नई दिल्ली: नोएडा में फर्जी कॉल सेंटर के नाम पर काफी समय से फर्जीवाड़ा जैसी वारदात को अंजाम दिया जा रहा था. जिसे सफाया आखिरकार नोएडा पुलिस ने कर दिया है.
बता दें कि 12 देशों के 1500 लोगों को पॉप-अप मेसेज कर ठगने वाले Fकॉल सेंटर देशभर में बेशक अलग-अलग चल रहें हो. लेकिन इस के पीछे एक अंतरराष्ट्रीय सरगना है. इस पर नोएडा पुलिस ने कहा है कि विदेशों से आने वाला पैसा हवाला से आने की आशंका है. इस पूरे नेटवर्क को सरगना खाड़ी देशभर में ऑपरेट कर रहीं है. इसका कम बड़ी कंपनियों के आईपी एड्रेस उपलब्ध कराने से लेकर तकनीकी सुविधाएं देना है. अब नोएडा पुलिस द्वारा इस प्रकार के फर्जीवाड़ा मामले का खुलासा के बाद इंटरपोल इस सरगना व पूरे नेटवर्क के बारे पता लग रहीं है.
विदेशी लोगों के कंप्यूटर में पॉप अप मेसेज भेजता है:-
आपको बता दें कि आरोपी बल्क में विदेशी लोगों के कंप्यूटर में पॉप अप मेसेज भेजता है. इसके लिए विदेशी लोगों के कंप्यूटर का आईपी एड्रेस चाहिए होता है. अब इस मसले में इंटरपोल यह पूरी-पूरी कोशिश कर रहीं है कि यह आईपी एड्रेस आरोपियों के पास कहाँ से आता है. इस जांच में एक सरगना का पता लगा है जो खाड़ी देश से आईपी एड्रेस उपलब्ध करावा रहा है. इस कारण अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी के मामले में नोएडा पुलिस के समकक्ष एफबीआई, इंटरपोल व कनाडा पुलिस साथ थी. सबसे इस मामले पर एफबीआई व कनाडा पुलिस ने एसएसपी डा. अजयपाल शर्मा से मिलकर गहरी योजना बनाई थी. इसके बाद पुलिस की टीम ने इस नेटवर्क को धरदबोचा. आरोपी जब विदेशी लोगों के कंप्यूटर व लैपटॉप पर पॉप अप मैसेज भेजते थे तो उस मेसेज में अपने संपर्क का एड्रेस भी डालते थे. जब लोग मेसेज देखकर इनसे संपर्क करते थे तो लोग माइक्रोसॉफ्ट, एप्पल जैसी कंपनियों का टेक्निकल सर्विस प्रोवाइडर बताकर उन्हें विश्वास में ले लेते थे.
जानिए कैसे पकड़े गए ये आरोपी:-
कुछ महीनों से माइक्रोसॉफ्ट के पास पॉप अप वायरस मेसेज आने की काफी शिकायतें बढ़ रहीं थी. जब हर महीने दस हजार से ज्यादा शिकायतें आने लगी तो कंपनी ने इसकी मॉनिटरिंग की और उन्होंने पता चला कि जिस डोमेन से यह मेसेज आ रहे है, वह एनसीआर समेत देशभर के चालीस से अधिक लोकेशन पर है. इसी के साथ एफबीआई के साथ नोएडा पुलिस ने इस मामले आगे बढ़ाया और एक साथ नौ फर्जी कॉल सेंटर को पकड़ लिया गया. पुलिस के अनुसार, ये एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट है. जो यूरोपीय यूनियन के देशों के लोगों को ठगते हैं. आरोपियों ने अब तक यूएसए, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, बेल्जियम, इटली, आयरलैंड, स्पेन, फ्रांस, स्वीडन, हंगरी, डेनमार्क के लोगों से इस तरह की ठगी की है.
विदेशी मीडिया में छाई नोएडा की पुलिस:-
अब इतने बड़े खुलासे के बाद नोएडा पुलिस विदेशी मीडिया में खूब चर्चाओं में है. विदेशी मीडिया में नोएडा पुलिस के खुलासे और एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा की प्रेस कॉंफ्रेंस की काफी तस्वीरें छपी है. इस बड़े खुलासे के बाद अमेरिकन पुलिस एफबीआई ने एसएसपी डा. अजयपाल शर्मा को इसकी ढेरों बधाई दी है.
एसएसपी डॉ. अजयपाल का बयान:-
एसएसपी डॉ. अजयपाल शर्मा का कहना है कि इन आरोपियों पर पहले गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी. इसके बाद इन पर रासुका की कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल इनके बैंक अकाउंट की जांच की जा रहीं है और उनकी संपत्तियों का पता लगाया जा रहा है. पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि पूरे मामले में माइक्रोसॉफ्ट के पुराने कर्मचारी की भी भूमिक हो सकती है. इस पहलू पर भी पुलिस जांच करेगी.