़काव करने से गांव के 11 किसानों की करीब 40 एकड़ की फसल खराब हुई है। इसके अलावा ब्लाक में अन्य किसानों की फसल भी नष्ट हुई हैं।

मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News