Uddhav Thackeray: ‘चालीस शेरों को शिफ्ट किया, अब बाकी जख्मियों का रेस्क्यू’… क्या फिर टूटेगा उद्धव ठाकरे गुट?
उन्होंने कहा कि चुनाव में हर दल पूरी ताकत और गंभीरता से उतरता है। इस चुनाव में हम भी अपने सहयोगी दलों के साथ गंभीरता से लड़ रहे हैं। विपक्ष में बैठी महाविकास अघाड़ी भी मजबूती के साथ मैदान में है। जनता ने किसे आशीर्वाद दिया है यह मतगणना के दिन पता चलेगा। हालांकि, मुझे भरोसा है कि जनता विकास कामों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी को जीत दिलाएगी।
अजित पवार की विश्वसनीयता मिटाने का प्रयास?
अजित पवार के सवाल पर सुधीर मुनगंटीवार ने खुलकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि लगता है अजित पवार की विश्वसनीयता को खत्म करना था। इसलिए सुबह- सुबह सरकार बनाई गई? शरद पवार ने कहा है कि राष्ट्रपति शासन हटाने के लिए सरकार बनाई गई थी। यह बात मुझे सही नहीं लगती है। सवाल यह भी है कि क्या राष्ट्रपति शासन हटाने के लिए अजित पवार को इस्तेमाल किया गया? मुनगंटीवार ने कहा कि मुझे देवेंद्र फडणवीस ने उस दिन सुबह कहा था कि शरद पवार साथ में हैं इसलिए सरकार बन रही है। हालांकि, शरद पवार के बयान से ऐसा लगता है कि जैसे अजित पवार की विश्वसनीयता खत्म करने के इरादे से यह सब कुछ किया गया हो? भविष्य में एकनाथ शिंदे की शिवसेना और बीजेपी का गठबंधन कायम रहेगा।
राउत को धमकी का मामला गंभीर
मुनगंटीवार ने कहा कि संजय राउत को धमकी का मामला गंभीर है या नहीं इसकी जांच पुलिस को करनी चाहिए। पुलिस को इसकी तह तक जाना चाहिए। वरना राज्य में एक नया फैशन शुरू हो जाएगा जिसमें व्यक्ति आरोप तो लगा देगा लेकिन उसका स्रोत नहीं बताएगा। संजय राउत के पास जो भी जानकारी हो उसे पुलिस के साथ साझा करनी चाहिए। दरअसल राउत का कहना है कि जब मैं सामना अखबार के दफ्तर में नहीं था तब ऑफिस में आकर गवाहों को धमकाया गया। मुझे जान से मारने की धमकी दी गई। यह सरकार गुंडों की सरकार है, एक गुंडा सीएम आवास में जाता है, सीएम के बेटे के साथ घूमता है। यह कैसा कानून है। ऑफिस में जाकर पुलिस का गवाहों को धमकाना ठीक नहीं है।