direct selling industry in Rajasthan: राजस्थान में 3.4 लाख विक्रेता, इनमें 1.60 लाख महिलाएं | 3.4 lakh vendors in Rajasthan, 1.60 lakh women | Patrika News h3>
कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राजस्थान में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने वित्त वर्ष 2020-21 में लगभग 713 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। देश में प्रत्यक्ष बिक्री कंपनियों की शीर्ष संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) के वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह बात निकल कर आई।
जयपुर
Updated: July 26, 2022 12:43:16 pm
कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राजस्थान में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने वित्त वर्ष 2020-21 में लगभग 713 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। देश में प्रत्यक्ष बिक्री कंपनियों की शीर्ष संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) के वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह बात निकल कर आई। इप्सोस स्ट्रेटेजी-3 की ओर ये तैयार इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान राज्य में प्रत्यक्ष बिक्री से जुड़े लोगों की संख्या लगभग 3.4 लाख दर्ज की गई। ये आंकड़े इस तथ्य को भी मतबूती प्रदान करते हैं कि कोरोनाकाल के दौरान भी प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार राज्य की जनता के लिए जीविकोपार्जन और आय के वैकल्पिक संसाधन अर्जित करने का मजबूत माध्यम साबित हुआ।
वर्ष के दौरान, राजस्थान ने प्रत्यक्ष बिक्री में उत्तरी राज्यों में चौथे स्थान पर रहा। इस क्षेत्र में पहले तीन स्थानों में क्रमश: उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली हैं। राज्य का इस दौरान केंद्र और राज्य के खजाने में करों के रूप में लगभग 110 करोड़ रुपए तथा देश के 18,067 करोड़ रुपए के कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार में लगभग चार प्रतिशत योगदान रहा, जिसका समूचा राज्य के प्रत्यक्ष विक्रेताओं की अथक मेहनत को जाता है। आईडीएसए के अध्यक्ष रजत बनर्जी का कहना है कि उत्तरी राज्यों में राजस्थान प्राथमिकता वाले बाजारों में से एक है। इस क्षेत्र में इस राज्य की चौथे स्थान पर रैंकिंग यह दर्शाती है कि यहां प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार के प्रसार की व्यापक सम्भावनाएं हैं। कोरोनाकाल में व्यापक लॉकडाउन और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आलोच्य अवधि में कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार 700 करोड़ रुपए से पार जाना राज्य के बाजार की मजबूती, प्रत्यक्ष विक्रेताओं की मेहनत और लग्न को परिलक्षित करता है। प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने इस अवधि में देश के 79 लाख से अधिक लोगों के लिए स्थायी स्वरोजगार, सूक्ष्म उद्यमिता और वैकल्पिक संसाधन के अवसर प्रदान किए हैं और गत पांच वर्षों में औसतन 12 प्रतिशत की सतत सालाना विकास दर दर्ज की है, जो देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग की मजबूती की ओर इंगित करता है। कोरोना की पहली लहर के कुछ मामूली झटको के बावजूद देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने लचीलापन और स्थिरता दिखाई है। आईडीएसए की 18 सदस्य कम्पनियां बखूबी यह दावा कर सकती हैं कि इन्होंने राजस्थान में उपभोक्ताओं के साथ लगभग 3.4 लाख प्रत्यक्ष विक्रेताओं के हितों की रक्षा की है।
direct selling industry in Rajasthan: राजस्थान में 3.4 लाख विक्रेता, इनमें 1.60 लाख महिलाए
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कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राजस्थान में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने वित्त वर्ष 2020-21 में लगभग 713 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। देश में प्रत्यक्ष बिक्री कंपनियों की शीर्ष संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) के वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह बात निकल कर आई।
जयपुर
Updated: July 26, 2022 12:43:16 pm
कोरोना महामारी की विपरीत परिस्थितियों के बावजूद राजस्थान में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने वित्त वर्ष 2020-21 में लगभग 713 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। देश में प्रत्यक्ष बिक्री कंपनियों की शीर्ष संस्था इंडियन डायरेक्ट सैलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) के वार्षिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह बात निकल कर आई। इप्सोस स्ट्रेटेजी-3 की ओर ये तैयार इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान राज्य में प्रत्यक्ष बिक्री से जुड़े लोगों की संख्या लगभग 3.4 लाख दर्ज की गई। ये आंकड़े इस तथ्य को भी मतबूती प्रदान करते हैं कि कोरोनाकाल के दौरान भी प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार राज्य की जनता के लिए जीविकोपार्जन और आय के वैकल्पिक संसाधन अर्जित करने का मजबूत माध्यम साबित हुआ।
वर्ष के दौरान, राजस्थान ने प्रत्यक्ष बिक्री में उत्तरी राज्यों में चौथे स्थान पर रहा। इस क्षेत्र में पहले तीन स्थानों में क्रमश: उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली हैं। राज्य का इस दौरान केंद्र और राज्य के खजाने में करों के रूप में लगभग 110 करोड़ रुपए तथा देश के 18,067 करोड़ रुपए के कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार में लगभग चार प्रतिशत योगदान रहा, जिसका समूचा राज्य के प्रत्यक्ष विक्रेताओं की अथक मेहनत को जाता है। आईडीएसए के अध्यक्ष रजत बनर्जी का कहना है कि उत्तरी राज्यों में राजस्थान प्राथमिकता वाले बाजारों में से एक है। इस क्षेत्र में इस राज्य की चौथे स्थान पर रैंकिंग यह दर्शाती है कि यहां प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार के प्रसार की व्यापक सम्भावनाएं हैं। कोरोनाकाल में व्यापक लॉकडाउन और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आलोच्य अवधि में कुल प्रत्यक्ष बिक्री कारोबार 700 करोड़ रुपए से पार जाना राज्य के बाजार की मजबूती, प्रत्यक्ष विक्रेताओं की मेहनत और लग्न को परिलक्षित करता है। प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने इस अवधि में देश के 79 लाख से अधिक लोगों के लिए स्थायी स्वरोजगार, सूक्ष्म उद्यमिता और वैकल्पिक संसाधन के अवसर प्रदान किए हैं और गत पांच वर्षों में औसतन 12 प्रतिशत की सतत सालाना विकास दर दर्ज की है, जो देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग की मजबूती की ओर इंगित करता है। कोरोना की पहली लहर के कुछ मामूली झटको के बावजूद देश में प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग ने लचीलापन और स्थिरता दिखाई है। आईडीएसए की 18 सदस्य कम्पनियां बखूबी यह दावा कर सकती हैं कि इन्होंने राजस्थान में उपभोक्ताओं के साथ लगभग 3.4 लाख प्रत्यक्ष विक्रेताओं के हितों की रक्षा की है।
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