मानसून का इंतजार खत्म: अब शुरु होगा ताबड़तोड़ बारिश का दौर | Heavy Rain Alert, Now the period of heavy rain will start | Patrika News h3>
वहीं जानकार अभी आने वाले चंद दिनों में अत्यंत तीव्र गति की बारिश की संभावना भी दर्शा रहे हैं। मौसम के जानकारों के मुताबिक जल्द ही प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार वर्षा का दौर शुरु होने जा रहा है। वहीं जानकारों के अनुसार मंगलवार 21 जून की शाम को पुन: बारिश का पूरा अनुमान है।
इससे पहले राजधानी भोपाल में सोमवार को मानसून का इंतजार खत्म हो गया। सुबह बूंदों की अठखेलियो के साथ दोपहर मेंं तेज हवा और गरज के साथ बारिश हुई। करीब आधे घंटे से पौन घंटे में शहर में सवा इंच बारिश दर्ज की गई।
रविवार को 20 स्थानों पर दस्तक देने के बाद सोमवार को मानसून 18 से अधिक स्थानों तक पहुंचा। राजधानी के संत हिरदाराम नगर में कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट की खुदाई के दौरान नाले की दीवार धंसने से दो मजदूर मलबे में दब गए जबकि 8 तेज बहाव में बह गए।
दरअसल सोमवार सुबह मानसून ने दस्तक दी। दोपहर में ढाई बजे के बाद आसमान में काले घने बादल छाए, तेज हवा चली और गरज चमक के साथ लगभग आधा घंटा जोरदार बारिश हुई। इस दौरान 30.2 मिमी बारिश शहर में दर्ज की गई।
इस दौरान हवा की रफ्तार भी अधिकतम 25 से 30 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई थी। लगभग दो घंटे में अधिकतम तापमान 10 डिग्री नीचे चला गया। दोपहर 2:30 बजे शहर का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री था, जबकि बारिश होने के बाद शाम को 5:30 तापमान 23 डिग्री तक पहुंच गया था। इसी प्रकार शाम से रात्रि तक भी 2 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। इस तरह रात्रि 8:30 बजे तक 32.2 मिमी बारिश हुई।
पहले 13 जून थी मानसून की तारीख
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि इस बार मानसून का आगमन तय समय पर हुआ है। नए मापदंड के अनुसार भोपाल में मानसून के आगमन की तिथि 20 जून है। पहले 13 जून भोपाल आगमन की तिथि थी, इसे अब एक सप्ताह आगे बढ़ा दिया गया है।
सोमवार को मानसून की पहली झमाझम से सड़कें लबालब हो गईं। बाणगंगा चौराहे पर सड़कों पर पानी भर गया।
बिजली गुल तो यहां करें संपर्क
बिजली कंपनी कॉल सेंटर 1912 पर कॉल किया जा सकता है। 0755- 2551222 वॉट्सऐप चेट बॉक्स से भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
कई जगह पेड़ गिरे
आंधी बारिश से हमीदिया अस्पताल, कमला नेहरू अस्पताल के सामने बने प्याऊ के पास पेड़ गिरे। 1100 क्वार्टर क्षेत्र, साईं बोर्ड,12 नंबर, अरेरा कॉलोनी, मिसरोद थाने के पास पेड़ गिरे। जबकि कल्पना नगर के पास घर में पानी का भराव हुआ। इसकी सूचना निगम के कंट्रोल रूम को दी गई।
अस्पतालों में मरीज परेशान: हमीदिया, कमला नेहरू, सुत्लानिया अस्पतालों में तेज बारिश और हवा से अस्पतालों में बिजली गुल हो गई। कई वार्ड लगभग 15 मिनट तक अंधेरे में डूबे रहे। सुल्तानिया अस्पताल में कई वार्ड में दीवारों से पानी रिसने लगा, जिससे मरीजों के बेड गीले हो गए।
कई क्षेत्रों में जलभराव: महज आधे घंटे की तेज बारिश ने शहर में 50 से अधिक क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बना दी। भारत टॉकीज रोड पर तो पानी दो फीट तक उफनकर बहने लगा। शिवनगर में घरों से ऊंची सड़कों की वजह से पानी घरों में घुसा। भेल क्षेत्र की कॉलोनियों के साथ कोलार, करोद की कॉलोनियों में भी सड़क पर काफी पानी जमा हुआ।
200 से अधिक क्षेत्रों में बंद रही बिजली
पहली बारिश के साथ चली तेज हवाओं ने बिजली आपूर्ति व्यवस्था ठप कर दी। 15 से अधिक जगहों पर बिजली लाइन पर पेड़ व उनकी डालियां गिरने से फॉल्ट हुआ। कोलार, एमपी नगर, अरेरा कॉलोनी, तुलसी नगर, शिवाजी नगर, इंद्रपुरी, छोला, अशोका गार्डन, करोद, भानपुर, नेहरू नगर, वैशाली नगर, भदभदा और संबंधित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद हुई। 200 क्षेत्रों की करीब चार लाख आबादी को परेशान होना पड़ा। चिनार फार्च्यून में तो दोपहर तीन बजे से गुल बिजली पांच घंटे बाद ही आ पाई।
