मां की तेरहवीं करके लौट रहे थे… सड़क हादसे में पिता के साथ मैनेजर की भी गई जान

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मां की तेरहवीं करके लौट रहे थे… सड़क हादसे में पिता के साथ मैनेजर की भी गई जान


मां की तेरहवीं करके लौट रहे थे… सड़क हादसे में पिता के साथ मैनेजर की भी गई जान

हाइलाइट्स:

  • मां की तेरहवीं कर लौट रहे मैनेजर और उनके पिता हादसे में गई जान
  • यमुना एक्सप्रेसवे पर अधिक रफ्तार और झपकी आने से हुई दुर्घटना
  • गोरखपुर से गाजियाबाद कार से आ रहे थे पिता-पुत्र
  • टक्कर इतनी तेज थी कि कई बार पलटी कार

दनकौर
यमुना एक्सप्रेसवे पर रविवार सुबह तेज रफ्तार कार असंतुलित होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। इस भीषण हादसे में मां की तेरहवीं कर लौट रहे मैनेजर और उनके पिता की मौत हो गई। ये लोग गोरखपुर से गाजियाबाद आ रहे थे। बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार और झपकी आने की वजह से हादसा हुआ है। टक्कर इतनी तेज थी कि कार पलटते हुए करीब 20 फुट तक घिसटती चली गई।

मां की तेरहवीं करके गोरखपुर से लौट रहे थे
मूलरूप से गोरखपुर निवासी अतुल मिश्रा (30) गाजियाबाद की एक कंपनी में परचेज मैनेजर थे। हाल ही में उनकी मां की मौत हो गई थी। उनकी तेरहवीं करके वह शनिवार रात को अपने पिता राकेश मिश्रा (55) के साथ गाजियाबाद को लौट रहे थे। पुलिस ने बताया कि कार अतुल मिश्रा चला रहे थे। रविवार तड़के दनकौर कोतवाली क्षेत्र में यमुना एक्सप्रेसवे पर झपकी आने से तेज रफ्तार कर बेकाबू होकर डिवाइडर से जा टकराई।

झपकी आने की वजह से कार अनियंत्रित होकर पलट गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल पिता-पुत्र को अस्पताल में भर्ती कराया। जहां दोनों की मौत हो गई है। इस संबंध में पीड़ित परिवार की तरफ से अभी कोई लिखित शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।

अरविंद पाठक, एसएचओ दनकौर

टक्कर इतनी तेज थी कि कई बार पलटी कार
बताया जा रहा है कि टक्कर इतनी तेज थी कि पलटी खाते हुए करीब 20 फुट तक घिसटती गई। दोनों पिता-पुत्र कार के नीचे दब गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने एक्सप्रेसवे कर्मियों की मदद से घायलों को बाहर निकालकर ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में पहुंचाया। जहां पिता राकेश मिश्रा को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया, जबकि बेटे अतुल मिश्रा की रविवार की दोपहर इलाज के दौरान मौत हो गई।

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पिता को अकेला नहीं छोड़ना चाहते थे
हादसे में जान गंवाने वाले मैनेजर अतुल मिश्रा के रिश्तेदारों ने बताया कि मां की मौत की खबर सुनकर अतुल गांव गए थे। मां की तेरहवीं 29 जून को हो गई थी। मां की मौत के बाद पिता को घर पर अकेला नहीं छोड़ना चाहते थे। इसलिए शनिवार रात पिता को अपने साथ गाजियाबाद लेकर आ रहे थे। रिश्तेदारों ने बताया कि अतुल दो भाई हैं। वह बड़े हैं। अतुल का जल्द ही रिश्ता तय होने वाला था, लेकिन मां की मौत की वजह से रिश्ता कुछ दिन के लिए रुक गया था।

Dankaur



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