Assam Mizoram Border Dispute: जमकर हो रही बमबाजी, आखिर असम-मिजोरम के बीच सीमा का झगड़ा है क्या? h3>
हाइलाइट्स:
- असम के कछार जिले में हुआ आईईडी विस्फोट
- असम के बाद मिरोजरम की तरफ से सुनाई दिए दो धमाके
- असम और मिजोरम के बीच चल रहा सीमा विवाद फिर से गहराया
- दोनों राज्यों के सीमा पर तनाव जारी, मुख्यमंत्रियों के बीच बातचीत शुरू
गुवाहाटी
असम के कछार जिले में एक संदिग्ध आईईडी विस्फोट किए जाने के एक दिन बाद रविवार को पड़ोसी राज्य की अंतर-राज्यीय सीमा पर एक के बाद एक दो धमाके हुए। इस धमाके में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं हैं। असम और मिरोजरम दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों ने बैठकें कीं और सीमा विवाद को लेकर चर्चा हुई।
खुलीचेरा इलाके में तनाव व्याप्त है। खबर है कि कुछ दिन पहले मिजोरम के लोग असम की सीमा में साढ़े छह किलोमीटर अंदर आ गए, जिसके बाद असम पुलिस और नागरिक प्रशासन ने निष्कासन अभियान शुरू किया। असम और मिरोजरम के बीच सीमा 1,64.6 किलोमीटर फैली है।
आधी रात हुए दो धमाके
असम पुलिस के सूत्र ने को बताया कि मिजोरम की सीमा से शनिवार और रविवार की दरमियानी रात 2.40 बजे और 2.43 बजे दो धमाकों की आवाज सुनी गई। खुलीचेरा के पॉइंट-दो पर तटस्थ बल के रूप में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों से मिजोरम की सीमा में हुए संदिग्ध धमाकों का पता लगाने को कहा गया है। स्थिति सामान्य है लेकिन अब भी तनाव बना हुआ है। सीमावर्ती इलाकों में असम पुलिस के जवान सतर्क हैं।
चरम पर है मिजोरम और असम के बीच तनाव
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम के अपने समकक्ष ज़ोरमथांगा को उन घटनाओं के बारे में लिखा है जो नई दिल्ली में दोनों राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक के कुछ दिनों बाद हुई थीं। जिले के खुलिचेरा इलाके में तनाव चरम पर है, जहां कुछ दिनों पहले मिजोरम के लोग कथित तौर पर असम की जमीन के अंदर 6.5 किलोमीटर अंदर घुस गए थे, जिसके बाद नागरिक प्रशासन के साथ असम पुलिस ने बेदखली अभियान चलाया।
अधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल को बनाया निशाना
असम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीमा) हरमीत सिंह मौके पर डेरा डाले हुए हैं। शनिवार को असम सरकार के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को निशाना बनाते हुए एक विस्फोट हुआ। इस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे, जो सीमा पर एक सड़क के निर्माण की निगरानी के लिए गए थे। सूत्र ने कहा कि शुरू में इसे ग्रेनेड हमला माना गया था लेकिन बाद में पुलिस को शक हुआ कि बदमाशों ने आईईडी (इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल किया है।
मिजोरम के सीएम बोले- टायर फटने से हुई आवाज
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने हालांकि उस रिपोर्ट को रीट्वीट किया जिसमें कहा गया था कि शनिवार को इलाके में कोई हथगोला नहीं फेंका गया और आवाज एक खुदाई करने वाले का टायर फटने की थी। इस बीच, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्होंने वास्तविक सीमा स्थानों की सैटेलाइट मैपिंग का उपयोग करके सीमा विवाद को निपटाने के लिए जोरमथांगा को लिखा है।
असम सीएम ने लिखा यह पत्र
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, ‘पूर्ण शांति के लिए, हमें सीमा मुद्दे को ठीक करने के बाद अंतरराज्यीय सीमा केंद्रीय पुलिस बलों को सौंपनी चाहिए। हम असम की संवैधानिक सीमा के भीतर सड़कें बना रहे हैं। हम मिजोरम से एक इंच भी जमीन नहीं लेंगे।
इसलिए उठा फिर से विवाद
असम और मिजोरम के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। दोनों राज्यों के बीच बराक घाटी के कछार, हैलाकांडी और करीमनगर जिले में सीमा को लेकर विवाद है। नया विवाद तब हुआ जब शनिवार को मिजोरम से करीब 25 से 30 लोग खुलीचेरा सीआरपीएफ शिविर से 25 मीटर आगे आ गए और असम के भीतर जमीन का अतिक्रमण करने , वन मार्ग को साफ करने और सड़क निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश की।
