शादी विवाह फैशन: इस शहर में मिलते हैं सबसे सस्ते लहंगा चुनरी और साडिय़ां | sabse saste lehenga choli, designer saree, wedding dress in jabalpur | Patrika News

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शादी विवाह फैशन: इस शहर में मिलते हैं सबसे सस्ते लहंगा चुनरी और साडिय़ां | sabse saste lehenga choli, designer saree, wedding dress in jabalpur | Patrika News

शादी विवाह फैशन: इस शहर में मिलते हैं सबसे सस्ते लहंगा चुनरी और साडिय़ां | sabse saste lehenga choli, designer saree, wedding dress in jabalpur | Patrika News

अक्षय तृतीया के कारण कपड़ा बाजार में आई तेजी

प्रदेश में इंदौर रेडिमेड कपड़ों का सबसे बड़ा बाजार है। कोरोना काल के बाद इस बार अक्षय तृतीया पर बजने वाली शहनाइयों के कारण ये बाजार बूम पर है। ज्यादातर शादियों में दूल्हा-दुल्हन के साथ ही अब परिवार का हर सदस्य भी शादी से जुड़ी सभी रस्मों में थीम बेस्ड क्लॉदिंग को तवज्जो दे रहा है। इनके अलावा कुछ खास मेहमानों को भी परिवार का हिस्सा महसूस कराने के लिए उनके लिए भी कपड़े डिजाइन कराए जा रहे हैं। इस ट्रेंड के कारण गार्मेंट इंडस्ट्री पिछले एक दशक में सबसे ज्यादा कारोबार होने की उम्मीद लगा रही है। इस कारोबार में 70 फीसदी से अधिक हिस्सा सिर्फ पारम्परिक पहनावे का है।

मंडप से विदाई तक थीम फिक्स
शादी जैसे खास मौके को यादगार बनाने के लिए थीम बेस्ड शादी में डेकोरेशन से लेकर पहनावे तक की प्लानिंग पहले ही हो रही है। इसमें गणेश पूजन, मंडप, हल्दी, मेहंदी, महिला संगीत, रिसेप्शन, फेरे और विदाई तक की थीम वेडिंग प्लानर करते हैं। फैशन डिजाइनर की मदद से वे परिवार के सभी सदस्यों के लिए हर मौके के लिए ऐसे कपड़े डिजाइन करा रहे हैं जो थीम से मैच होने के साथ ही परिवार की एकता को भी प्रदर्शित करें। इन दिनों डिजाइनरों के पास भारी बुकिंग है।

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राजस्थानी लुक की बढ़ी डिमांड
शादियों में खास दिखने की ख्वाहिश में पहनावे को लेकर एक्सपेरिमेंट कोई नई बात नहीं है। अब इस एक्सपेरिमेंट में भी ट्रेडिशनल पहनावे को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। ज्यादातर शादियों में राजस्थानी लुक के लिए राजपूताना पहनावे को तरजीह दी जा रही है। इसके लिए खासतौर से राजस्थान से भी कपड़े और एसेसरीज ऑर्डर की जा रही है।

400 करोड़ का कारोबार इस शादियों के सीजन में
65 करोड़ की बिक्री सिर्फ इंदौर में ही होने की उम्मीद
500 करोड़ की है इंदौर में रेडिमेड गारमेंट की इंडस्ट्री

रेडिमेड बाजार में बहार, मप्र में इस सीजन में 400 करोड़ का कारोबार
कोरोना काल के बाद पहली बार शादियों में इतनी रौनक नजर आ रही है। अक्षय तृतीया पर होने वाली शादियों की खरीदारी के कारण रेडिमेड कपड़ा बाजार पूरी तरह गुलजार नजर आ रहा है। सिर्फ इंदौर की ही बात करें तो शादियों के इस सीजन में सिर्फ रेडिमेड कपड़ों का 65 से 70 करोड़ रुपए का कारोबार होने की उम्मीद है। रेडिमेड एसोसिएशन के पदाधिकारियों के अनुसार, इंदौर में प्रदेशभर से खरीदार आ रहे हंै। प्रदेश में इस सीजन में यह आंकड़ा 400 करोड़ के पार पहुंच जाएगा, जो शादियों का सर्वाधिक आंकड़ा रहेगा। इससे पहले 2017 तक इंदौर में 40 से 45 करोड़ और प्रदेश में 300 करोड़ रुपए तक का कारोबार वेडिंग सीजन में हो चुका है।

जबलपुर में 300 करोड़ का कारोबार
जबलपुर की गार्मेेंट इंडस्ट्री की बात करें, तो यहां हर वर्ष लगभग 300 करोड़ का कारोबार होता है। यहां रेडिमेड गार्मेंट की छोटे और बड़े लगभग 500 निर्माता हंै। इस वर्ष इन्हें बड़ी संख्या में ऑर्डर मिले हैं। कारोबार भी तेज गति से हो रहा है। ऑर्डर पूरा करने के लिए कारोबारी रात दिन एक कर रहे हैं। जबलपुर में तैयार होने वाले रेडिमेड गारमेंट की देश के कई शहरों में सप्लाई होती है।



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