भाजपा नेताओं के लिए सिंधिया और उनके समर्थक विभीषण हैं? | bjp incharge called mahendra sisodia pradyuman singh vibhishan video | Patrika News h3>
भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने गुना दौरे के वक्त एक कार्यक्रम में भरे मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को ‘विभीषण’ (vibhishan) बताया है। दो दिन पहले हुए इस कार्यक्रम का वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में मुरलीधर राव कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि सब विभीषण अब इधर आ गए हैं..। मुरलीधर राव के बयान के वक्त मंच पर सिंधिया समर्थक दो मंत्री भी मंच पर मौजूद थे। इस बारे में इन मंत्रियों ने खुद को श्रीराम का सेवक बताया।
देखें क्या है वायरल वीडियो में
दरअसल, दो दिन पहले मुरलीधर राव गुना, चांचौड़ा और राघौगढ़ के दौरे पर थे। यह वीडियो राघौगढ़ के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन का बताया जा रहा है। इसमें मुरलीधर कह रहे हैं कि सबकुछ निकल आया, विभीषण सब बाहर आ गए। आ गए न? प्रद्युम्न जी हैं, महेंद्र जी हैं। मुरलीधर राव के बोलते ही पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया तुरत कहते हैं कि हम तो रामजी के सेवक हैं। इसके बाद प्रदेश प्रभारी फिर कहते हैं कि तो सब विभीषण आ गए हैं… और वहां बचा क्या है?
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने इस वीडियो के वायरल होने के बाद कहा कि जिस तरह से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने मध्यप्रदेश शासन के दो मंत्री, जो दल बदलकर बीजेपी में शामिल हुए हैं, उन्हें विभीषण बता रहे हैं और तालियां बजाईं, इसे क्या माना जाए? दोनों मंत्री, जो क्षत्रिय जैसे गौरवमयी और बहादुर समाज के प्रतिनिधि हैं, उन्हें उनकी मौजूदगी में कोई विभीषण कहे और वो बैठकर अपनी मौन स्वीकृति दें। इसके लिए मैं इन दोनों के स्वाभिमान को सलाम करता हूं। कितना गिर सकते हैं राजनीति में..। इनके आका तो कहते थे कि उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है।
केके मिश्रा (kk mishra) ने ट्वीट के जरिए कहा कि मुरलीधर राव ने मंत्री महेंद्रसिंह सिसौदिया, प्रद्युमनसिंह तोमर को तो अब कहा “विभाषण” मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी इस सम्मान से नवाज चुके हैं।
शिवराज सिंह भी बता चुके हैं विभीषण
इससे पहले तीन वर्ष पहले भाजपा क्रायालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि अगर लंका पूरी तरह जलानी हो तो विभीषण की जरूरत होती ही है और अब तो सिंधियाजी (jyotiraditya scindia) भी हमारे साथ हैं। शिवराज के इस बयान को सिंधिया के मंदसौर गोलीकांड पर दिए गए बयान से जोड़ा गया था। हालांकि कांग्रेस नेताओं ने इस बयान के जरिए सिंधिया का अपमान भी बताया था।
भाजपा के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने गुना दौरे के वक्त एक कार्यक्रम में भरे मंच से ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को ‘विभीषण’ (vibhishan) बताया है। दो दिन पहले हुए इस कार्यक्रम का वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में मुरलीधर राव कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि सब विभीषण अब इधर आ गए हैं..। मुरलीधर राव के बयान के वक्त मंच पर सिंधिया समर्थक दो मंत्री भी मंच पर मौजूद थे। इस बारे में इन मंत्रियों ने खुद को श्रीराम का सेवक बताया।
देखें क्या है वायरल वीडियो में
दरअसल, दो दिन पहले मुरलीधर राव गुना, चांचौड़ा और राघौगढ़ के दौरे पर थे। यह वीडियो राघौगढ़ के बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन का बताया जा रहा है। इसमें मुरलीधर कह रहे हैं कि सबकुछ निकल आया, विभीषण सब बाहर आ गए। आ गए न? प्रद्युम्न जी हैं, महेंद्र जी हैं। मुरलीधर राव के बोलते ही पंचायत मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया तुरत कहते हैं कि हम तो रामजी के सेवक हैं। इसके बाद प्रदेश प्रभारी फिर कहते हैं कि तो सब विभीषण आ गए हैं… और वहां बचा क्या है?
कांग्रेस ने कसा तंज
कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने इस वीडियो के वायरल होने के बाद कहा कि जिस तरह से बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव ने मध्यप्रदेश शासन के दो मंत्री, जो दल बदलकर बीजेपी में शामिल हुए हैं, उन्हें विभीषण बता रहे हैं और तालियां बजाईं, इसे क्या माना जाए? दोनों मंत्री, जो क्षत्रिय जैसे गौरवमयी और बहादुर समाज के प्रतिनिधि हैं, उन्हें उनकी मौजूदगी में कोई विभीषण कहे और वो बैठकर अपनी मौन स्वीकृति दें। इसके लिए मैं इन दोनों के स्वाभिमान को सलाम करता हूं। कितना गिर सकते हैं राजनीति में..। इनके आका तो कहते थे कि उसूलों पर आंच आए तो टकराना जरूरी है।
केके मिश्रा (kk mishra) ने ट्वीट के जरिए कहा कि मुरलीधर राव ने मंत्री महेंद्रसिंह सिसौदिया, प्रद्युमनसिंह तोमर को तो अब कहा “विभाषण” मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तो ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी इस सम्मान से नवाज चुके हैं।
शिवराज सिंह भी बता चुके हैं विभीषण
इससे पहले तीन वर्ष पहले भाजपा क्रायालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार पर तंज कसते हुए कहा था कि अगर लंका पूरी तरह जलानी हो तो विभीषण की जरूरत होती ही है और अब तो सिंधियाजी (jyotiraditya scindia) भी हमारे साथ हैं। शिवराज के इस बयान को सिंधिया के मंदसौर गोलीकांड पर दिए गए बयान से जोड़ा गया था। हालांकि कांग्रेस नेताओं ने इस बयान के जरिए सिंधिया का अपमान भी बताया था।