Agra: दलित वोट बैंक में अखिलेश यादव की सेंधमारी, BSP के पूर्व नेता आजाद सिंह जाटव को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
Akhilesh Yadav: बीजेपी के खिलाफ मुखर रहने वाले अखिलेश यादव अब बीएसपी के कोर वोट बैंक पर सियासत के दांव चल रहे हैं। यही वजह है कि अनूसूचित जाति संगठन होने के बावजूद भी सपा ने बाबा साहब वाहिनी को फ्रंटल संगठन घोषित कर दिया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शामिल हुए राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन आगरा के दलित वोट बैंक को साधने का काम करेंगे।
दिशाविहिन हो चुका है दलित
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन का कहना है यूपी का दलित दिशाविहीन है और चौराहे पर खड़ा है। बीजेपी धर्मवाद-जातिगत राजनीति करती है। इससे दलितों का भला नहीं होना है। संकट और गर्दिश के दौर में जब दलितों के लिए समाजवादी पार्टी संघर्ष करेगी तो निश्चित तौर पर दलित हमारे साथ आएगा और दलितों को वोट सपा को मिलेगा। दलित एजेंडे पर काम करने वाले समाजसेवी नरेश पारस का कहना है कि यूपी में दलित उत्पीडन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेश के आंकड़ों पर गौर करें तो 95 हजार दलित उत्पीडऩ के केस दर्ज हो चुके हैं। बहन जी की खामोशी के चलते दलित अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वर्तमान में वे अपने राजनैतिक हमदर्द खोज रहे हैं। जो उनके मुद्दों की बात करेगा दलित उसे वोट देगा।
सार्वजनिक उपकरणों को बेच रही सरकार
आरक्षण पर बात करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामजीलाल सुमन ने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर अटल बिहारी बाजपेई ने सार्वजनिक उपकरणों को बढ़ाया था। मनमोहन सिंह के कार्यकाल में घाटे में आने वाले उपकरणों को बेचा जा रहा था, लेकिन वहां सिर्फ इस बात को लेकर हमने बहस की जो उपकरण घाटे में हैं उन्हें मुनाफे की ओर कैसे लाया जाए। मगर आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहतर चलने वाले सार्वजनिक उपकरणों को बेच रहे हैं। जब ये सार्वजनिक उपकरण निजी हाथों में चले जाएंगे तो आरक्षण स्वत ही खत्म हो जाएगा।
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