अब मोदी सरकार को देने होंगे 15 लाख रुपए, जानिए क्या है वजह

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2014 लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नें देश के युवाओं से रोजगार देने का वादा किया था। उन्होंने कहा था की अगर उनकी सरकार बनती है तो वह हर साल देश के युवाओं को ढाई करोड़ नौकरियां देंगे। लेकिन मोदी सरकार इस मामले में पूरी तरह से फैल होती हुई नज़र आ रही है।

नहीं दे पाए मोदी रोजगार

आपको बता दें की नरेंद्र मोदी युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह से फैल हो गए है। 2017 में देश के अंदर केवल 0.5% नौकरियां ही बढ़ी है। हालांकि उनकी सरकार नें वादा तो करोड़ों नौकरियां देने का किया था। लेकिन सरकार केवल कुछ हज़ार नौकरियां भी बहुत मुश्किल से दे पाई है।

फैल हुई मौदी के ड्रीम प्रोजेक्ट

आपको बता दें की भाजपा सरकार नें अपने कार्यकाल में कई ड्रीम प्रोजेक्ट निकाले है। जैसे मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया। लेकिन नौकरियों की दशा देखकर लगता है की दोनों ही ड्रीम प्रजेक्ट भारत सरकार के असफ़ल हो गए है।

नोटबंदी और जीएसटी से घटी नौकरियां

मोदी सरकार नें अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए नोटबंदी और जीएसटी जैसे आर्थिक सुधारों का लागू किया था। लेकिन दोनों की वजह से ही देश को नुकसान पहुंचा। एक सर्वे के मुताबिक नोटबंदी के कारण देश में 15 लाख़ लोगों को अपने रोजगार से हाथ धोना पड़ा है। वहीं जीएसटी से भी नौकरियों में कमी आई है।

विदेशी कंपनियां नहीं करना चाहती भारत में निवेश

वैसे तो प्रधानमंत्री मोदी लगातार विदेश दौरे करते रहे है। विदेशों में जाकर मोदी नें विदेशी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित भी किया है। लेकिन एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में आर्थिक सुधारों में कमी के कारण विदेशी कंपनियां भारत में निवेश करने से बच रही है।

ऐसी बेरोजगारी की स्थिति में मोदी सरकार नें लोगों से 15 लाख़ देने का जो वादा किया था उसे अब पूरा करने का वक्त शायद आ गया है। इससे पहले देश के अंदर युवा बेरोजगार कोई ख़तरनाक कदम उठाए भारत सरकार को तुरंत बोरोजगारी को लेकर कोई सकारात्मक कदम उठाने होंगे।