Gyanavpi Case Live: ज्ञानवापी केस पर सुनवाई से पहले आरोपों का दौर, 10 दिनों में आ सकता है फैसला…जानिए पल-पल का अपडेट h3>
वाराणसी : ज्ञानवापी स्थित श्रृंगार गौरी (Gyanvapi Shringar Gauri) के नियमित दर्शन-पूजन और अन्य विग्रहों के संरक्षण के लिए दायर याचिका पर सोमवार से नियमित सुनवाई होगी। अवकाश के दिन को छोड़ रोज सुनवाई होने से दस दिनों में फैसला आ सकता है। इसके बाद 17 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। सोमवार से शुरू हो रही सुनवाई को लेकर हलचल बढ़ गई है। गर्मी की छुट्टी से पहले इस मामले में सुनवाई हो रही थी। वाराणसी कोर्ट ने इस मामले को 4 जुलाई से सुनने का निर्णय लिया। इससे पहले ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे का मामला खूब गरमाया हुआ था। ज्ञानवापी मस्जिद के वजुखाने में शिवलिंग मिलने के मामले को लेकर देश भर में चर्चा शुरू हुई। इसके बाद हिंदू पक्ष ने वहां पर पूजा का अधिकार दिए जाने की मांग शुरू कर दी है। केस पर चल रही सुनवाई के पल-पल का अपडेट हम आपको यहां देंगे।
दोपहर बाद 2 बजे से शुरू होगी सुनवाई
ज्ञानवापी मस्जिद केस पर वाराणसी कोर्ट में अपराह्न 2 बजे से सुनवाई शुरू होगी। इसमें माना जा रहा है कि मुस्लिम पक्ष और हिंदू पक्ष के वकीलों की ओर से पेश की जाने वाली दलीलों को सुना जाएगा। पिछली सुनवाई के दौरान एक मामले में मुस्लिम पक्षकार के वकील की ओर से दलील चल रही थी। इसके पूरा होने के बाद हिंदू पक्ष अपनी दलील पेश करेगा।
सुनवाई से पहले ही हिंदू पक्ष में बहस तेज
वाराणसी कोर्ट में सुनवाई से पहले हिंदू पक्षकार के वकील को लेकर में बहस तेज हो गई है। हिंदू पक्षकार राखी सिंह के पैरोकार ने कहा कि हरिशंकर जैन और विष्णु जैन हमारे वकील नहीं हैं। दोनों को पहले ही हिंदू पक्षकार की ओर से हटाए जाने की घोषणा की गई थी। सोमवार को सुनवाई से पहले राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन ने हरिशंकर जैन और विष्णु जैन पर भ्रम की स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया। अब तक की सुनवाई में ये दोनों हिंदू पक्ष को रखते दिखे थे।
शिवलिंग के दावे वाले स्थान को सील करने का फैसला
दिल्ली की राखी सिंह व वाराणसी की लक्ष्मी देवी, सीता शहू, मंजू व्यास व रेखा पाठक की ओर से दायर याचिका पर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत ने ज्ञानवापी परिसर में सर्वे और वहां वजूखाने में दावे वाले शिवलिंग को सील करने का आदेश दिया था। अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में 26 मई से 30 मई तक सुनवाई चली थी।
ग्रीष्मावकाश के चलते सुनवाई 4 जुलाई तक टल गई थी। अब सोमवार से फिर सुनवाई शुरू होने पर मुस्लिम पक्ष की बहस जारी रहेगी। इसके बाद हिंदू पक्ष के वीकल अपना पक्ष रखेंगे। प्रकरण की सुनवाई 17 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होनी है, इसलिए इससे पहले फैसला आने की उम्मीद है।
इन मामलों की भी होगी सुनवाई
भगवान विश्वेश्वर के वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी, निर्मोही अखाड़े, हिंदू महासभा, विश्व हिंदू महासमिति ने भी पक्षकार बनने के लिए अर्जी दी है। इसके अलावा ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वे की फोटो और विडियो लीक होने की सीबीआई जांच की मांग वाली अर्जी पर भी सुनवाई होनी है। अदालत ने पहले ही सीबीआई जांच संबंधी प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तारीख तय की है।
हिंदू पक्ष ने तीन वकील हटाए
