शुष्क बागवानी योजना : नालंदा समेत बिहार में 1985 हेक्टेयर में होगी फलदार पौधों की खेती

25
शुष्क बागवानी योजना : नालंदा समेत बिहार में 1985 हेक्टेयर में होगी फलदार पौधों की खेती

शुष्क बागवानी योजना : नालंदा समेत बिहार में 1985 हेक्टेयर में होगी फलदार पौधों की खेती

हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव :

शुष्क बागवानी योजना : नालंदा समेत बिहार में 1985 हेक्टेयर में होगी फलदार पौधों की खेती

आंवला, बेर, जामुन, कटहल और नींबू की खेती का होगा क्षेत्र विस्तार

किसानों को नि:शुल्क मिलेंगे पौधे, देख-रेख के लिए अनुदान राशि भी

फोटो

नींबू : कुछ इस तरह लगेंगे नींबू के बाग। (फाइल फोटो)

बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि/रामाशंकर कुमार।

शुष्क बागवानी योजना से नालंदा समेत बिहार में फलदार पौधों की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। सूबे में 1985 हेक्टेयर में आंवला, बेर, जामुन, कटहल और नींबू के पौधे लगाये जाएंगे। राहत यह कि पौधे नि:शुल्क मिलेंगे। साथ ही, धरतीपुत्रों को पौधों की देख-रेख के लिए अनुदान राशि भी दी जाएगी। ऑनलाइन आवेदन करने वालों को पहले आओ पहले पाओ के आधार पर चयन होगा।

किसान पौधे खेत की मेढ़ और असिंचित क्षेत्र में लगा सकते हैं। खेती के लिए कुछ शर्तें लागू की गयी हैं। प्रति हेक्टेयर 18 हजार रुपए लागत तय की गयी है। यह निश्चित किया गया है कि पौधे से पौधे की दूरी कितनी होनी चाहिए। एक हेक्टेयर में आंवला, बेर और नींबू के 278-278 पौधे लगाए जाएंगे। पौधे की कीमत और वाहन भाड़ा 14 हजार 456 रुपया होगा, जिसे काट लिया जाएगा। शेष राशि 3544 रुपया किसानों को प्रति हेक्टेयर के आधार पर अनुदान मिलेगा। जबकि, एक हेक्टेयर में जामुन के 156 पौधे लगेंगे। इसकी कीमत व भाड़ा होगा 8112 रुपया। जबकि, शेष 9888 रुपया अनुदान मिलेगा। वहीं, कटहल के 100 पौधे एक हेक्टेयर में लगाये जाएंगे। 52 सौ रुपया पौधे की कीमत व भाड़ा पर खर्च होगा। बचे 12 हजार 800 रुपया पौधों की देख-रेख के लिए किसान को अनुदान दिया जाएगा। एक किसान अधिकतम दो हेक्टेयर तक पौधे लगा सकते हैं। इच्छुक किसान horticulture.bihar.gov.in पर जरूरी दस्तावेज के साथ आवेदन कर सकेंगे।

7 जिलों में 100-100 हेक्टेयर में खेती:

सूबे के सात जिलों में सबसे अधिक 100-100 हेक्टेयर में चयनित फलों के पौधे लगाये जाएंगे। इसमें पटना, नालंदा, गया, भागलपुर, औरंगाबाद, रोहतास, नवादा व जमुई शामिल हैं। बांका व कैमूर में 70, शेखपुरा में 60, लखीसराय, जहानाबाद, बक्सर, भोजपुर, मुंगेर, अररिया, बेगूसराय, गोपालगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर व सारण में 50, दरभंगा में 40, सीवान, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सुपौल व अरवल में 30 तो सबसे कम 20 हेक्टेयर में शिवहर, सीतामढ़ी, सहरसा, खगड़िया, कटिहार व मधेपुरा में फलदार पौधे लगाए जाएंगे।

कहते हैं अधिकारी

किसानों को आर्थिक रूप से समृद्ध करने के उद्देश्य से बिहार सरकार द्वारा शुष्क बागवानी योजना चलायी जा रही है। किसान खेत की मेढ़ व असिंचित क्षेत्र में फलदार पौधे लगाकर अच्छी आमदनी कर सकते हैं। पौधे नि:शुल्क मिलेंगे। देखरेख के लिए अनुदान भी दिया जाएगा।

डा. अभय कुमार गौरव, जिला उद्यान पदाधिकारी

उद्देश्य क्या :

1. राज्य में शुष्क बागवानी को बढ़ावा देना

2. फलों की खेती के लिए किसानों को प्रेरित करना

3. धरती पुत्रों की आमदनी में वृद्धि करना

4. प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान की भरपाई

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News