भारत को 15 अगस्त , 1947 को आजादी मिली. जिससे पहले भी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अलावा अनेंक राजनैतिक पार्टियां थी. भारत की आजादी के बाद भी नई पार्टियां बनने का सिलसिला जारी रहा. ऐसा नहीं है कि आजादी के बाद भारत में सिर्फ राजनैतिक पार्टियां बनी है, बल्कि कई पार्टियों ने अपनी सरकार भी बनाई है तथा सफलतापूर्वक अपनी सरकार भी चलाई है. जिनमें से कई पार्टियां तो राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान छोड़ने में कामयाब रही है. वैसे तो ऐसे अनेंक दल हैं, जिनका गठन भारत की आजादी के बाद हुआ और उन्होंने सरकार भी बनाई. लेकिन आज 5 ऐसी राजनैतिक पार्टियों की बात करते हैं.
वर्तमान में केंद्र में बहुमत में आई भारतीय जनता पार्टी का गठन भी स्वतंत्रता के बाद ही हुआ था. 6 अप्रैल, 1980 को भारतीय जनता पार्टी का गठन किया गया. इस पार्टी की स्थापना श्यामाप्रसाद मुखर्जी ने की थी. यह पार्टी वर्तमान में पूरे भारत में मुख्य पार्टी के तौर पर उभरी है.टीएमसी या तृणमूल कांग्रेस का दबदबा मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल में है. इस पार्टी का गठन पश्चिम बंगाल की वर्तमान मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने किया था. इसकी स्थापना आजादी के बाद 1 जनवरी, 1988 को हुई थी. 2 सितंबर 2016 को चुनाव आयोग की तरफ से तृणमूल कांग्रेस को राष्ट्रीय राजनैतिक दल के रूप में मान्यता प्रदान की.
इंडियन नेशनल लोकदल जिसकी सरकार हरियाणा में रही है. इस पार्टी की स्थापना भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री और किसानों के बड़े नेता रहे चौधरी देवीलाल जी ने की थी. इसकी स्थापना भी भारत की स्वतंत्रता के बाद हुई थी. इस पार्टी का गठने अक्टूबर,1996 में किया गया था.
उत्तर प्रदेश में भी एक मुख्य राजनैतिक दल समाजवादी पार्टी की सरकार रही है. जिसके मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के पुत्र अखिलेश यादव थे. इस पार्टी की स्थापना अखिलेश यादव के पिता मुलायम सिंह यादव ने 4 अक्टूबर 1992 में किया था.
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बिहार राज्य की बात करें, तो वहां वर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार है. जिसकी पार्टी जनता दल है. इस पार्टी का गठन भी भारत में आजादी के बाद ही हुआ था. इस पार्टी का गठन 30 अक्टूबर, 2003 को किया गया था. इस पार्टी के संस्थापक सदस्यों में नीतीश कुमार के अलावा जाँर्ज फरनांडिस और शरद यादव थे.