राजस्थान चुनाव: BJP और CONGRESS के लिए सिरदर्द बनी यह प्रत्याशी, 287 करोड़ की है मालकिन

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नई दिल्ली: राजस्थान विधानसभा में इस वक्त चुनाव अपने चरम स्तर पर है. राजस्थान में 7 दिसंबर को नेताओं के भाग्य का फैसला होना है इस कड़ी में छोटे-बड़े राजनीतिक दलों के साथ निर्दलीय उम्मीदवार भी हर सीट पर अपनी पूरी ताकत झोंकते नजर आ रहें है.

श्रीगंगानगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी कामिनी जिंदल के पास 287 करोड़ की संपत्ति

आपको बता दें कि इस समय राजस्थान चुनाव में सबसे ज्यादा श्रीगंगानगर विधानसभा सीट से प्रत्याशी कामिनी जिंदल सबका ध्यान अपने ओर कर रहीं है.  इस बात को सुनकर दंग रहा जाएंगे कि तीस साल की कामिनी जिंदल ने अपने नामांकन पत्र में 287 करोड़ की संपत्ति का ब्योरा दिया है.

देखा जाए तो कामिनी जिंदल राजस्थान में सबसे आमिर उम्मीदवार है. अब राजस्थान में चुनावी गर्मागर्मी के दौरान कामिनी जिंदल राजनीतिक दल बीजेपी और कांग्रेस दोनों के लिए काफी बड़ी सिरदर्द बनी हुई हैं. बता दें कि वह नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी से प्रत्याशी हैं. उनकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, कामिनी एक राजनीती के साथ एक सफल व्यवसायी भी हैं. अब कामिनी विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड की निदेशक भी है.

कामिनी के पति IPS

ये यही नहीं तीस साल की कामिनी के पति गगनदीप सिंगला राजस्थान कैडर के आईपीएस है. जिंदल ने साल 2013 में पहली बार राजनीती के मैदान में कदम रखा और श्रीगंगानगर सीट के इतिहास में 37068 मतों के अंतर से चुनाव जीतने का रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज करवाया.

इस बार 21 प्रत्याशियों से है कामिनी का आमना-सामना

इस बार राजस्थान के श्रीगंगानगर विधानसभा सीट पर कुल 22 उम्मीदवार चुनावी रण में है. अगर इस बार कामिनी को विधायक बनना है तो उन्हें 21 प्रत्याशियों को टक्कर देनी होगी और उन्हें हराना होगा. एक तरफ जहां कांग्रेस के अशोक चांडक है तो दूसरी तरफ बीजेपी ने विनीता आहुजा के रूप में नये चेहरे को चुनावी मैदान में उतरा गया है. वहीं निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर कांग्रेस ने बागी जयदीप बिहाणी और राजकुमार गौड़ को मैदान में उतरा है. भाजपा ने बागी पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर और बसपा से प्रहलाद टाक भी मैदान में हैं.

नेशनल यूनियनिस्ट जमींदारा पार्टी से प्रत्याशी हैं

आपको बता दें कि कामिनी के जन्म के छह दिनों के बाद यानी की 22 जून 1988 को विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड कंपनी निर्गमित की गई थी. कामिनी का जन्म 16 जून 1988 को हरियाणा के हिसार के बड़े व्यवसायी बी.डी. अग्रवाल के यहां हुआ था. अगर बात की जाए श्रीगंगानगर के वोटिंग पैटर्न की तो यहां के वोटर्स ने कभी भी जात-पात के नाम पर मतदान नहीं किया है. यहां पर हर चुनाव में वोटर्स ने अपना एक अलग पहलू रखा है. जो अपने आप में काबिले तारीफ है. यह कीजनता ने कभी जातिगत समीकरण का हवाला न देकर शिन नेता को चुना है.