ज्ञानवापी प्रकरण की सुनवाई शुरू होने से पहले हिंदू पक्ष के तीन वकीलों के नाम हटा दिए गए हैं। मुख्य पक्षकार विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने बताया कि हिंदू पक्ष के पैनल में वकील हरिशंकर जैन, मदन मोहन यादव और सुधीर त्रिपाठी वकील नहीं होंगे। इनका वकालतनामा निरस्त करने का पत्र 4 जुलाई को सुनवाई शुरू होने पर अदालत में दिया जाएगा। मुख्य पक्षकार के मुताबिक अब सुनवाई में हिंदू पक्ष की ओर से शिवम गौड़, मानबहादुर सिंह, अनुपमन द्विवेदी और सुभाष अनंत चतुर्वेदी ही शामिल होंगे।
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ज्ञानवापी मस्जिद केस पर वाराणसी कोर्ट में अपराह्न 2 बजे से सुनवाई शुरू होगी। इसमें माना जा रहा है कि मुस्लिम पक्ष और हिंदू पक्ष के वकीलों की ओर से पेश की जाने वाली दलीलों को सुना जाएगा। पिछली सुनवाई के दौरान एक मामले में मुस्लिम पक्षकार के वकील की ओर से दलील चल रही थी। इसके पूरा होने के बाद हिंदू पक्ष अपनी दलील पेश करेगा।
सुनवाई से पहले ही हिंदू पक्ष में बहस तेज
वाराणसी कोर्ट में सुनवाई से पहले हिंदू पक्षकार के वकील को लेकर में बहस तेज हो गई है। हिंदू पक्षकार राखी सिंह के पैरोकार ने कहा कि हरिशंकर जैन और विष्णु जैन हमारे वकील नहीं हैं। दोनों को पहले ही हिंदू पक्षकार की ओर से हटाए जाने की घोषणा की गई थी। सोमवार को सुनवाई से पहले राखी सिंह के पैरोकार जितेंद्र सिंह बिसेन ने हरिशंकर जैन और विष्णु जैन पर भ्रम की स्थिति पैदा करने का आरोप लगाया। अब तक की सुनवाई में ये दोनों हिंदू पक्ष को रखते दिखे थे।
शिवलिंग के दावे वाले स्थान को सील करने का फैसला
दिल्ली की राखी सिंह व वाराणसी की लक्ष्मी देवी, सीता शहू, मंजू व्यास व रेखा पाठक की ओर से दायर याचिका पर सिविल जज (सीनियर डिवीजन) की अदालत ने ज्ञानवापी परिसर में सर्वे और वहां वजूखाने में दावे वाले शिवलिंग को सील करने का आदेश दिया था। अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमिटी ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत में 26 मई से 30 मई तक सुनवाई चली थी।
ग्रीष्मावकाश के चलते सुनवाई 4 जुलाई तक टल गई थी। अब सोमवार से फिर सुनवाई शुरू होने पर मुस्लिम पक्ष की बहस जारी रहेगी। इसके बाद हिंदू पक्ष के वीकल अपना पक्ष रखेंगे। प्रकरण की सुनवाई 17 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में होनी है, इसलिए इससे पहले फैसला आने की उम्मीद है।
इन मामलों की भी होगी सुनवाई
भगवान विश्वेश्वर के वाद मित्र विजय शंकर रस्तोगी, निर्मोही अखाड़े, हिंदू महासभा, विश्व हिंदू महासमिति ने भी पक्षकार बनने के लिए अर्जी दी है। इसके अलावा ज्ञानवापी मस्जिद में हुए सर्वे की फोटो और विडियो लीक होने की सीबीआई जांच की मांग वाली अर्जी पर भी सुनवाई होनी है। अदालत ने पहले ही सीबीआई जांच संबंधी प्रार्थना पत्र स्वीकार करते हुए सुनवाई के लिए 4 जुलाई की तारीख तय की है।
हिंदू पक्ष ने तीन वकील हटाए
ज्ञानवापी प्रकरण की सुनवाई शुरू होने से पहले हिंदू पक्ष के तीन वकीलों के नाम हटा दिए गए हैं। मुख्य पक्षकार विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख जितेंद्र सिंह बिसेन ने बताया कि हिंदू पक्ष के पैनल में वकील हरिशंकर जैन, मदन मोहन यादव और सुधीर त्रिपाठी वकील नहीं होंगे। इनका वकालतनामा निरस्त करने का पत्र 4 जुलाई को सुनवाई शुरू होने पर अदालत में दिया जाएगा। मुख्य पक्षकार के मुताबिक अब सुनवाई में हिंदू पक्ष की ओर से शिवम गौड़, मानबहादुर सिंह, अनुपमन द्विवेदी और सुभाष अनंत चतुर्वेदी ही शामिल होंगे।