‘6 लाख फीस भरी, 8 महीने में FIITJEE बंद’: पेरेंट्स बोले- किससे पैसे वापस मांगें, टीचर्स को 6 महीने से सैलरी नहीं h3>
4 फरवरी की बात है। एक आर्मी जवान दिल्ली के कालू सराय में FIITJEE कोचिंग सेंटर पहुंचा। उसने ढाई साल पहले इसी सेंटर में 4 लाख रुपए फीस देकर बेटे का एडमिशन कराया था। चार साल का कोर्स था। जवान को 25 जनवरी को एक वीडियो मिला, जिसमें कुछ पेरेंट्स और स्टाफ,
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हालांकि, गार्ड ने उसे कोचिंग में जाने से रोक दिया। काफी बहस के बाद पुलिस की मदद से जवान कोचिंग के अंदर तो पहुंच गया, लेकिन वहां उसकी बात सुनने वाला कोई नहीं मिला। कोचिंग सेंटर के रवैये से निराश होकर जवान ने सेंटर ओनर और स्टाफ के खिलाफ मालवीय नगर थाने में शिकायत की।
FIITJEE के खिलाफ ये अकेला मामला नहीं है। बीते कुछ दिनों में दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, रांची, पटना, भोपाल समेत कई जगहों पर FIITJEE के सेंटर बंद हो गए हैं। इन सेंटर्स में पढ़ रहे स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स परेशान हैं। कई शहरों में FIITJEE के चेयरपर्सन दिनेश कुमार गोयल और सेंटर्स के इंचार्ज के खिलाफ FIR भी दर्ज हुई हैं।
FIITJEE की ये क्राइसिस कहां से शुरू हुई, ये समझने के लिए हमने मामले से जुड़ी FIR जुटाईं। कुछ पेरेंट्स और टीचर्स से भी बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…
सबसे पहले पेरेंट्स की बात… 2 साल के कोर्स के लिए 6 लाख फीस दी, अब कोचिंग बंद 3 फरवरी को हम नोएडा के सेक्टर-62 में FIITJEE सेंटर पहुंचे। यहां ताला लगा मिला। पास में कुछ पेरेंट्स खड़े थे। इनमें शामिल सत्संग कुमार का बेटा 11वीं में है। वो इसी सेंटर पर पढ़ाई कर रहा था। उन्होंने 2 साल के कोर्स के लिए करीब 6 लाख रुपए की फीस जमा की थी, लेकिन बेटा यहां सिर्फ 8 महीने पढ़ पाया।
50 साल के सत्संग कहते हैं, ‘बेटे ने 21 जनवरी तक यहां टेस्ट दिया। उसी दिन शाम को टेस्ट एक घंटा पहले खत्म हो गया। सभी बच्चों को घर भेज दिया गया। अगले दिन 22 जनवरी को इंस्टीट्यूट बंद मिला। यहां फैकल्टी तक नहीं थी। हमने टीचर्स को फोन किया, लेकिन सभी के नंबर बंद थे।‘
‘इस सेंटर पर 1100 से 1200 बच्चे पढ़ते हैं। देश में कई जगह कोचिंग सेंटर्स बंद हो रहे थे। इसलिए हमने इंस्टीट्यूट बंद होने से एक हफ्ते पहले ही यहां के एकेडमिक हेड संजीव झा से बात की थी। उन्होंने भरोसा दिलाया था कि यहां ऐसा कुछ नहीं होगा। ये सेंटर मुनाफे में है। उस दिन नए स्टूडेंट्स के एडमिशन भी लिए जा रहे थे।‘
सत्संग सवाल करते हैं, ‘जब सेंटर हेड को पता था कि ये बंद होने वाला है, तो नए एडमिशन क्यों ले रहे थे।‘
सत्संग आरोप लगाते हैं कि इस सेंटर के सभी टीचर सामने वाले दूसरे कोचिंग इंस्टीट्यूट में चले गए। अब वे बच्चों को वहां बुलाने के लिए कॉन्टैक्ट कर रहे हैं। हमने कुछ फैकल्टी से FIITJEE के बारे में बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने बात नहीं की।
‘फीस रिफंड नहीं कर रहे, दोबारा सेंटर खोलने का वादा किया’ नोएडा में रहने वाले आशुतोष शुक्ला का बेटा भी FIITJEE के सेक्टर-62 कैंपस में इंजीनियरिंग के लिए कोचिंग कर रहा था। 3.2 लाख रुपए फीस जमा की थी। सिर्फ 7 महीने पढ़ाई की थी और कोचिंग बंद हो गई।वे कहते हैं,
FIITJEE की ओर से हमें कुछ नहीं बताया गया। रिफंड के बारे में भी कुछ नहीं पता। बेटे की कोचिंग के लिए दूसरे इंस्टीट्यूट से मैसेज आया है, इसलिए मिलने आया हूं।
