150 मीटर की दूरी, एक गली और फरार भाई… पीड़ित और पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के परिवार में रिश्ते कैसे?
गढ़ा गांव में ही बागेश्वर धाम है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री गांव स्थित घर में नहीं रहते हैं। वह बागेश्वर धाम स्थित एक भवन है, वहां वह रहते हैं। पीड़ित दलित परिवार कल्लू अहिरवार का घर आरोपी शालिग्राम गर्ग के घर से 150 मीटर की दूरी पर है। दोनों के घर तक पहुंचने के लिए एक ही गली है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का घर शुरुआत में ही है। गली की शुरुआत के साथ कॉर्नर पर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का घर है। इस घर में उनकी मां, पिता और भाई रहते हैं। भाई शालिग्राम गर्ग है। इसके साथ ही कुछ स्टॉफ रहते हैं। घर के अंदर जाने की इजाजत किसी को नहीं है।
बाबा के घर जाने से पहले हम पीड़ित परिवार के पास पहुंचे। दुल्हन के पिता कल्लू अहिरवार घर पर नहीं थे। उनकी शिकायत पर ही पुलिस ने केस दर्ज किया है। दुल्हन का छोटा भाई हमें मिला। उसने बताया कि शादी के दिन डीजे पर बागेश्वर महाराज का ही गाना बज रहा था। इस बीच शालिग्राम गर्ग पहुंच गए। वह कहने लगे कि तुमलोग राई बजा रहे हो। भाई ने बताया कि इसके बाद शालिग्राम गर्ग हमारे साथ गाली-गलौज करने लगे। साथ ही कुछ लोगों पर उन्होंने हाथ भी उठाया। इसके बाद कट्टे से गोली चला दी।
Exclusive बागेश्वर धाम सरकार के गांव में बदल गया है नजारा, विवाद के बाद कहां हैं शालिग्राम गर्ग
परिवार के लोग उस समय शादी में मशगूल थे। उनलोगों ने उस दिन तो कहीं कोई शिकायत नहीं की। भाई ने कहा कि इसके पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री हमलोगों को बुलवाए। उन्होंने कहा कि अब जो होना था, वह हो गया। अब क्या करोगे। इसके बाद उन्होंने कुछ नहीं किया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने संज्ञान लिया। इसके बाद आरोपी शालिग्राम गर्ग के खिलाफ एफआईआर हुई है।
रिश्ते कैसे?
गांव में पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का समान है। दोनों परिवारों के रिश्ते पूर्व में खराब नहीं रहे हैं। परिवार का कहना है कि शादी के दिन भी बागेश्वर महाराज का ही गाना बज रहा था। पता नहीं क्या हुआ कि छोटे महाराज यहां आकर बदसलूकी करने लगे।
भीम आर्मी के सामने भी रखी बात
वहीं, परिवार के सदस्य ने कहा कि हमारे साथ जो कुछ भी इसे लेकर हमने भीम आर्मी को सारी बात बताई है। वो हमारी लड़ाई लड़ेंगे। परिवार के लोगों ने कहा कि इसके बाद हमारे पास कोई नहीं आया है। वहीं, कुछ दलित समाज के लोग यह भी आरोप लगा रहे थे कि महाराज के भाई ने कुछ दिन पहले भी अहिरवार समाज के एक युवक की पिटाई की थी।
भाई का पता नहीं
बागेश्वर महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पूरे विवाद से पहले ही कन्नी काट ली है। पीड़ित परिवार के आरोपों पक्ष जानने के लिए उनके घर और आश्रम गए। आश्रम के सेवादारों ने कह दिया कि अभी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री नहीं मिलेंगे। वहीं, उनके घर पर भी परिवार के सदस्य बात करने को तैयार नहीं थे। गेट पर तैनात के एक स्टॉफ ने इतना जरूर कहा कि शालिग्राम गर्ग पहले यहीं रहते थे, अभी कुछ दिनों से नहीं हैं। स्टॉफ ने बताया कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कथा से पहले ही इस घर पर मां से आशीर्वाद लेने आते हैं।
कहां है फरार भाई
दरअसल, गांव जाने के बाद यह समझ में आई कि उस इलाके में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का प्रभुत्व है। बाबा के खिलाफ बहुत लोग बोलना नहीं चाहते हैं। हालांकि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिग्राम गर्ग का कुछ पता नहीं है। दबी जुबान से लोग कहते हैं कि बाबा के कद को देखते हुए पुलिस उस पर हाथ नहीं डाल रही है। इसकी वजह से वह गिरफ्तार नहीं हो पा रहा है।
सियासी रंग ले रहा यह विवाद
वहीं, एमपी में दोनों सियासी पार्टियों ने इस पर चुप्पी साध रखी है। सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी खजुराहो में बुधवार को सवाल किया गया था तो उन्होंने चुप्पी साध ली थी। अब दलितों की बात करने वाली भीम आर्मी इसे तूल दे रही है। भीम आर्मी के चीफ ने कहा है कि अगर गिरफ्तारी नहीं होती है तो हम बागेश्वर धाम में धरना देंगे।
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