लगेगी लता मंगेशकर की प्रतिमा, संग्रहालय बनेगा, बदलेगा संगीत महाविद्यालय का नाम | Lata Mangeshkar’s statue will be installed, a museum will be built, th | Patrika News h3>
राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री ने की तीन बड़ी घोषणाएं
इंदौर
Updated: September 29, 2022 01:12:03 am
लता मंगेशकर के जन्मदिन पर प्रकाशित खबर में पत्रिका ने भी यही की थी मांग
इंदौर. स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्मस्थली इंदौर को बुधवार को तीन बड़ी सौगातें मिलीं। इंदौर में उनकी प्रतिमा और संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। संगीत महाविद्यालय का नाम बदलकर लता मंगेशकर संगीत महाविद्यालय किया जाएगा।
यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण कार्यक्रम के दौरान की। पत्रिका ने बुधवार के अंक में ही इस जनभावना को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
देवी के पाठ की वजह से नहीं आ सका इंदौर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर जैसी शख्सियत सदियों में एक बार जन्म लेती हैं। यह इंदौर के लिए गौरव की बात है कि उन्होंने यहां जन्म लिया। उनका पूरा जीवन संस्कारों और मूल्यों से जुड़ा रहा। उनका गाया गीत जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी, जब भी सुनो आंखें नम हो जाती हैं। उन्होंने कहा मैं बचपन से नवरात्र में शाम को पाठ करता हूं, जिसके कारण इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाया। लेकिन, इस अवसर के लिए कुछ सौगातें लाया हूं, जो लता मंगेशकर के जीवन को सबके बीच जीवंत रखेंगी।
गूंजता रहा लता जी का नाम
मुख्यमंत्री के ऑनलाइन जुड़ने से पहले हुए कार्यक्रम में रूहानी और मधुर धुनों पर इंदौर की जनता खूब झूमी। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में हुए कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। गायिका अलका याज्ञनिक ने मंच पर आते ही सबका दिल जीत लिया। उन्होंने अपने लोकप्रिय गीत सुनाए। कुछ ही देर बाद गायक कुमार शानू उनका साथ देने मंच पर आए। दोनों ने कई मशहूर गीत सुनाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गीतों पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाईं तो बीच-बीच में लता जी का नाम गूंजता रहा। लता जी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में सबने उन्हें बार-बार याद किया। कार्यक्रम का संचालन संजय पटेल और अशोक मिश्रा ने किया।
2 लाख रुपए सम्मान राशि
वर्ष 2019 का राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान पार्श्व गायन के लिए शैलेंद्र सिंह को, वर्ष 2020 का संगीत निर्देशन के लिए आनंद-मिलिंद को एवं 2021 का पार्श्व गायन के लिए कुमार शानू को दिया गया। सभी को 2-2 लाख रुपए की सम्मान राशि दी गई।
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राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण समारोह में मुख्यमंत्री ने की तीन बड़ी घोषणाएं
इंदौर
Updated: September 29, 2022 01:12:03 am
लता मंगेशकर के जन्मदिन पर प्रकाशित खबर में पत्रिका ने भी यही की थी मांग
इंदौर. स्वर कोकिला लता मंगेशकर की जन्मस्थली इंदौर को बुधवार को तीन बड़ी सौगातें मिलीं। इंदौर में उनकी प्रतिमा और संग्रहालय स्थापित किया जाएगा। संगीत महाविद्यालय का नाम बदलकर लता मंगेशकर संगीत महाविद्यालय किया जाएगा।
यह घोषणा मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान अलंकरण कार्यक्रम के दौरान की। पत्रिका ने बुधवार के अंक में ही इस जनभावना को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिस पर मुख्यमंत्री ने मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
देवी के पाठ की वजह से नहीं आ सका इंदौर
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर जैसी शख्सियत सदियों में एक बार जन्म लेती हैं। यह इंदौर के लिए गौरव की बात है कि उन्होंने यहां जन्म लिया। उनका पूरा जीवन संस्कारों और मूल्यों से जुड़ा रहा। उनका गाया गीत जो शहीद हुए हैं उनकी जरा याद करो कुर्बानी, जब भी सुनो आंखें नम हो जाती हैं। उन्होंने कहा मैं बचपन से नवरात्र में शाम को पाठ करता हूं, जिसके कारण इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाया। लेकिन, इस अवसर के लिए कुछ सौगातें लाया हूं, जो लता मंगेशकर के जीवन को सबके बीच जीवंत रखेंगी।
गूंजता रहा लता जी का नाम
मुख्यमंत्री के ऑनलाइन जुड़ने से पहले हुए कार्यक्रम में रूहानी और मधुर धुनों पर इंदौर की जनता खूब झूमी। ब्रिलिएंट कन्वेंशन सेंटर में हुए कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन से हुई। गायिका अलका याज्ञनिक ने मंच पर आते ही सबका दिल जीत लिया। उन्होंने अपने लोकप्रिय गीत सुनाए। कुछ ही देर बाद गायक कुमार शानू उनका साथ देने मंच पर आए। दोनों ने कई मशहूर गीत सुनाकर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। गीतों पर श्रोताओं ने जमकर तालियां बजाईं तो बीच-बीच में लता जी का नाम गूंजता रहा। लता जी के जन्मदिन पर आयोजित कार्यक्रम में सबने उन्हें बार-बार याद किया। कार्यक्रम का संचालन संजय पटेल और अशोक मिश्रा ने किया।
2 लाख रुपए सम्मान राशि
वर्ष 2019 का राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान पार्श्व गायन के लिए शैलेंद्र सिंह को, वर्ष 2020 का संगीत निर्देशन के लिए आनंद-मिलिंद को एवं 2021 का पार्श्व गायन के लिए कुमार शानू को दिया गया। सभी को 2-2 लाख रुपए की सम्मान राशि दी गई।
लगेगी लता मंगेशकर की प्रतिमा, संग्रहालय बनेगा, बदलेगा संगीत महाविद्यालय का नाम
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