नोएडा सेक्टर-71 में रह रहे नीरज सिंह के दो बच्चे FIITJEE में पढ़ रहे थे। दोनों के लिए उन्होंने 2.5 लाख रुपए फीस जमा की थी। 22 जनवरी को वे सेक्टर-62 में FIITJEE के सेंटर पहुंचे तो गार्ड ने बताया कि सारे टीचर्स सामने वाली कोचिंग में चले गए। यहां कोई नहीं है।
नीरज कहते हैं, ‘दूसरे कोचिंग संस्थान से मैसेज आ रहे हैं कि बच्चों को यहां भेजिए। हमने तो FIITJEE चुना था। कोचिंग ने खुद को बचाने के लिए प्रोपेगैंडा फैलाया और सेंटर हेड पर पूरी जिम्मेदारी डाल दी है। अब पेरेंट्स से दोबारा सेंटर्स खोलने का वादा कर रहे हैं।‘
‘मुंबई में सेंटर बंद, रिफंड के लिए दिल्ली के चक्कर लगा रहे’ झारखंड के रहने वाले राकेश कुमार मुंबई से दिल्ली आए हैं। उनका बेटा FIITJEE के नवी मुंबई सेंटर में पढ़ रहा था। वे कहते हैं, ‘पिछले साल नवंबर से वहां दिक्कतें शुरू हो गई थीं। जनवरी के पहले हफ्ते में सेंटर बंद हो गया। अप्रैल 2024 में मैंने करीब 5 लाख रुपए फीस जमा की थी। अब पैसे वापस लेने के लिए दिल्ली सेंटर के चक्कर लगा रहा हूं।‘
वे बताते हैं, ‘मैंने नेशनल टीम को मेल भेजा था, लेकिन जवाब नहीं मिला। इसलिए मैं दिल्ली आ गया। यहां कॉर्पोरेट ऑफिस में भी कोई नहीं मिला।‘
अब टीचर्स की बात… संस्थान के मिसमैनेजमेंट से बिगड़े हालात, 6 महीने की सैलरी अटकी ऐसा क्या हुआ कि एक के बाद एक FIITJEE के सेंटर्स बंद होने लगे। इसे समझने के लिए हमने कोचिंग में पढ़ाने वाले कुछ पुराने टीचर्स से भी बात की। वे पहचान जाहिर नहीं करना चाहते, क्योंकि अब दूसरे संस्थानों में पढ़ा रहे हैं।
दिल्ली के पंजाबी बाग में एक सेंटर में पढ़ा रहे टीचर बताते हैं, ‘हमें 4-5 महीने देर से सैलरी मिल रही थी। कभी-कभी 6-7 महीने भी हो जा रहे थे। उसमें भी पूरे पैसे नहीं मिल रहे थे।’ हालांकि उन्होंने मौजूदा संकट के बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।
कई टीचर्स इस क्राइसिस को संस्थान का मिसमैनेजमेंट बता रहे हैं। कुछ इसके लिए चेयरपर्सन डीके गोयल के बर्ताव को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। मध्य प्रदेश में FIITJEE के एक सेंटर पर पढ़ा चुके टीचर ने बताया, ‘जनवरी 2024 से ही टीचर्स को सैलरी नहीं मिल रही थी। फरवरी और मार्च में लगातार दो महीने की सैलरी नहीं आई। इसके बाद मैनेजमेंट ने भरोसा दिलाया कि जल्द सब ठीक हो जाएगा।‘
वे आगे बताते हैं, ‘अप्रैल के आखिर में सैलरी आई, लेकिन इसके बाद फिर यही सिलसिला शुरू हो गया। कभी पूरी सैलरी नहीं आई। हमें कोई कारण नहीं बताया जाता, सिर्फ इतना कहा जाता था कि सब कुछ ठीक हो जाएगा। हालांकि कुछ भी ठीक नहीं हुआ।‘
‘जून, 2024 में FIITJEE का इंदौर सेंटर अचानक बंद कर दिया गया। वहां टीचर्स को चार महीने से सैलरी नहीं मिली थी। तब पेरेंट्स ने कोचिंग के खिलाफ केस भी दर्ज करवाया था। एक महीने बाद, जुलाई 2024 में पुणे में FIITJEE के दो सेंटर्स बंद हो गए।‘
दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, रांची, पटना, भोपाल समेत कई जगहों पर FIITJEE के सेंटर बंद हो गए हैं।
मालिक सारा दोष टीचर्स को देते, मीटिंग में गाली-गलौज करते FIITJEE रांची में पढ़ा चुके एक टीचर ने बताया कि पिछले साल से एडमिशन भी कम हो रहे हैं, इसलिए पैसों की दिक्कत बढ़ी। वे कहते हैं, ‘डीके गोयल सारा दोष टीचर्स को देने लगे थे। वे चीजों को ठीक करने के बजाय बिगाड़ने लगे। टाउनहॉल मीटिंग में अक्सर गाली-गलौज करते थे। इसलिए टीचर्स का भी भरोसा टूटने लगा।‘
