पटना: जहां भारत एक तरफ बहुत तेज से प्रगति के और बढ़ता दिख रहा है वहीं भारत मुल्क के लोगों भी कहा किसी से पीछे रहने वालों में से है. जहां भारत में कई तकनीकी चीजों का विकास हो रहा है वहीं भारतवासी अपने आपको आगे बढ़ रहें है. ठीक वैसे ही भारत के एक ओर शख्स ने पिछले रुसी चुनावों के दौरान जीत हासिल की है.
कौन है यह शख्स
हम आपको बनाते जा रहें है उस व्यक्ति के बारे में जिसने भारत देश का नाम रोशन किया है, मिलिए अभय कुमार सिंह से जो पटना, बिहार का निवासी है. रूस में भारतीय मूल के इस शख्स को कुर्स्क नाम के रूसी प्रांत की सरकार में डेप्यूतात बनाया गया है. रूस में डेप्यूतात पद का वही मतलब है जो भारत में किसी विधायक या एमएलए का होता है. खास बात यह है कि अभय सिंह ने रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन की ‘यूनाइटेड रशा’ पार्टी’ के टिकट पर चुनाव जीतकर डेप्यूतात बनाए गए हैं
पटना का छोरा अभय ने कहा कि मैं राष्ट्रपति पुतिन से प्रेरित होकर राजनीतिक में प्रवेश करने का फैसला किया है. ‘यूनाइटेड रशा’ रूस की सत्ताधारी पार्टी है, जिसने हाल के आम चुनावों में देश की संसद (दूमा) में 75 फ़ीसदी सांसद भेजे हैं. वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन इस सत्ता में 18 साल से जामे हुए है. बिहारी लड़के ने अक्टूबर, 2017 में व्लादिमीर पुतिन की पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर कुर्स्क विधानसभा का चुनाव अपने नाम किया था.
अभय का जन्म पटना में हुआ था वह उन्होंने लोयोला स्कूल से पढ़ाई की. साल 1991 में उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई करने के लिए रूस गए. काफी मेहनत और संघर्ष के बाद पढ़ाई पूरी कर अपने जन्म स्थान पटना वापसी लौट गए और प्रैक्टिस शुरू की और रजिस्ट्रेशन भी करा लिया. पर शायद उनके सफलता उनको वापिस रूस बुला रही थी इसलिए उन्होंने वापिस रूस जाने का फैसला किया वह जाकर उन्होंने दवाइयों का बिजनेस शुरू किया. उनको शुरुआत में बिजनेस करने में काफी परेशानियां आई थी पर उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी. जैसे-जैसे उनके पैर रूस में जमते गए बिजनेस में भी इजाफा हुआ. अभय के अनुसार वे समय मिलने पर भारत और खासकर पटना आते रहते हैं.