फाइल फोटो
हाइलाइट्स:
- असम के कछार जिले में हुआ आईईडी विस्फोट
- असम के बाद मिरोजरम की तरफ से सुनाई दिए दो धमाके
- असम और मिजोरम के बीच चल रहा सीमा विवाद फिर से गहराया
- दोनों राज्यों के सीमा पर तनाव जारी, मुख्यमंत्रियों के बीच बातचीत शुरू
असम के कछार जिले में एक संदिग्ध आईईडी विस्फोट किए जाने के एक दिन बाद रविवार को पड़ोसी राज्य की अंतर-राज्यीय सीमा पर एक के बाद एक दो धमाके हुए। इस धमाके में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं हैं। असम और मिरोजरम दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों ने बैठकें कीं और सीमा विवाद को लेकर चर्चा हुई।
खुलीचेरा इलाके में तनाव व्याप्त है। खबर है कि कुछ दिन पहले मिजोरम के लोग असम की सीमा में साढ़े छह किलोमीटर अंदर आ गए, जिसके बाद असम पुलिस और नागरिक प्रशासन ने निष्कासन अभियान शुरू किया। असम और मिरोजरम के बीच सीमा 1,64.6 किलोमीटर फैली है।
आधी रात हुए दो धमाके
असम पुलिस के सूत्र ने को बताया कि मिजोरम की सीमा से शनिवार और रविवार की दरमियानी रात 2.40 बजे और 2.43 बजे दो धमाकों की आवाज सुनी गई। खुलीचेरा के पॉइंट-दो पर तटस्थ बल के रूप में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों से मिजोरम की सीमा में हुए संदिग्ध धमाकों का पता लगाने को कहा गया है। स्थिति सामान्य है लेकिन अब भी तनाव बना हुआ है। सीमावर्ती इलाकों में असम पुलिस के जवान सतर्क हैं।
चरम पर है मिजोरम और असम के बीच तनाव
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मिजोरम के अपने समकक्ष ज़ोरमथांगा को उन घटनाओं के बारे में लिखा है जो नई दिल्ली में दोनों राज्यों के शीर्ष अधिकारियों के बीच एक उच्च स्तरीय बैठक के कुछ दिनों बाद हुई थीं। जिले के खुलिचेरा इलाके में तनाव चरम पर है, जहां कुछ दिनों पहले मिजोरम के लोग कथित तौर पर असम की जमीन के अंदर 6.5 किलोमीटर अंदर घुस गए थे, जिसके बाद नागरिक प्रशासन के साथ असम पुलिस ने बेदखली अभियान चलाया।
अधिकारियों के प्रतिनिधि मंडल को बनाया निशाना
असम के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सीमा) हरमीत सिंह मौके पर डेरा डाले हुए हैं। शनिवार को असम सरकार के अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल को निशाना बनाते हुए एक विस्फोट हुआ। इस प्रतिनिधिमंडल में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी शामिल थे, जो सीमा पर एक सड़क के निर्माण की निगरानी के लिए गए थे। सूत्र ने कहा कि शुरू में इसे ग्रेनेड हमला माना गया था लेकिन बाद में पुलिस को शक हुआ कि बदमाशों ने आईईडी (इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल किया है।
मिजोरम के सीएम बोले- टायर फटने से हुई आवाज
मिजोरम के मुख्यमंत्री ने हालांकि उस रिपोर्ट को रीट्वीट किया जिसमें कहा गया था कि शनिवार को इलाके में कोई हथगोला नहीं फेंका गया और आवाज एक खुदाई करने वाले का टायर फटने की थी। इस बीच, असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि उन्होंने वास्तविक सीमा स्थानों की सैटेलाइट मैपिंग का उपयोग करके सीमा विवाद को निपटाने के लिए जोरमथांगा को लिखा है।
असम सीएम ने लिखा यह पत्र
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, ‘पूर्ण शांति के लिए, हमें सीमा मुद्दे को ठीक करने के बाद अंतरराज्यीय सीमा केंद्रीय पुलिस बलों को सौंपनी चाहिए। हम असम की संवैधानिक सीमा के भीतर सड़कें बना रहे हैं। हम मिजोरम से एक इंच भी जमीन नहीं लेंगे।
इसलिए उठा फिर से विवाद
असम और मिजोरम के बीच लंबे समय से सीमा विवाद चल रहा है। दोनों राज्यों के बीच बराक घाटी के कछार, हैलाकांडी और करीमनगर जिले में सीमा को लेकर विवाद है। नया विवाद तब हुआ जब शनिवार को मिजोरम से करीब 25 से 30 लोग खुलीचेरा सीआरपीएफ शिविर से 25 मीटर आगे आ गए और असम के भीतर जमीन का अतिक्रमण करने , वन मार्ग को साफ करने और सड़क निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश की।
फाइल फोटो