सौरई व भेड़ाखास उपार्जन केंद्र ब्लैकलिस्टेड: सागर में अनियमितता मिलने पर बंद कराए; नोटिस का संतोषजनक जबाव नहीं दिया – Sagar News

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सौरई व भेड़ाखास उपार्जन केंद्र ब्लैकलिस्टेड:  सागर में अनियमितता मिलने पर बंद कराए; नोटिस का संतोषजनक जबाव नहीं दिया – Sagar News

सौरई व भेड़ाखास उपार्जन केंद्र ब्लैकलिस्टेड: सागर में अनियमितता मिलने पर बंद कराए; नोटिस का संतोषजनक जबाव नहीं दिया – Sagar News

अनियमितताएं मिलने पर उपार्जन केंद्रों पर की गई कार्रवाई।

सागर में प्राथमिक साख सहकारी समिति सौरई और भेड़ाखास में गेहूं उपार्जन में अनियमितताएं मिलने पर उपार्जन केंद्रों को किया बंद किया गया। कलेक्टर कलेक्टर संदीप जीआर ने अगले 4 सालों के लिए उपार्जन कार्य से ब्लैकलिस्टेड किया गया है।

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भेड़ाखास में 7 अप्रैल को एसडीएम समेत अन्य अधिकारियों ने जांच की थी। इसमें उपार्जित गेहूं के लगाए जा रहे स्टाक में एफएक्यू, चमकविहीन गेहूं के साथ अमानक गेहूं को अलग-अलग स्टेकिंग नहीं की जा रही थी। सब एक साथ स्टेकिंग हो रही थी। स्टेक क्रमांक-2 में निर्धारित मापदंड से अधिक नमीयुक्त गेहूं स्कंध पाया गया।

उपार्जित स्टॉक की भर्ती में प्रयुक्त बोरियों पर लगे टैग में किसान का नाम, सरक क्रमांक और कोड आदि नहीं मिले।

किसानों को बैठने नहीं थी छाया उपज विक्रय के लिए उपस्थित होने वाले किसानों को बैठने के लिए छाया, पेयजल आदि व्यवस्थाओं का अभाव पाया गया। उक्त अनियमितताएं उपार्जन नीति के निर्देशों का उल्लंघन है। उक्त संबंध में समिति प्रबंधक और केंद्र प्रभारी प्राथमिक साख सहकारी समिति भेड़ाखास को कार्यालयीन कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया। अनावेदकों द्वारा कारण बताओ नोटिस का जवाब प्रस्तुत किया। लेकिन वह समाधान कारक नहीं है।

गेहूं बोरियों पर अंकित नहीं था किसान कोड सौरई के काजल वेयरहाउस सौरई तहसील बंडा में संचालित केंद्र की जांच की गई। इसमें काजल वेयरहाउस में भंडारित कराए जा रहे गेहूं की भर्ती में प्रयुक्त बोरियों पर किसान कोड अंकित नहीं मिला। उपार्जित गेहूं को पंखा लगाकर छनाई कराने के लिए उपार्जन केंद्र द्वारा उपकरण का उपयोग नहीं किया जा रहा है। गेहूं में निर्धारित मापदंड से अधिक मात्रा में विजातीय तत्व पाए गए आदि अनियमितताएं मिली।

मामले को लेकर अनावेदक समिति प्रबंधक और केंद्र प्रभारी प्राथमिक साख सहकारी समिति सौरई और भेड़ाखास को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था। नोटिस का जवाब समाधान कारक नहीं दिया। इसके बाद यहां भी कार्रवाई की गई।

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