लालू यादव के मुख्यमंत्री काल की शर्मनाक घटना क्या है

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लालू प्रसाद यादव
लालू प्रसाद यादव

अपने बेबाक बोल के कारण बिहार और भारत की राजनीति में अपनी अलग पहचान बनाने वाले नेता लालू प्रसाद यादव के जीवन में अनेंक उतार चढाव आए हैं. छात्र राजनीति से बिहार राज्य और फिर देश की राजनीति में आए लालू प्रसाद यादव का जन्म 11 जून,1948 को हुआ था. बिहार में 1990 से लेकर 1997 तक उन्होंने मुख्यमंत्री का पदभार संभाला.

लालू प्रसाद यादव

लालू प्रसाद यादव के मुख्यमंत्री काल की सबसे शर्मनाक घटना तब घटित हुई , जब तीसरी बार मुख्यमंत्री बने उनको करीब 8 महिने का समय हो गया था. उसी समय उनके शासन काल में हुआ चारा घोटाला उभरकर सामने आया. जिसमें बिहार के तत्कालिन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव का नाम भी शामिल था. यह केस C.B.I. के पास चला गया. जिसके जांच के बाद आरोप-पत्र में लालू प्रसाद यादव का नाम भी था. मुख्यमंत्री के साथ साथ लालू प्रसाद यादव के पास काफी समय तक वित्त मंत्रालय भी था. जिसके कारण आरोप लगाया गया किया बिना उनकी जानकारी के इतने बड़े स्तर पर पैसा निकाल पाना संभव नहीं था.

लालू प्रसाद यादव

इसके बाद राज्यपाल से लालू प्रसाद यादव पर केस चलाने की अनुमति ली गई. इसके बाद मुख्यमंत्री कार्यकाल में इतने बड़े विवाद में फंसने के बाद लालू प्रसाद यादव को अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तिफा देना पड़ा. किसी व्यक्ति के लिए इससे शर्मनाक क्या हो सकता है कि उसके मुख्यमंत्री कार्यकाल में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगें जिसके कारण उसको अपने पद से इस्तिफा देना पड़े.

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चारा घोटाले में लालू यादव के खिलाफ जैसे जैसे सबूत पुख्ता होते गए. जिस जनता दल पार्टी की बदौलत वह मुख्यमंत्री बने थे. उसमें फूट पड़नी शुरू हो गई. लालू प्रसाद यादव के खिलाफ आवाज उठने लगी. इसके बाद लालू प्रसाद यादव ने अलग पार्टी बनाने की घोषणा कर दी. नई पार्टी बनाने के 20 दिन बाद ही उनको मुख्यमंत्री पद से इस्तिफा देना पड़ा.