वहीं जानकार अभी आने वाले चंद दिनों में अत्यंत तीव्र गति की बारिश की संभावना भी दर्शा रहे हैं। मौसम के जानकारों के मुताबिक जल्द ही प्रदेश के कई हिस्सों में लगातार वर्षा का दौर शुरु होने जा रहा है। वहीं जानकारों के अनुसार मंगलवार 21 जून की शाम को पुन: बारिश का पूरा अनुमान है।
इससे पहले राजधानी भोपाल में सोमवार को मानसून का इंतजार खत्म हो गया। सुबह बूंदों की अठखेलियो के साथ दोपहर मेंं तेज हवा और गरज के साथ बारिश हुई। करीब आधे घंटे से पौन घंटे में शहर में सवा इंच बारिश दर्ज की गई।
रविवार को 20 स्थानों पर दस्तक देने के बाद सोमवार को मानसून 18 से अधिक स्थानों तक पहुंचा। राजधानी के संत हिरदाराम नगर में कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट की खुदाई के दौरान नाले की दीवार धंसने से दो मजदूर मलबे में दब गए जबकि 8 तेज बहाव में बह गए।
दरअसल सोमवार सुबह मानसून ने दस्तक दी। दोपहर में ढाई बजे के बाद आसमान में काले घने बादल छाए, तेज हवा चली और गरज चमक के साथ लगभग आधा घंटा जोरदार बारिश हुई। इस दौरान 30.2 मिमी बारिश शहर में दर्ज की गई।
इस दौरान हवा की रफ्तार भी अधिकतम 25 से 30 किमी प्रतिघंटा तक पहुंच गई थी। लगभग दो घंटे में अधिकतम तापमान 10 डिग्री नीचे चला गया। दोपहर 2:30 बजे शहर का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री था, जबकि बारिश होने के बाद शाम को 5:30 तापमान 23 डिग्री तक पहुंच गया था। इसी प्रकार शाम से रात्रि तक भी 2 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। इस तरह रात्रि 8:30 बजे तक 32.2 मिमी बारिश हुई।
पहले 13 जून थी मानसून की तारीख
मौसम विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि इस बार मानसून का आगमन तय समय पर हुआ है। नए मापदंड के अनुसार भोपाल में मानसून के आगमन की तिथि 20 जून है। पहले 13 जून भोपाल आगमन की तिथि थी, इसे अब एक सप्ताह आगे बढ़ा दिया गया है।
सोमवार को मानसून की पहली झमाझम से सड़कें लबालब हो गईं। बाणगंगा चौराहे पर सड़कों पर पानी भर गया।
बिजली गुल तो यहां करें संपर्क
बिजली कंपनी कॉल सेंटर 1912 पर कॉल किया जा सकता है। 0755- 2551222 वॉट्सऐप चेट बॉक्स से भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।
कई जगह पेड़ गिरे
आंधी बारिश से हमीदिया अस्पताल, कमला नेहरू अस्पताल के सामने बने प्याऊ के पास पेड़ गिरे। 1100 क्वार्टर क्षेत्र, साईं बोर्ड,12 नंबर, अरेरा कॉलोनी, मिसरोद थाने के पास पेड़ गिरे। जबकि कल्पना नगर के पास घर में पानी का भराव हुआ। इसकी सूचना निगम के कंट्रोल रूम को दी गई।
अस्पतालों में मरीज परेशान: हमीदिया, कमला नेहरू, सुत्लानिया अस्पतालों में तेज बारिश और हवा से अस्पतालों में बिजली गुल हो गई। कई वार्ड लगभग 15 मिनट तक अंधेरे में डूबे रहे। सुल्तानिया अस्पताल में कई वार्ड में दीवारों से पानी रिसने लगा, जिससे मरीजों के बेड गीले हो गए।
कई क्षेत्रों में जलभराव: महज आधे घंटे की तेज बारिश ने शहर में 50 से अधिक क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति बना दी। भारत टॉकीज रोड पर तो पानी दो फीट तक उफनकर बहने लगा। शिवनगर में घरों से ऊंची सड़कों की वजह से पानी घरों में घुसा। भेल क्षेत्र की कॉलोनियों के साथ कोलार, करोद की कॉलोनियों में भी सड़क पर काफी पानी जमा हुआ।
200 से अधिक क्षेत्रों में बंद रही बिजली
पहली बारिश के साथ चली तेज हवाओं ने बिजली आपूर्ति व्यवस्था ठप कर दी। 15 से अधिक जगहों पर बिजली लाइन पर पेड़ व उनकी डालियां गिरने से फॉल्ट हुआ। कोलार, एमपी नगर, अरेरा कॉलोनी, तुलसी नगर, शिवाजी नगर, इंद्रपुरी, छोला, अशोका गार्डन, करोद, भानपुर, नेहरू नगर, वैशाली नगर, भदभदा और संबंधित क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बंद हुई। 200 क्षेत्रों की करीब चार लाख आबादी को परेशान होना पड़ा। चिनार फार्च्यून में तो दोपहर तीन बजे से गुल बिजली पांच घंटे बाद ही आ पाई।