MP में लगातार बारिश का दाैर जारी, बांधाें के गेट खुले, स्कूलाें की छुट्टी ताे अब ​खतरे में हुआ इजाफा | western disturbance creating continuous rain in MP,now what next | Patrika News

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MP में लगातार बारिश का दाैर जारी, बांधाें के गेट खुले, स्कूलाें की छुट्टी ताे अब ​खतरे में हुआ इजाफा | western disturbance creating continuous rain in MP,now what next | Patrika News

MP में लगातार बारिश का दाैर जारी, बांधाें के गेट खुले, स्कूलाें की छुट्टी ताे अब ​खतरे में हुआ इजाफा | western disturbance creating continuous rain in MP,now what next | Patrika News

जानकाराें के अनुसार अभी पूर्वी मध्यप्रदेश के ऊपर जबलपुर से 120 किमी पूर्व में अति लो प्रेशर सक्रिय है। ऐसे में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर गतिमान रहने के साथ कमजोर होने की संभावना है। जबकि, अभी भी पूर्वोत्तर अरब सागर और समीपवर्ती दक्षिणी पाकिस्तान में लो प्रेशर क्षेत्र सक्रिय है।

जैसलमेर-गुना से लेकर सागर से होते हुए बालासोर तथा पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक मानसून ट्रफ फैला है। इसके अलावा उत्तर-दक्षिण ट्रफ लाइन कर्नाटक से कोमरीन सागर तक गुजर रही है। दक्षिणी गुजरात से महाराष्ट्र तट तक अपतटीय ट्रफ सक्रिय है। वहीं अफगानिस्तान के आसपास मध्य क्षोभमंडल की पछुवा पवनों के बीच एक ट्रफ के रूप में पश्चिमी विक्षोभ भी अवस्थित है।

ऐसे में मौसम विभाग भोपाल, इंदौर सहित नर्मदापुरम संभाग के जिलों में आने वाले दो दिन तक भारी बारिश के होने की बात कह रहा है। वहीं राजधानी भोपाल में में पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 1 जून से लेकर 15 अगस्त तक लगभग दोगुनी वर्षा हो चुकी है। सोमवार को भी राजधानी के कई डैमों के गेट खोले गए हैं। इतना ही नहीं साेमवार काे बरगी बांध के भी गेट खाेल दिए जाने से नर्मदा क्षेत्र में खतरा बड़ गया है।

जानकारी के अनुसार जहां पिछले वर्ष 1 जून से लेकर 15 अगस्त तक 1570 मिमी बारिश हुई. इस बार 2971 मिमी बारिश हो चुकी है. वहीं औसत बारिश पिछली बार इस दौरान 523 मिमी औसत हुई थी, वही इस 990 मिमी हुई है।

15 अगस्त के दिन भोपाल के कलियासोत डैम के 13 में से 10 गेट खोले गए। ज्यादा बारिश के चलते इस सीजन में यह आठवीं बार है कि कलियासोत डैम के गेट खोले गए हों। जबकि माना जा रहा है कि आज सभी गेट खोले जा सकते हैं। वहीं भदभदा के भी 7 गेट खोल पानी छोड़ा गया है और भोपाल के ही डैम हथाईखेड़ा के आज 6 गेट खोले गए।

बरगी के भी गेट खुले
जबलपुर से लेकर पचमढ़ी, रायसेन, बैतूल और ग्वालियर तक जोरदार बारिश से हालात खराब हैं। जबलपुर में भी नर्मदा पर बने बरगी बांध के गेट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। रायसेन में जोरदार बारिश के कारण बेगमगंज में बीना नदी के पास पुल सोमवार को धंस गया। इससे तीन दर्जन से ज्यादा गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। वहीं सीहोर के शाहगंज के जंगल में अमरगढ़ जलप्रपात पर पिकनिक मनाने आए भोपाल के 8 युवक वॉटरफॉल में फंस गए। रात को युवकों ने डायल-100 पर सूचना दी। शाहगंज थाना पुलिस युवकों के रेस्क्यू में जुटी है।