वे आगे बताते हैं, ‘जून 2024 में डीके गोयल ने सभी सेंटर्स के साथ मीटिंग की थी। भरोसा दिया था कि 7 अक्टूबर तक सब ठीक कर देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। न इन्वेस्टर्स आए और न फंड आया। 28 नवंबर को टाउनहॉल मीटिंग में मुंबई के एक टीचर ने डीके गोयल से इस बारे में पूछ लिया, तो वे नाराज हो गए और गाली देने लगे।‘
‘इस घटना के बाद अगले कुछ दिनों में बहुत सारे इस्तीफे हुए। मेरे लिए भी ये एक ट्रिगर पॉइंट था। मैंने भी निकलने का फैसला ले लिया। सैलरी नहीं मिल रही थी, तो टीचर्स भी जाने लगे। इससे पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था।‘
वे कहते हैं, ‘आज भी मेरी 6 महीने की सैलरी FIITJEE के पास है। पिछले साल अप्रैल से सैलरी स्लिप नहीं दी गई। मिसमैनेजमेंट के कारण स्थिति और बिगड़ गई है।‘
नोएडा से रांची तक पेरेंट्स ने दर्ज कराई FIR नोएडा में FIR 23 जनवरी को नोएडा के सेक्टर-58 थाने में सत्संग कुमार ने FIITJEE कोचिंग को लेकर FIR दर्ज करवाई। इसमें कंपनी के मालिक डीके गोयल, मोनिला गोयल समेत 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया। इनके खिलाफ आपराधिक साजिश रचने और धोखा देने का आरोप लगाया गया।
FIR में कहा गया है- ‘कोचिंग ने बच्चों से फीस के नाम पर पैसे लेकर गलत कामों में इस्तेमाल किया है। बच्चों के साथ धोखाधड़ी की गई है, जिससे उनके भविष्य पर खराब असर पड़ सकता है।‘
ग्रेटर नोएडा में FIR 24 जनवरी को ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क थाने में मनोज सिंह ने डीके गोयल समेत अन्य लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई। इसमें लिखा है- ‘मेरी बेटी ग्रेटर नोएडा के FIITJEE सेंटर में पढ़ रही थी। 2022 में चार साल के प्रोग्राम के लिए मैंने 2.8 लाख रुपए फीस जमा की। 21 जनवरी को पता चला कि सारे टीचर्स सेंटर छोड़कर चले गए और संस्थान बंद कर दिया गया।‘
‘डीके गोयल, संस्थान के CFO राजीव बब्बर, COO मनीष आनंद और ग्रेटर नोएडा ब्रांच हेड रमेश बटलेश समेत कई अन्य लोग इस जालसाजी और धोखाधड़ी में शामिल हैं। बच्चों के पेरेंट्स को गलत जानकारी देकर फीस की रकम गबन की गई।‘
रांची में FIR 3 फरवरी को रांची में डीके गोयल सहित 8 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई। गणेश अग्रवाल ने डोरंडा थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि 24 जनवरी को बिना किसी सूचना के FIITJEE सेंटर बंद कर दिया गया। इससे बच्चों की मानसिक स्थिति खराब हुई है, क्योंकि उनके बोर्ड एग्जाम नजदीक हैं। FIITJEE ने जानबूझकर आर्थिक नुकसान पहुंचाया है।
हालांकि इन सभी मामलों में अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
एक्सपर्ट बोले- FIITJEE ने खुद गंवाया भरोसा एजुकेशनिस्ट महेश्वर पेरी मानते हैं कि FIITJEE ने खुद अपना भरोसा गंवाया है इसलिए एडमिशन कम हुए। वे कहते हैं, ‘नए कोचिंग ब्रांड बहुत कम पैसों में बच्चों को सर्विस दे रहे हैं। उनके पास जो बच्चे गए हैं, तो वे कहीं से तो आए ही हैं। फिटजी के साथ यही हुआ है।‘
वे कहते हैं, ‘हम सभी इज्जत-सम्मान से काम करना चाहते हैं। अगर आप गाली-गलौज करेंगे तो कौन काम करेगा। किसी भी इंस्टीट्यूट में अच्छी फैकल्टी से बच्चे आते हैं।‘
