5 खिलाड़ी जिन्हें आईपीएल से रातों रात मिली शोहरत, आज जी रहे हैं गुमनामी की जिंदगी
शिविल कौशिक
क्रिकेट में चाइनामैन गेंदबाज का रेयर देखने को मिलते हैं। कुलदीप यादव भारत के लिए इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने वाले पहले चाइनामैन हैं। आईपीएल 2016 में गुजरात लायंस ने शिविल कौशिक को अपने साथ जोड़ा। उनका एक्शन साउथ अफ्रीका के दिग्गज स्पिनर पॉल एडम्स से मिलता था। इसकी वजह से वह खूब चर्चा में रहे। 2016 और 2017 सीजन में गुजरात के लिए उन्होंने 10 मैच खेले। इसमें 6 विकेट भी लिए। पंजाब के खिलाफ 2016 में उन्होंने मैक्सवेल, मुरली विजय और शॉन मार्श का विकेट लिया था। आईपीएल 2017 के बाद उन्होंने कोई घरेलू मैच नहीं खेला।
स्वप्निल असनोदकर
आईपीएल के पहले सीजन में राजस्थान को चैंपियन बनाने में गोवा के स्वप्निल असनोदकर का बड़ा योगदान था। 9 मैच में उन्हंने 34 की औसत और 134 की स्ट्राइक रेट से 311 रन बनाए थे। 2011 में राजस्थान के लिए ही उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला था। फिर वह लीग में कभी नहीं दिखे। 2018 में संन्यास के बाद 2019 में गोवा अंडर-23 टीम के वह कोच बने थे।
पॉल वल्थाटी
पॉल वल्थाटी आईपीएल में एक तूफान की तरह आए थे। पंजाब किंग्स के लिए 2011 सीजन में चेन्नई के खिलाफ उन्होंने 63 गेंदों पर 120 रनों की पारी खेली। यह आज भी लीग में अनकैप्ड भारतीय बल्लेबाज की सबसे बड़ी पारी है। इसके बाद भी उन्हें कई दमदार पारियां खेलीं। गेंदबाजी में भी विकेट लिये। लेकिन जल्द ही उनकी चमक फीकी पर गई। मार्च 2018 में, मुंबई साउथ सेंट्रल ने छह फ्रेंचाइजी मुंबई टी20 लीग में पॉल वाल्थाटी को ₹50,000 में खरीदा था।
कामरान खान
ऑस्ट्रेलियाई महान शेन वार्न कामरान खान को काफी हाई रेट करते थे। शेन वार्न अक्सर उन्हें ‘वाइल्ड थिंग’ कहते थे। वह लगातार 140 किमी/घंटा की रफ्तात से गेंद डाल सकते थे। उनका सबसे मजबूत हथियार रिवर्स स्विंग था जो बल्लेबाजों को काफी परेशान करता था। उन्होंने 2009 में राजस्थान रॉयल्स के लिए कमाल का खेल दिखाया। आईपीएल का पहला सुपर ओवर कामरान ने डाला था और राजस्थान को उसमें जीत दिलाई थी। 9 आईपीएल मैच में 24.89 की गेंदबाजी औसत के साथ 9 विकेट लिए। शेन वॉर्न को उन पर काफी भरोसा था। उन्हें संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन के लिए रिपोर्ट किया गया था, उनकी चमक फीकी पड़ गई।
परविंदर अवाना
परविंदर अवाना ने 2012 से 2015 के बीच किंग्स इलेवन पंजाब के लिए 33 आईपीएल मैच खेले। यहां तक कि 2012 में आईपीएल का अच्छा सीजन होने के बाद उन्हें भारत के लिए भी खेलने का मौका मिला। इंग्लैंड के खिलाफ दो टी20 मैचों में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। परविंदर अवाना ने जुलाई 2018 सिर्फ 32 साल की उम्र में क्रिकेट से संन्यास ले लिया। संन्यास के बाद वह कोचिंग करते हैं।