मनरेगा से खुदाई का कार्य शुरु, मंदाकिनी नदी को फिर से मिलेगा पुनर्जीवन

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इस बुधवार चित्रकूट में जिला अधिकारी विशाख जी ने विकास खण्ड पहाड़ी के ग्राम पंचायत पनौटी में मंदाकिनी नदी के तट पर पंडितों के साथ विधि विधान से भूमि पूजन कर खुदाई कार्य का प्रारंभ करवाया. इस शुभारंभ की शुरुवात उन्होंने खुदाई करने से की थी. इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी जय प्रकाश पांडेय, डीसी मनरेगा आरयू यादव, ग्राम प्रधान पनौटी सहित अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहें। वहीं पहले दिन से तक़रीबन 92 मजदूर काम पर लगाये गये.

विशाख जी ने कहा है कि खुदाई का कार्य लगातार किया जाएगा. वहीं इस कार्य को करने के लिए मजदूर भी बढ़ाये जायेंगें, ताकि कार्य समय से पहले पूरा हो सकें. वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि 30 मजदूर पर एक अधिकारी की नियुक्ति भी की जाएगी ताकि कार्य सुचारू रूप से चलता रहें. तथा प्रत्येक स्थानों पर एक सहायक अभियंता तैनात किया जाए.

इस प्रोजेक्ट पर अमरनाथ गुप्ता को निर्देश दिया है कि डेढ़ मीटर नीचे की खुदाई होने के बाद यह देखा जाये कि क्या निकल रहा है जिसका सैम्पुल उन्हें भी दिखाया जाए. खंड विकास अधिकारी पहाड़ी शेर बहादुर ¨सह ने यह भी बोला है कि पनौटी के अलावा ग्राम पंचायत भानपुर में 101 मजदूर, महुआगांव में 13, लोहदा में 56, सरधुआ में 41 मजदूर नदी खुदाई एवं गहरीकरण के कार्य में लगाये गये हैं।

श्रमदान कर रहे सर्वोदय सेवा आश्रम के मंत्री अभिमन्यू ¨सह ने जिला प्रशासन की इस पहल को काफी सराहा है और कहा कि मंदाकिनी को पुनर्जीवन सिर्फ खुदाई से मिल सकता है.

इससे पहले मकरी गांव में नदी लगभग सूखी गई थी लेकिन ग्राम प्रधान और ग्रामीणों के सहयोग से उन्होंने जब उस नदी पर सफाई का कार्य किया गया तो नदी जलधाराएं दुबारा देखने को मिली. वहीं अब जिला प्रशासन द्वारा किया जाने वाला यह बड़ें प्रयास से नदी का नया रुप देखने को मिलेगा। इस प्रयास की सराहना बुंदेली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत ¨सह ने भी की है. इस अभियान के माध्यम से बरुआ नदी में भी मनरेगा से खुदाई कराकर किसानों को लाभ पहुंचाया जा सकता है.

इस नदी को पुनर्जीवन देने के लिए करीब 2.28 करोड़ रुपए खर्च किए गए है. मंदाकिनी में मनरेगा से 19 ग्राम पंचायत में नदी की सिल्ट सफाई (खुदाई) का कार्य किया जाएगा. कुटी से राजापुर संगम स्थल तक 46 किलोमीटर नदी खुदाई की कार्ययोजना बनाई गई है. मनरेगा से चौरा, देवल, नहरा, कलवारा बुजुर्ग, कलवारा खुर्द, भानपुर, खेरिया, ब्योहरा, अरछा बरेठी, औदहा, लोहदा, पनौटी, सगवारा, भटरी, महुवा, सरधुवा, अर्की, कुसेली, भदेहदू और कनकोटा में खुदाई का कार्य किया जाएगा.