यूपी चुनाव में ‘साइकिल’ के लिए गंवा दी मोटरसाइकिल, अखिलेश ने लखनऊ बुलाकर दिया 1 लाख का चेक, सबक भी

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यूपी चुनाव में ‘साइकिल’ के लिए गंवा दी मोटरसाइकिल, अखिलेश ने लखनऊ बुलाकर दिया 1 लाख का चेक, सबक भी

यूपी चुनाव में ‘साइकिल’ के लिए गंवा दी मोटरसाइकिल, अखिलेश ने लखनऊ बुलाकर दिया 1 लाख का चेक, सबक भी

लखनऊः उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने एक साथी से समाजवादी पार्टी की जीत को लेकर शर्त लगाने वाले अवधेश कुशवाहा ने सोमवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात की। अवधेश ने अपने साथी से शर्त लगाई थी कि अगर समाजवादी पार्टी चुनाव हार जाती है तो वह अपनी मोटरसाइकिल उन्हें दे देंगे। 10 मार्च को यूपी विधानसभा के लिए घोषित नतीजों में सपा की हार हुई और भारतीय जनता पार्टी ने पूर्ण बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की।

इसके बाद अवधेश अपनी आजीविका के एकमात्र साधन मोटरसाइकिल से हाथ धो बैठे। यह जानकारी होने पर अखिलेश यादव ने अवधेश को लखनऊ बुलाया और उन्हें नई मोटरसाइकिल खरीदने के लिए एक लाख रुपये का चेक दिया। अखिलेश ने अवधेश को खास सबक भी दिया कि उन्हें जीवन में कभी भी किसी भी चीज पर दांव नहीं लगाना चाहिए।

मामला बीती 6 फरवरी से का है, जब बांदा के बशारी गांव के रहने वाले अवधेश कुशवाहा दिन भर की मेहनत के बाद अपने पड़ोसी बिलता सैनी के साथ राजनीति पर चर्चा कर रहे थे। पेशे से वेंडर अवधेश अपनी मोटरसाइकिल पर छोटे इलेक्ट्रॉनिक के सामान जैसे-फोन चार्जर, चार्जिंग केबल, सोलर टॉर्च आदि बेचते हैं। उनके पड़ोसी बिलता सैनी के पास एक टेंपो है। वह अपनी रोजी-रोटी के लिए वही टेंपो चलाते हैं।

उस दिन दोनों पड़ोसियों के बीच राजनीतिक चर्चा उस समय दिलचस्प हो गई जब दोनों यूपी में किस पार्टी की सरकार बनेगी के सवाल पर आमने-सामने हो गए। अवधेश को पूरा विश्वास था कि समाजवादी पार्टी अपने गठबंधन सहयोगियों के साथ सरकार बनाएगी। वहीं बिलता का मानना था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भारतीय जनता पार्टी को फिर से जीत दिलाएंगे। मामले ने तब दिलचस्प मोड़ ले लिया जब अवधेश और बिलता ने उस पार्टी पर दांव लगाने का फैसला किया जो चुनाव जीत जाएगी।

दोनों ने शर्त लगाई कि अगर समाजवादी पार्टी विजयी नहीं हुई तो अवधेश अपनी मोटरसाइकिल बिलता को दे देंगे। वहीं अगर भारतीय जनता पार्टी चुनाव नहीं जीतती है तो बिलता अपना टेंपो अवधेश के नाम कर देंगे। फिर क्या था अगली शाम दोनों ने 100 रुपये का स्टांप पेपर लिया और उसमें अपनी शर्त का उल्लेख कर दिया। इस पर 6 गवाहों ने हस्ताक्षर भी किए। 10 मार्च को जब चुनाव के नतीजों की घोषणा की गई तब अपनी बात पर खरा उतरते हुए अवधेश ने अपनी बाइक बिलता को सौंप दी।

अगले दिन यह घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। इस दौरान एक स्थानीय निवासी ने छोटे से कैप्शन के साथ स्टांप पेपर की तस्वीर सोशल मीडिया पर अपलोड की, जिसमें लिखा था कि कैसे अवधेश ने शर्त लगाकर अपनी आजीविका का एकमात्र साधन खो दिया। एक दिन बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के जरिए जब यह सूचना समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव तक पहुंची तो उन्होंने अवधेश को लखनऊ बुलाया।

सोमवार को पार्टी कार्यालय में अखिलेश ने अवधेश से मुलाकात की और सपा में विश्वास जताने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। पूर्व मुख्यमंत्री ने इसके बाद अवधेश को एक लाख रुपये का चेक दिया ताकि वह नई गाड़ी खरीद सकें। साथ ही अखिलेश ने उन्हें कीमती सलाह भी दी कि वह आगे से जीवन में कभी भी किसी भी चीज पर दांव न लगाएं।

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