रांची में करियर काउंसलिंग सेंटर ‘साइकोग्राफिक सोसाइटी’ चलाने वाले विकास कुमार भी इससे सहमत हैं। वे भी मानते हैं कि ऑनलाइन कोचिंग और एडटेक कंपनियों की ‘क्रांति’ का असर मार्केट पर हुआ। वे ये भी कहते हैं कि इसका सीधा संबंध FIITJEE के मौजूदा संकट से नहीं है।
वे बताते हैं, ‘JEE मेन्स की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के साथ ये मेंटल हैरेसमेंट है। किसी भी एग्जाम में बच्चों के लिए अंतिम तैयारी बहुत मायने रखती है। ऐसे वक्त में कोचिंग सेंटर्स का बंद होना सही नहीं है। FIITJEE का टॉप मैनेजमेंट इसके लिए जिम्मेदार है।‘
घर पर नहीं मिले डीके गोयल, 384 बैंक खाते सीज नोएडा पुलिस ने FIR दर्ज होने के बाद डीके गोयल और संस्थान के दूसरे अधिकारियों को नोटिस भेजा। नोएडा में पुलिस सोर्सेज के मुताबिक, डीके गोयल ने नोटिस का जवाब नहीं दिया है, न ही बयान दर्ज करवाया। इसके बाद 5 फरवरी को नोएडा पुलिस डीके गोयल के दिल्ली स्थित घर पहुंची। गोयल घर पर नहीं मिले। सोर्सेज ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
नोएडा पुलिस ने बैंकों को FIITJEE से जुड़े सभी खातों से ट्रांजैक्शन रोकने के लिए नोटिस भेजा है। 4 फरवरी को DCP राम बदन सिंह ने मीडिया को बताया कि FIITJEE के 384 बैंक खाते सीज कर दिए गए हैं। वहीं एक बैंक अकाउंट से मिले 60 लाख रुपए भी सीज किए गए हैं। अब तक 31 पूर्व टीचर्स और 250 पेरेंट्स के बयान दर्ज किए गए हैं।
FIITJEE को पिछले साल 71 करोड़ रुपए का नुकसान FIITJEE यानी फोरम फॉर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी जॉइंट एन्ट्रेंस एग्जाम की शुरुआत 1992 में हुई। IIT दिल्ली से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने वाले डीके गोयल ने इसे एक कमरे से शुरू किया था। धीरे-धीरे ये देश के सबसे बड़े कोचिंग संस्थानों में से एक हो गया। 1997 में इसे पब्लिक लिमिटेड कंपनी की तरह रजिस्टर करवाया गया।
संस्थान का दावा है कि इसने अपने क्लासरूम प्रोग्राम से अब तक JEE एडवांस में सबसे ज्यादा सिलेक्शन करवाए हैं। अभी देश भर में FIITJEE के 73 सेंटर्स (कई सेंटर अभी बंद) हैं। FIITJEE को पिछले दो-तीन साल में काफी नुकसान हुआ है। हालांकि, कंपनी ने 2023-24 की फाइनेंशियल कंडीशन अब तक पब्लिक नहीं की है।
विवाद बढ़ने के बाद FIITJEE ने 25 जनवरी को बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि संस्थान ने कोई सेंटर बंद नहीं किया है। संस्थान ने इसके लिए मैनेजिंग पार्टनर्स को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि मौजूदा क्राइसिस टेम्परेरी है। FIITJEE ने तब कहा था कि कंपनी के अधिकारी सभी जगह सही समय पर दोबारा सेंटर खोलेंगे। इसके अलावा कंपनी ने कॉम्पिटिटर्स पर साजिश रचने का आरोप लगाया था।
हमने FIITJEE का पक्ष जानने के लिए ऑफिशियल ई-मेल आईडी पर सवाल भेजे। संस्थान से पूछा कि देश भर में कोचिंग सेंटर्स बंद क्यों हो रहे हैं और क्या वे लोगों के पैसे वापस करेंगे, लेकिन जवाब नहीं मिला। जवाब आते ही स्टोरी में अपडेट किया जाएगा।
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दिल्ली-NCR समेत देश के 5 राज्यों में कोचिंग इंस्टीट्यूट FIITJEE ने अपने एग्जाम सेंटर अचानक बंद कर दिए हैं। कोचिंग सेंटर में पढ़ने वाले सैकड़ों स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। जिन शहरों में ये सेंटर बंद हुए हैं, वहां पेरेंट्स के पहुंचने से पहले ही संचालक ताला लगाकर भाग चुके थे। पढ़िए पूरी खबर…