सुरेश खन्ना बोले- विपक्ष उल्लू सीधा करना चाहता है, अखिलेश बोले- दिन में जिसे न दिखे उसे क्या कहते हैं? h3>
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र के पहले दिन जबरदस्त हंगामा हुआ। समाजवादी पार्टी लगातार मणिपुर हिंसा के मुद्दे को उठाकर भारतीय जनता पार्टी को घेरने की कोशिश करती दिखी। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और मणिपुर की एनडीए सरकार को निशाने पर लेने का प्रयास किया गया। वहीं, इस मुद्दे पर यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और भाजपा नेता सुरेश खन्ना के बीच तीखी बहस हुई। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मणिपुर के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाने का प्रयास किया। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने नियमों का हवाला देते हुए इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा से इंकार कर दिया। विधानसभा में जबर्दस्त हंगामे के बीच यूपी के संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि विपक्ष इस प्रकार के मामलों को लेकर अपना उल्लू सीधा करना चाहती है। इस पर अखिलेश यादव ने जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि दिन में जिसे न दिखे उसे क्या कहा जा सकता है।
दुनिया भर में हुई हिंसा की निंदा
यूपी विधानसभा में मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां मणिपुर की घटना की निंदा न की गई हो। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ने इसकी निंदा की है। इंग्लैंड ने इस घटना की निंदा की है। क्या हम प्रदेश के नेता से इस पर बयान देने की उम्मीद नहीं कर सकते? संभव है कि मुख्यमंत्री के कुछ दायित्व हों, लेकिन भाजपा शासित राज्यों की बेटियों और बहनों का दिल डर से भरा हुआ है। इस पर उनका बयान आना चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि दुनिया ऐसी कोई जगह नहीं बची, जहां घटना की निंदा नहीं हुई हो। उन्होंने यूपी से मामले को जोड़ते हुए कहा कि जिन देशों हम निवेश लेने के लिए गए थे, उसने भी मणिपुर की घटना की निंदा की है। अमेरिका और यूरोप ने घटना की निंदा की है। क्या हम यह अपेक्षा नहीं कर सकते कि नेता सदन इस मसले पर कुछ बोलें। इस पर स्पीकर सतीश महाना ने टिप्पणी की कि हर किसी ने इस घटना की शिकायत की है। लेकिन, विधानसभा में घटना पर चर्चा नहीं हो सकती है।
अखिलेश ने आगे सीएम योगी को घेरते हुए कहा कि भाजपा नेता के रूप में आपकी राजनीतिक मजबूरियां होंगी। लेकिन, हम एक सच्चे योगी के रूप में इस मसले पर आपसे बोलने की उम्मीद रखते हैं। मणिपुर की घटना के बाद भाजपा शासित राज्यों की बहन-बेटियों में एक डर बैठ गया है। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों का हंगामा शुरू हो गया।
सदन में हो गई भिड़ंत
समाजवादी पार्टी विधायकों की ओर से सदन की कार्यवाही नहीं चलने देने पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रदेश के मुद्दों से अलग हटकर बात कर रहा है। प्रदेश के मसले पर बोलने के लिए विपक्ष के पास मुद्दों का अभाव है। इस पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि दिन में भी कुछ लोगों का दिखाई नहीं दे रहा है। इस प्रकार के लोगों को क्या कहा जा सकता है?
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दुनिया भर में हुई हिंसा की निंदा
यूपी विधानसभा में मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया में ऐसी कोई जगह नहीं है, जहां मणिपुर की घटना की निंदा न की गई हो। अमेरिका के राष्ट्रपति कार्यालय ने इसकी निंदा की है। इंग्लैंड ने इस घटना की निंदा की है। क्या हम प्रदेश के नेता से इस पर बयान देने की उम्मीद नहीं कर सकते? संभव है कि मुख्यमंत्री के कुछ दायित्व हों, लेकिन भाजपा शासित राज्यों की बेटियों और बहनों का दिल डर से भरा हुआ है। इस पर उनका बयान आना चाहिए।
अखिलेश ने कहा कि दुनिया ऐसी कोई जगह नहीं बची, जहां घटना की निंदा नहीं हुई हो। उन्होंने यूपी से मामले को जोड़ते हुए कहा कि जिन देशों हम निवेश लेने के लिए गए थे, उसने भी मणिपुर की घटना की निंदा की है। अमेरिका और यूरोप ने घटना की निंदा की है। क्या हम यह अपेक्षा नहीं कर सकते कि नेता सदन इस मसले पर कुछ बोलें। इस पर स्पीकर सतीश महाना ने टिप्पणी की कि हर किसी ने इस घटना की शिकायत की है। लेकिन, विधानसभा में घटना पर चर्चा नहीं हो सकती है।
अखिलेश ने आगे सीएम योगी को घेरते हुए कहा कि भाजपा नेता के रूप में आपकी राजनीतिक मजबूरियां होंगी। लेकिन, हम एक सच्चे योगी के रूप में इस मसले पर आपसे बोलने की उम्मीद रखते हैं। मणिपुर की घटना के बाद भाजपा शासित राज्यों की बहन-बेटियों में एक डर बैठ गया है। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों का हंगामा शुरू हो गया।
सदन में हो गई भिड़ंत
समाजवादी पार्टी विधायकों की ओर से सदन की कार्यवाही नहीं चलने देने पर संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने करारा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष प्रदेश के मुद्दों से अलग हटकर बात कर रहा है। प्रदेश के मसले पर बोलने के लिए विपक्ष के पास मुद्दों का अभाव है। इस पर सपा अध्यक्ष ने कहा कि दिन में भी कुछ लोगों का दिखाई नहीं दे रहा है। इस प्रकार के लोगों को क्या कहा जा सकता है?
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