satna: नगर निगम सतना में कांग्रेस ने तय किये 17 वार्डों में सिंगल नाम, दो पार्षदों की टिकिट काटी | satna: congress decided single name in 17 wards in nagar nigam | Patrika News h3>
इन वार्डों में सिंगल नाम सूत्रों की माने तो चयन समिति ने लगभग 17 वार्डों में सिंगल नामों का चयन किया है। इनमें वार्ड क्रमांक 4, 5, 7, 10, 11, 14, 15, 16, 19, 24, 26, 28, 35, 37, 38, 40, 42 शामिल हैं। इसी तरह से जिन वार्डों में दो नामों का पैनल तैयार किया गया है उनमें वार्ड क्रमांक 1, 2, 3, 6, 8, 13, 17, 18, 20, 25, 27, 29, 30, 43 और 45 शामिल हैं। जिन वार्डो में तीन नामों का पैनल तैयार किया गया है उनमें वार्ड क्रमांक 9, 22, 23, 31, 32, 33, 34, 36, 39, 41 शामिल है। कुछ में विवाद की स्थिति बनने पर उस पर निर्णय राजधानी के लिये छोड़ दिया गया है।
इन पार्षदों के टिकट काटे अंदरखाने की खबर है कि कांग्रेस की चयन समिति ने दो पार्षदों की टिकट भी काट दी है। इसमें वार्ड 35 से मो. इकबाल माइडियर का टिकट काटकर मो. आमिर को दिये जाने की जानकारी सामने आई है। बताया गया है कि इसमें शहर अध्यक्ष का वीटो रहा है। इसी तरह से वार्ड 28 से कुदरत का टिकट काटकर कांग्रेस नेत्री उर्मिला त्रिपाठी के परिवार को दी गई है। हालांकि यह वार्ड महिला आरक्षित रहा है। इसमें कुदरत अपनी पत्नी के नाम पर टिकट की दावेदारी कर रहे थे। हालांकि पता चला है कि कुदरत ने भोपाल में इस पर आपत्ति जताई है।
बनी विवाद की भी स्थितियां कुछ वार्डों में प्रत्याशी चयन को लेकर विवाद की भी स्थिति बनी। मसलन वार्ड क्रमांक 31 में विधायक रामकुमार तिवारी की पत्नी को टिकट दिलाना चाह रहे थे। लेकिन राजाराम त्रिपाठी ऊषा गौतम पर अड़े थे। इसमें काफी बहस के बाद टिकिट फाइनल हुई। इसी तरह से वार्ड क्रमांक एक में विधायक और यूथ कांग्रेस अध्यक्ष के बीच असहमति उपजी थी। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अपने कोटे से यहां युवा तुर्क के लिये टिकिट मांग रहे थे जिस पर विधायक ने अपना अलग नाम बता दिया। युकां अध्यक्ष ने अपने नाम पर कहा कि वह लगातार सक्रिय रहा है। जिस पर विधायक का तर्क था कि जो नाम आप बता रहे हैं वह एनएसयूआई का है। आप अपने कोटे की बात करें और अपने नाम पर उन्होंने मिशन का आदमी होेने की बात कहते हुए मुहर लगवा ली। इस तरह कई अन्य वार्डों में नोकझोक की स्थिति बनी।
महापौरी का फैसला राजधानी में बताया गया है कि पार्षद पद के लिये जो नाम फिल्टर किये गये हैं उनपर अंतिम मुहर भोपाल में लगेगी इसी तरह चयन समिति ने महापौर पद के लिये ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है। हालांकि कुल प्राप्त आवेदनों में से गेंदलाल भाई, रवीन्द्र सेठी और सईद अहमद को स्क्रीनिंग में अलग किया है। लेकिन माना जा रहा है कि इस पर अंतिम निर्णय राजधानी में कमलनाथ लेंगे। हो सकता है कि इन तीन नामों से हट कर कोई अलग चौंकाने वाला नाम भी आ सकता है।
इन वार्डों में सिंगल नाम सूत्रों की माने तो चयन समिति ने लगभग 17 वार्डों में सिंगल नामों का चयन किया है। इनमें वार्ड क्रमांक 4, 5, 7, 10, 11, 14, 15, 16, 19, 24, 26, 28, 35, 37, 38, 40, 42 शामिल हैं। इसी तरह से जिन वार्डों में दो नामों का पैनल तैयार किया गया है उनमें वार्ड क्रमांक 1, 2, 3, 6, 8, 13, 17, 18, 20, 25, 27, 29, 30, 43 और 45 शामिल हैं। जिन वार्डो में तीन नामों का पैनल तैयार किया गया है उनमें वार्ड क्रमांक 9, 22, 23, 31, 32, 33, 34, 36, 39, 41 शामिल है। कुछ में विवाद की स्थिति बनने पर उस पर निर्णय राजधानी के लिये छोड़ दिया गया है।
इन पार्षदों के टिकट काटे अंदरखाने की खबर है कि कांग्रेस की चयन समिति ने दो पार्षदों की टिकट भी काट दी है। इसमें वार्ड 35 से मो. इकबाल माइडियर का टिकट काटकर मो. आमिर को दिये जाने की जानकारी सामने आई है। बताया गया है कि इसमें शहर अध्यक्ष का वीटो रहा है। इसी तरह से वार्ड 28 से कुदरत का टिकट काटकर कांग्रेस नेत्री उर्मिला त्रिपाठी के परिवार को दी गई है। हालांकि यह वार्ड महिला आरक्षित रहा है। इसमें कुदरत अपनी पत्नी के नाम पर टिकट की दावेदारी कर रहे थे। हालांकि पता चला है कि कुदरत ने भोपाल में इस पर आपत्ति जताई है।
बनी विवाद की भी स्थितियां कुछ वार्डों में प्रत्याशी चयन को लेकर विवाद की भी स्थिति बनी। मसलन वार्ड क्रमांक 31 में विधायक रामकुमार तिवारी की पत्नी को टिकट दिलाना चाह रहे थे। लेकिन राजाराम त्रिपाठी ऊषा गौतम पर अड़े थे। इसमें काफी बहस के बाद टिकिट फाइनल हुई। इसी तरह से वार्ड क्रमांक एक में विधायक और यूथ कांग्रेस अध्यक्ष के बीच असहमति उपजी थी। यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अपने कोटे से यहां युवा तुर्क के लिये टिकिट मांग रहे थे जिस पर विधायक ने अपना अलग नाम बता दिया। युकां अध्यक्ष ने अपने नाम पर कहा कि वह लगातार सक्रिय रहा है। जिस पर विधायक का तर्क था कि जो नाम आप बता रहे हैं वह एनएसयूआई का है। आप अपने कोटे की बात करें और अपने नाम पर उन्होंने मिशन का आदमी होेने की बात कहते हुए मुहर लगवा ली। इस तरह कई अन्य वार्डों में नोकझोक की स्थिति बनी।
महापौरी का फैसला राजधानी में बताया गया है कि पार्षद पद के लिये जो नाम फिल्टर किये गये हैं उनपर अंतिम मुहर भोपाल में लगेगी इसी तरह चयन समिति ने महापौर पद के लिये ज्यादा रुचि नहीं दिखाई है। हालांकि कुल प्राप्त आवेदनों में से गेंदलाल भाई, रवीन्द्र सेठी और सईद अहमद को स्क्रीनिंग में अलग किया है। लेकिन माना जा रहा है कि इस पर अंतिम निर्णय राजधानी में कमलनाथ लेंगे। हो सकता है कि इन तीन नामों से हट कर कोई अलग चौंकाने वाला नाम भी आ सकता है।