यहां बाल रूप में विराजमान है केसरी नंदन, चिट्ठी लिखकर लोग लगाते हैं अर्जी
चिट्ठी लिखकर अर्जी लगाते हैं भक्त
मंदिर के प्रमुख सेवादार अनिल मालवीय ने एनबीटी को बताया कि भगवान केसरी नंदन का यह मंदिर पुरातन काल से यहां स्थापित है। आज प्रतिमा है वह स्वयंभू प्रकट हुई है, अयोध्या के बाद यह दूसरे ऐसा मंदिर है जो पूर्व मुखी है। यहां लोग भगवान बजरंगबली को चिट्ठियां लिखकर अपनी अर्जी लगाते हैं।
अनिल मालवीय के मुताबिक ऐसा कोई भक्त नहीं जिसकी अर्जि बजरंगबली के दरबार में कबूल नहीं हुई है। क्योंकि हनुमान जी के मंदिर में हजारों नारियल बंधे हुए हैं जो इस बात के प्रमाण हैं कि अर्जी पूरी होने के बाद श्रद्धालु भक्त यहां नारियल बांधकर भगवान के समक्ष हाजिरी लगाते हैं।
दूर-दूर से आते हैं भक्त, मंदिर में पवन देव की भी है प्रतिमा
केसरी नंदन हनुमान मंदिर में सूर्य देवता के अलावा पवन देव की प्रतिमा है। भक्तों की मान्यता है कि यहां जो अर्जी उनके द्वारा लगाई जाती है उसकी रक्षा पवन देव करते हैं और मनोकामना पूर्ण होते ही श्रद्धालु भक्त नारियल बांधकर जाते हैं। अब तक लाखों नारियल यहां पर बांधी जा चुके हैं जो इस बात का प्रमाण है कि कितने भक्तों की अर्जी यहां भगवान ने कबूल की है।
उत्साह के साथ मनाई जाती है हनुमान जयंती
छिंदवाड़ा के तिलक मार्केट क्षेत्र में चार फाटक के पास स्थित इस ऐतिहासिक चमत्कारिक मंदिर में हर शनिवार को वहां आरती का आयोजन होता है जिसमें सैकड़ों भक्त अपनी मनोकामना लेकर हाजिरी लगाते है। यहां रामनवमी के अलावा हनुमान जयंती उत्साह उमंग के साथ मनाई जाती है।