ये नदियां उफान पर-
MP के ज्यादातर शहरों में तेज बारिश के बीच इन दिनाें नर्मदा, चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा उफान पर हैं। वहीं छोटी नदियां और नाले भी उफनाए हुए हैं। जिसके चलते कई बांधों के गेट खोलने पड़ गए हैं। ऐसे में नर्मदा क्षेत्र में अब खतरा बढ़ता जा रहा है। जबकि मंदसौर में शिवना उफनाने से पशुपतिनाथ मंदिर में पानी आ गया है। दो दिन से राजधानी भोपाल में हो रही बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। लगातार बारिश के कारण कलेक्टर अविनाश लवानिया ने सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्‌टी कर दी है।

नर्मदा क्षेत्र में बढ़ रहे बाढ़ के खतरे काे देखते हुए नर्मदापुरम में भी सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों की छुट्‌टी कर दी गई है। यहां नर्मदा खतरे के निशान के करीब 967 फीट पर बह रही है। निचली बस्तियों में पानी आने लगा है। तवा डैम के गेट खोलकर भी पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदापुरम शहर का हरदा और बैतूल से संपर्क टूट गया है।

औबेदुल्लागंज-बैतूल नेशनल हाईवे पर सुखतवा नदी के पुल पर पानी है, जिससे करीब 11 घंटे से NH-69 बंद है। नर्मदापुरम- हरदा स्टेट हाईवे पर हथेड़ नदी पर बाढ़ का पानी आने से मार्ग बंद हो गया। बाढ़ के खतरे को देखते हुए अफसरों ने मुनादी कराई है, िजसमें संजय नगर, आदमगढ़, महिमानगर, बंगाली कॉलोनी, खोजनपुर के रहवासियों को राहत शिविर में पहुंचने की बात कही है। राजगढ़ और सीहोर में भी स्कूलों की छुट्‌टी कर दी गई है।

भोपाल में स्कूलों में भी छुट्टी
भोपाल में लगातार दो दिन से तेज बारिश हो रही है। सोमवार रातभर से अभी तक बारिश का दौर जारी है। भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अत्यधिक बारिश को देखते हुए सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों में आज मंगलवार 16 अगस्त का अवकाश घोषित किया है। राजधानी में 1 जून से अब तक सामान्य से 75% ज्यादा पानी गिर चुका है। सामान्य तौर पर अब तक 24 इंच बरसात होना चाहिए थी, लेकिन पानी 20 इंच ज्यादा गिर चुका है।

बारिश काे लेकर आगे क्या?
माैसम विभाग की मानें ताे आज मंगलवार 16 अगस्त काे शहडाेल, जबलपुर, सागर, रीवा, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम
भोपाल, चंबल और ग्वालियर संभागों के जिलाें में अधिकांष स्थानाें पर वर्षा या गरज चमक के साथ बाैछार पड़ने की संभावना है। वहीं माैसम के जानकाराें का मानना है कि प्रदेश में अगले 3 से 4 दिनाें तक लगातार बारिश की स्थिति बनी रह सकती है।

कहां-कितनी बारिश-
सोमवार को सबसे ज्यादा बारिश भोपाल शहर और पचमढ़ी में ढाई-ढाई इंच हुई। मंडला, गुना, जबलपुर, भोपाल में 2-2 इंच पानी गिरा। दमोह, बैतूल, नर्मदापुरम, रायसेन और ग्वालियर में 1-1 इंच बारिश हुई। नौगांव, खरगोन, उमरिया, सिवनी, शिवपुरी, मलाजखंड और सागर में आधा-आधा इंच पानी गिरा। सतना, खजुराहो, रीवा, सीधी, धार, खंडवा, इंदौर और उज्जैन में कहीं-कहीं बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार से बारिश में कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि रिमझिम और कहीं-कहीं तेज बारिश हो सकती है।



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