सगी बहन से एक करोड़ हड़पने के लिए करवा दिया भांजे का अपहरण | Real sister cheated for one crore in Bhopal | Patrika News h3>
रातीबड़ के जंगल में बेहोशी की हालत में मिले राहुल राय को मारने की साजिश सामने आ गई है. पुलिस के अनुसार राहुल की हत्या कराने की साजिश उसके मामा ने ही रची थी. पुलिस ने मामा अनुपम दास सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी मामा अनुपम दास व उसके दो सहयोगी हंसराज वर्मा एवं आदित्य चौरसिया की पूरी साजिश का पुलिस ने खुलासा किया। राहुल एक बैंक में रिकवरी मैनेजर है। एडिशनल डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि राहुल बैंक में था। दोपहर में हंसराज और आदित्य अपनी कार से राहुल के पास बैंक पहुंचे। यहां हंसराज ने राहुल से मुलाकात की। उसे बताया कि उसका रातीबड़ शाखा में लोन मंजूर नहीं हो रहा। मदद के बहाने वह राहुल को कार से रातीबड़ ले गए। रातीबड़ थाने से थोड़ा आगे निकलते ही आदित्य ने राहुल के सिर पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इससे वह
बेसुध हो गया। इसके बाद दोनों अपहर्ताओं ने रस्सी से गला दबा दिया। दोनों उसे मृत समझकर सुनसान जगह पर फेंक दिया। इसके बाद राहुल के मोबाइल से उसकी मां को फोन किया गया। फोन में धमकी दी कि एक करोड़ रुपए की दो घंटे के अंदर व्यवस्था कर लो। नहीं तो राहुल की जान को खतरा है। जब इन्हें पता चला कि पैसे की व्यवस्था नहीं हो पा रही तो आरोपी भाग निकले।
इससे पहले मौके से आरोपियों ने पीडि़त युवक के मोबाइल का इस्तेमाल कर घर पर मौजूद उसकी मां को अपहरण की जानकारी देते हुए एक करोड़ का इंतजाम करने को कहा था। घर पहुंचकर राहुल के मामा अनुपम दास ने अपनी बहन के सामने अनजान बनने का ड्रामा किया। बहन ने फोन पर फिरौती की जानकारी दी जिसके बाद आरोपी अपनी बहन को लेकर बाकायदा थाने पहुंचा और भांजे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इधर बेहोशी की हालत में मिले राहुल को राह चलते लोगों ने देखा और पुलिस को सूचना भेजी। घायल को अस्पताल लाकर इलाज करवाया गया।
बताई पूरी कहानी
होश आने पर राहुल ने पूरी कहानी पुलिस को सुनाई जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एडिशनल डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि आरोपी मामा लगभग डेढ़ करोड़ रुपए के फिक्स डिपॉजिट के बारे में जान चुका था और वह अपनी बहन से इस राशि को हड़पना चाहता था।
कर्ज चुकाने के लिए कराया अपहरण
पुलिस के मुताबिक अनुपम दास और हंसराज पूर्व में प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा करते थे। दोनों को व्यवसाय में घाटा हो गया था। इसी बीच हंसराज ने अनुपम दास को अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताते हुए मदद मांगी। अनुपम दास ने उसे बताया कि उसके जीजा, राहुल राय के पिता बैंक में एजीएम पदस्थ थे जिनका निधन हो गया है। बहन के पास बहुत पैसा है। भांजे के नाम से भी जीजा ने डेढ़ करोड़ रुपए की एफडी कराई है। अनुपम दास ने हंसराज को कहा कि राहुल का अपहरण कर लो। बहन मुझसे ही मदद मांगेगी। एक करोड़ रुपए फिरौती मांगना। पैसों की व्यवस्था हम बहन से कराएंगे। इससे हम दोनों का कर्ज चुक जाएगा।
रातीबड़ के जंगल में बेहोशी की हालत में मिले राहुल राय को मारने की साजिश सामने आ गई है. पुलिस के अनुसार राहुल की हत्या कराने की साजिश उसके मामा ने ही रची थी. पुलिस ने मामा अनुपम दास सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी मामा अनुपम दास व उसके दो सहयोगी हंसराज वर्मा एवं आदित्य चौरसिया की पूरी साजिश का पुलिस ने खुलासा किया। राहुल एक बैंक में रिकवरी मैनेजर है। एडिशनल डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि राहुल बैंक में था। दोपहर में हंसराज और आदित्य अपनी कार से राहुल के पास बैंक पहुंचे। यहां हंसराज ने राहुल से मुलाकात की। उसे बताया कि उसका रातीबड़ शाखा में लोन मंजूर नहीं हो रहा। मदद के बहाने वह राहुल को कार से रातीबड़ ले गए। रातीबड़ थाने से थोड़ा आगे निकलते ही आदित्य ने राहुल के सिर पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया। इससे वह
बेसुध हो गया। इसके बाद दोनों अपहर्ताओं ने रस्सी से गला दबा दिया। दोनों उसे मृत समझकर सुनसान जगह पर फेंक दिया। इसके बाद राहुल के मोबाइल से उसकी मां को फोन किया गया। फोन में धमकी दी कि एक करोड़ रुपए की दो घंटे के अंदर व्यवस्था कर लो। नहीं तो राहुल की जान को खतरा है। जब इन्हें पता चला कि पैसे की व्यवस्था नहीं हो पा रही तो आरोपी भाग निकले।
इससे पहले मौके से आरोपियों ने पीडि़त युवक के मोबाइल का इस्तेमाल कर घर पर मौजूद उसकी मां को अपहरण की जानकारी देते हुए एक करोड़ का इंतजाम करने को कहा था। घर पहुंचकर राहुल के मामा अनुपम दास ने अपनी बहन के सामने अनजान बनने का ड्रामा किया। बहन ने फोन पर फिरौती की जानकारी दी जिसके बाद आरोपी अपनी बहन को लेकर बाकायदा थाने पहुंचा और भांजे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करवाई। इधर बेहोशी की हालत में मिले राहुल को राह चलते लोगों ने देखा और पुलिस को सूचना भेजी। घायल को अस्पताल लाकर इलाज करवाया गया।
बताई पूरी कहानी
होश आने पर राहुल ने पूरी कहानी पुलिस को सुनाई जिसके बाद तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। एडिशनल डीसीपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बताया कि आरोपी मामा लगभग डेढ़ करोड़ रुपए के फिक्स डिपॉजिट के बारे में जान चुका था और वह अपनी बहन से इस राशि को हड़पना चाहता था।
कर्ज चुकाने के लिए कराया अपहरण
पुलिस के मुताबिक अनुपम दास और हंसराज पूर्व में प्रॉपर्टी डीलिंग का धंधा करते थे। दोनों को व्यवसाय में घाटा हो गया था। इसी बीच हंसराज ने अनुपम दास को अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताते हुए मदद मांगी। अनुपम दास ने उसे बताया कि उसके जीजा, राहुल राय के पिता बैंक में एजीएम पदस्थ थे जिनका निधन हो गया है। बहन के पास बहुत पैसा है। भांजे के नाम से भी जीजा ने डेढ़ करोड़ रुपए की एफडी कराई है। अनुपम दास ने हंसराज को कहा कि राहुल का अपहरण कर लो। बहन मुझसे ही मदद मांगेगी। एक करोड़ रुपए फिरौती मांगना। पैसों की व्यवस्था हम बहन से कराएंगे। इससे हम दोनों का कर्ज चुक जाएगा।