कोरोना ही नहीं बहुत सी घातक बीमारी को मात देने के लिए स्टैमिना एक बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। स्टैमिना का सीधा तात्पर्य है शरीर की उर्जा और उसी के साथ आंतरिक बल से अगर आपका स्टैमिना अच्छा है तो आप किस भी प्रकार के मानसिक या शारीरिक कार्य करने में सक्षम होंगे। अगर आपको थोड़ा सा काम करने पर थकान महसूस होने लगे क्यो आपको नींद ज्यादा आने लग गई है या फिर आपको भूख नहीं लग रही है तो इसका सांसे बड़ा कारण यह है की आपके शरीर में स्टैमिना की कमी है।
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अगर स्टैमिना कम होने के लक्षण के बारे में बात करे तो भूख नहीं लगना, बिना मेहनत किए पसीना आना, थोड़ी दूर तक चलने पर ही थक जाना, सीढ़ियां चढ़ते वक्त थकान महसूस होना आंखों के सामने कभी-कभी धुंधलापन छा जाना या फिर हाथों और पैरों में दर्द महसूस होना। र्बोहाइड्रेट का सेवन ही शरीर को सबसे ज्यादा एनर्जी देता है। ऐसे में अपने खान-पान में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को संतुलित रखें।शरीर को हाइड्रेट रखना काफी जरुरी है।
हमारे शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी से बना है, ऐसे में अगर शरीर में पर्याप्त पानी नहीं होगा तो भी स्टैमिना कम होने लगता है, इसलिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलते रहे यह जरूर सुनाचित करना चाहिए। पानी पीने से शरीर की आधी से ज्यादा बीमारी दूर हो जाती है। रोजमर्रा के जीवन में भाग -दौड़, भाड़ी -भरकम समान को उठना जैसे आदि काम करना काफी आम बात है। इसके लिए आप एक्सरसाइज करके भी अपने स्टैमिना को बढ़ा सकते है। अगर आप सफेद मुसली, . अश्वगंधा, हरी और काली मिर्च, केसर, किशमिश का सेवन करते है तो आपका स्टैमिना बढ़ेगा।